वैशाली का यह मिडिल स्कूल बना बिहार का पहला ई-विद्यालय, Wi-Fi जोन में बदला गांव
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वैशाली का यह मिडिल स्कूल बना बिहार का पहला ई-विद्यालय, Wi-Fi जोन में बदला गांव

बच्चे अपने एंड्रॉयड फोन, लैपटॉप या कम्प्यूटर के जरिए बिना इंटरनेट के जानकारी ले सकेंगे और लाभ उठा सकेंगे.

वैशाली का मिडिल स्कूल बना बिहार का पहला ई-स्कूल.

हाजीपुर : वैशाली जिला का करताहा मध्य विद्यालय बिहार का पहला ई-स्कूल बन चुका है. इससे स्कूल के बच्चे काफी उत्साहित हैं वहीं, गांव में भी खुशी की लहर है. स्कूल के एक किलोमीटर की रेडियस को वाई-फाई जोन में तब्दील कर दिया गया है. स्कूल के सर्वर में स्कूली बच्चों के कोर्स की किताबों के साथ-साथ वैशाली, बिहार और देश के इतिहास-भूगोल से संबंधित लगभग 60 हजार किताबों की व्यवस्था है. इसके साथ-साथ ऑडियो-वीडियो एनिमेशन और ग्राफिक्स के माध्यम से जानकारी बांटी जा रही है. 

इस स्कूल में कृषि से सम्बंधित तमाम समस्या और समाधान की जानकारी भी उपलब्ध है. बच्चे अपने एंड्रॉयड फोन, लैपटॉप या कम्प्यूटर के जरिए बिना इंटरनेट के जानकारी ले सकेंगे और लाभ उठा सकेंगे.

इस स्कूल को आइडिया सीएसआर संस्था ने पूरी तरीके से हाईटेक बना दिया है. स्कूल में 12 कम्प्यूटर लगाकर सभी को एक सर्वर से जोड़ दिया गया है. छठी से 12वीं कक्षा तक की तमाम किताबों के साथ-साथ अन्य 60 हजार किताबें ऑनलाइन उपलब्ध है.

स्कूल में ई-व्यवस्था होने पर बच्चों की ट्रेनर सुरभि सिंह का कहना है कि पहले बच्चे भागकर घर चले जाते थे. मगर अब वे स्कूल में ज्यादा से ज्यादा समय बिताना चाहते हैं, क्योंकि बच्चों को कम्प्यूटर के माध्यम से पढ़ाया जा रहा है. साथ ही प्रैक्टिकल भी करवाया जा रहा है. बच्चे काफी उत्साहित हैं. सभी विषयों को बारीक तरीके से सीख रहे हैं.

स्कूल में ई-शिक्षा का उद्घाटन करने आये स्थानीय सांसद और मंत्री रामविलास पासवान के सांसद प्रतिनिधि अवधेश कुमार सिंह ने आइडिया सीएसआर संस्था को धन्यवाद देते हुए गांव और स्कूल के विकास की बात कही. साथ ही ग्रामीणों से इसका लाभ उठाने की अपील किया. उन्होंने यह भी कहा कि हमलोग तो हाईटेक नहीं हो पाए, लेकिन बच्चों को हाईटेक होना ही चाहिए. स्कूल की ई व्यवस्था बेहद सराहनीय है, ग्रामीणों को अपने सूझबूझ और जिम्मेदारी से इसका लाभ उठाना चाहिए.