नीतीश कुमार ने ‘जंगलराज’ के आरोप को किया खारिज, पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या मामले को CBI को भेजा
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नीतीश कुमार ने ‘जंगलराज’ के आरोप को किया खारिज, पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या मामले को CBI को भेजा

बिहार में गया में एक युवक और सीवान में एक पत्रकार की हत्या के कारण प्रदेश में ‘जंगलराज’ के लग रहे आरोप को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खारिज करते तथा प्रदेश में ’कानून का राज’ कायम होने का दावा करते हुए आज कहा कि वे व्यक्तिगत तौर पर इसके लिए कृतसंकल्पित हैं।

नीतीश कुमार ने ‘जंगलराज’ के आरोप को किया खारिज, पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या मामले को CBI को भेजा

पटना: बिहार में गया में एक युवक और सीवान में एक पत्रकार की हत्या के कारण प्रदेश में ‘जंगलराज’ के लग रहे आरोप को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खारिज करते तथा प्रदेश में ’कानून का राज’ कायम होने का दावा करते हुए आज कहा कि वे व्यक्तिगत तौर पर इसके लिए कृतसंकल्पित हैं।

पटना के एक अणे मार्ग में आज आयोजित जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए नीतीश ने कहा कि गया में युवक आदित्य सचदेवा और सीवान में पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या से वे व्यक्तिगत तौर पर दुखी हैं। पुलिस इन दोनों मामलों की निष्पक्ष ढंग से जांच कर रही है। अपने विरोधियों पर निशाना साधते हुए नीतीश ने कहा कि इन दोनों घटनाओं को लेकर जो लोग राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए घडियाली आंसू बहा रहे हैं हम उनसे कहीं अधिक दुखी हैं।

गत शुक्रवार को सीवान जिले में पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या के बारे में नीतीश ने कहा कि वे इसको अपने उपर हमला मानते हैं और इस दृष्टिकोण से वे पूरे मामले को देख रहे हैं। उन्हें अपनी पुलिस पर पूरा भरोसा है लेकिन कल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है कि उनके परिजन सीबीआई की जांच की मांग कर रहे हैं, इसलिए बीती रात्रि ही हमने पुलिस महानिदेशक और अन्य अधिकारियों से बातचीत की और इसे जांच के लिए सीबीआई को सौंपने का निर्णय आज ही लेकर इस बारे में केंद्र को सूचित करेंगे।

सीवान में हिंदुस्तान दैनिक समाचार पत्र के ब्यूरो प्रमुख राजदेव रंजन की हत्या में प्रदेश में सत्ता में शामिल राजद के पूर्व बाहुबली सांसद जेल में बंद मो0 शहाबुद्दीन का कथित तौर पर हाथ होने के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने वहां मौजूद प्रदेश के पुलिस महानिदेशक पी के ठाकुर को अपने करीब बुलाकर इस मामले में जारी अनुसंधान को लेकर उत्तर देने के लिए माईक उन्हें थमा दिया।

पुलिस महानिदेशक को माईक थमाने के बाद उनके बगल में बैठते हुए नीतीश ने कहा कि वह इस सिद्धांत में विश्वास रखते हैं कि पुलिस किसी भी आपराधिक मामले में स्वतंत्र रूप से जांच करेगी और किसी को भी इसमें व्यवधान नहीं डालना चाहिए। जदयू से विधान पाषर्द मनोरमा देवी के पुत्र रॉकी यादव ने गत 6-7 मई को आदित्य सचदेवा (19) की हत्या के आरोप की चर्चा करते हुए नीतीश ने कहा कि मीडिया में गया की घटना को लेकर उनके परिजनों के सीबीआई से जांच की मांग को लेकर उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर पुलिस महानिदेशक से बातकर मृतक युवक के परिजनों को जांच से अवगत कराने के लिए पुलिस टीम भेजी। पटना प्रक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक एन एच खान आदित्य के परिजन से मिले और उन्होंने जांच को लेकर संतोष व्यक्त किया। अगर वे संतुष्ट नहीं हैं तो हम सीबीआई जांच के लिए तैयार हैं।

उन्होंने कहा कि जनता ने उन्हें जो शक्ति दी है उसका वे सदुपयोग करेंगे और लोग तो चेहरा देखकर कार्रवाई करते हैं। हम तो किसी के काम को देखकर कार्रवाई करते हैं। वह उन लोगों में नहीं हैं कि चेहरा देखकर कार्रवाई करते हैं। हम तो किसी का काम सही है तो प्रशंसा करेंगे और किसी का काम गैरकानूनी है तो उस पर कानून की गाज गिरवाएंगे, चाहे जो कुछ भी हो। कौन है और कौन नहीं हम तो देखते ही नहीं। किसी के मन में रत्ती भर भी शंका नहीं रहनी चाहिए कि किसी को बचाया जाएगा। नीतीश ने कहा कि अगर कोई अपराध करता है तो उसके लिए कोई दूसरा कैसे जिम्मेदार होगा, जो अपराध करता है, अपराध को संरक्षण या प्रश्रय देगा वह जाने।

नीतीश ने कहा कि लोग अपराध कर सकते हैं। किसी की मनोवृति पर किसी का नियंत्रण नहीं है। उन्होंने कहा कि अपराधी चाहे कोई भी हो, उन्हें बख्शा नहीं जायेगा। किसी मामले में कोताही नहीं बरती जायेगी सख्ती के साथ कार्रवाई होगी। पूरे साक्ष्य के साथ पुलिस चार्जशीट दायर करेगी और स्पीडी ट्रायल की मांग करेगी। पीडित परिवारों को न्याय मिलेगा, अपराधियों को कडी से कडी सजा मिलेगी। उन्होंने कहा कि हमारा यह सिद्धांत है कि घटना घटेगी तो तार्किक परिणति तक जांच को लेकर जाना चाहिये और कानून के अनुसार दोषी को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिये। बिहार पुलिस बिना दवाब के निष्पक्षतापूर्वक कार्य कर रही है।

नीतीश ने कहा कि अपराधी कोई भी रहे, हमारी नजर से ओझल नहीं हो सकता है। इस मामले में हम किसी तरह से समझौता नहीं कर सकते। अपराधी बचकर कहॉ जायेगा, कितने दिनों तक बचेगा। उन्होंने कहा कि हम जनता की सेवा जन प्रतिनिधि के रुप में करते हैं। आप पत्रकार हैं, पत्रकारिता के माध्यम से जनता की सेवा करते हैं। अगर आपको मालूम है तो बताइये मनोरमा देवी कहां छिपी हुयी है, उसे तुरंत गिरफ्तार किया जायेगा। आपका नाम गुप्त रखा जायेगा। पुलिस का काम है अच्छे ढंग से सबूत जुटाकर चार्जशीट दायर करना। पुलिस अपना काम कर रही है।

यह पूछे जाने पर कि पिछला राजग शासनकाल जिसमें भाजपा भी उनके साथ थी, अभी की तुलना में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर थी से इत्तफाक नहीं रखते हुए नीतीश ने वर्ष 2012 में उच्च जाति के प्रतिबंधित संगठन रणवीर सेना के प्रमुख ब्रहमेश्वर मुखिया की हत्या के समय निकाले गए जुलूस में उनकी तस्वीर फाडे जाने की ओर इशारा करते हुए पूछा कि क्या हत्या उन्होंने कराई थी। किसकी फोटो फाडी जा रही थी। उस समय तो साथ ही थे। ब्रहमेश्वर मुखिया हत्याकाण्ड का जांच हमने ही सीबीआई को दिया था।

नीतीश ने विपक्ष के आरोपों की ओर इशारा करते हुए कहा कि बिना वजह ही बिहार में जंगलराज की बात की जाती है। पिछले विधानसभा चुनाव में जो लोग जंगलराज का भय दिखाकर जनता को वोट लेना चाहते थे, वे वोट नहीं ले पाये। अब जंगलराज की बात करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में कानून का राज है और कानून का राज रहेगा। भाजपा शासित राज्यों या दिल्ली में हो रहे अपराधों की तुलना बिहार से की जाये तो बिहार में अपराध बहुत कम होते हैं। दूसरे राज्यों की तुलना में बिहार में अपराध कम है। विपक्ष के दुष्प्रचार से कोई फर्क नहीं पडेगा।..कानून के राज के लिये उन्हें किसी के ‘सर्टिफिकेट’ की जरुरत नहीं है।

केंद्र में सत्तासीन भाजपा पर निशाना साधते तथा केंद्रीय राज्य मंत्री गिरिराज सिंह का नाम लिए बिना उनकी ओर इशारा करते हुए नीतीश ने कहा कि प्रमुख दलों में आपराधिक छवि वाले नेता पर क्या कार्रवाई करती है। प्रमुख दल के नेता के घर से करोड रुपये बरामद हुये। इस मामले की जांच होनी चाहिये थी लेकिन जांच न होकर आपराधिक छवि वाले नेता को मंत्री बना दिया गया जबकि जदयू ने एमएलसी मनोरमा देवी को दोषी पाये जाने पर तुरंत निलंबित कर दिया।

नीतीश ने पूछा कि देश से नौ हजार करोड रुपये लेकर विजय माल्या हवाई जहाज से भाग गये, इसके लिये क्या केन्द्र सरकार को दोषी ठहराया गया? बिहार में लगातार अपराधिक घटनाएं घटने और शराबबंदी के पक्ष में उनके अन्य प्रदेशों का भ्रमण करने पर विपक्षी द्वारा उनपर निशाना साधे जाने पर नीतीश ने कहा कि वह राजनैतिक व्यक्ति हैं। पार्टी द्वारा दी गयी जिम्मेदारी को निर्वाह करना उनका दायित्व है।

उन्होंने कहा कि हम कुछ भी करेंगे तो उस पर लोगों की नजर नहीं जायेगी। कुछ लोग कुछ भी नहीं करते है तो उनके तारीफ के पुल बांधे जाते है। आज जो हम कर रहे हैं कल उसका असर दिखायी पडेगा। बिहार की जनता के प्यार एवं समर्थन से हम अपना काम करते रहते हैं। हतोत्साहित नहीं होते हैं। उन्होंने कहा कि निष्पक्षता गंभीरता एवं धर्यपूर्वक बगैर किसी भेदभाव के हम अपना काम करते रहते हैं।

नीतीश ने कहा कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर किसी मामले की अनदेखी नहीं हुयी है। 10 अप्रैल 2016 को जदयू के अध्यक्ष का पद संभाला है। उसके बाद से हम मुश्किल से सौ घंटे भी बिहार से बाहर रहे होंगे। हमारी पृष्ठभूमि साधारण है। हम संपन्न वर्ग से नहीं आते हैं इसलिये हमारी आलोचना होती है। उनकी प्रतिबद्धता बिहार की जनता के साथ है। नीतीश ने कहा कि शराबबंदी से बिहार ही नहीं पूरे देश में शराबबंदी के खिलाफ वातावरण बना है। शराबबंदी को लेकर ‘लिकर लॉबी’ सक्रिय है। उनका काम है जनता की सेवा करना। जनता को किये वायदे को पूरा करने के लिये तथा जनता के जनादेश का पालन करते हुये हम अहर्निश काम करते है। निष्पक्षता, प्रतिबद्धता के साथ हम जनता से किये वायदे को पूरा कर रहे हैं। शराबबंदी से बहुत बडा काम हुआ है। इससे लोगों के स्वभाव, व्यवहार एवं आचरण में परिवर्तन आ रहा है।

राजद नेता रघुवंश प्रसाद एवं सांसद तस्लीमुद्दीन की टिप्पणियों के बारे में नीतीश ने कहा कि वे केवल छपने के लिये बयान देते हैं। कोई भी बोलता रहे उन्हें कोई फर्क नहीं पडता। इनके बारे में कुछ बोलूंगा तो इनका मन बढ जायेगा। जनता ने रघुवंश प्रसाद और तस्लीमुद्दीन का मुंह देखकर वोट नहीं किया। जनता ने महागठबंधन को वोट दिया है। महागठबंधन के तीन चेहरों को देखकर जनता ने जनादेश दिया है।

इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक पी के ठाकुर ने सीवान पत्रकार हत्या मामले में कहा कि सीसीटीवी फुटेज 70 प्रतिशत रिकवर कर लिया गया है। शूटर जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे। पत्रकार राजदेव रंजन के हत्यारे सुपारी किलर हैं। सीबीआई जांच के शुरु होने तक बिहार पुलिस द्वारा जांच जारी रहेगी।