बिहार में पाकिस्तानी बच्ची को बना दिया 'स्वच्छ जमुई स्वस्थ जमुई' का ब्रांड एंबेसडर
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बिहार में पाकिस्तानी बच्ची को बना दिया 'स्वच्छ जमुई स्वस्थ जमुई' का ब्रांड एंबेसडर

बिहार के जमुई जिले में 'स्वच्छ जमुई स्वस्थ जमुई' की परिकल्पना को साकार करने में जिला जल एवं स्वच्छता समिति ने अजब काम किया है. जागरूकता फैलाने और इसके प्रचार-प्रसार के लिए एक नोटबुक बनाया गया है. नोटबुक के कवर पेज का ब्रांड एंबेसडर एक पाकिस्तानी बच्ची को बनाया गया है.

जमुई में स्वच्छता के प्रचार प्रसार लिए नोटबुक छपाई गई थी.

जमुईः बिहार के जमुई जिले में 'स्वच्छ जमुई स्वस्थ जमुई' की परिकल्पना को साकार करने में जिला जल एवं स्वच्छता समिति ने अजब काम किया है. जागरूकता फैलाने और इसके प्रचार-प्रसार के लिए एक नोटबुक बनाया गया है. नोटबुक के कवर पेज का ब्रांड एंबेसडर एक पाकिस्तानी बच्ची को बनाया गया है. जब स्वच्छता समिति के नोटबुक पर छपी तस्वीर की पड़ताल की गई तो पता चला कि बच्ची पेंटिग प्रतियोगिता में भाग लेते हुए पाकिस्तानी झंडा बनाते दिखी.

गूगल पर किया गया सर्च
गूगल पर इस तस्वीर को सर्च किया गया तो मामला साफ हुआ. पाकिस्तान में कार्य कर रही यूनिसेफ कीीअ  इस बच्ची के तस्वीर का उपयोग शिक्षा के प्रचार-प्रसार में किया जा रहा है. साथ ही पाकिस्तान में इस तस्वीर को एक ब्रांड के रूप में यूज किया जा रहा है.

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गूगल सर्च पर मिली तस्वीर

नोटबुक का वितरण
जिला जल एवं स्वच्छता समिति ने 5-5 हजार कुंजी और नोटबुक का वितरण जिले के सभी स्कूल, आंगनवाडी केंद्रों और कस्तूरबा विद्यालय के बच्चियों के बीच किया है. साथ ही स्वच्छता को लेकर आयोजित प्रतियोगिताओं में भी इस नोटबुक (कॉपी) का उपयोग समिति द्वारा अब भी किया जा रहा है. जिसमें पाकिस्तानी लड़की को ब्रांड के रूप में पेश किया गया है. 

प्रिंटिंग प्रेस ने पहले स्वीकृति ली थी
पटना की प्रिंटिंग प्रेस सुप्रभ इंटरप्राइजेज द्वारा नोटबुक की छपाई की गई है. जिला जल एवं स्वच्छता समिति द्वारा 5-5 हजार कुंजी और नोटबुक छापने का आर्डर इस प्रिंटिंग प्रेस को दिया गया था. प्रिंटिंग प्रेस के प्रोपराईटर शैलेश कुमार ने बताया कि 4 लाख 80 हजार रूपया कुंजी व 78400 रुपए नोटबुक की छपाई में भुगतान हुआ है. कवर पृष्ठ पर पाकिस्तानी लड़की की तस्वीर लगाने के मामले में प्रोपराइटर ने बताया कि प्रिंटिंग के पहले स्वीकृति के लिए समिति को भेजा गया था जहां से अनुसंशा मिलने के बाद छपाई की गई है. 

वहीं, समिति के सदस्य सचिव रामनिरंजन चौधरी ने कहा है कि समिति ने नोटबुक छापने की अनुमति दी थी न की कवर पेज पर पाकिस्तानी बच्ची की फोटो छापने की. इसके लिए समिति जिम्मेदार नहीं है. हालांकि जिलाधिकारी ने मामले की जांच की बात कही है और कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया है.