Bihar Jharkhand Weather: बिहार झारखंड भीषण गर्मी की चपेट में है. इसको लेकर बिहार मौसम विभाग ने 2 मई तक अलर्ट जारी किया है और 5 जिलों में रेड अलर्ट, 17 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है. कई जिलों में 20–30 किमी/घंटा की रफ्तार से झोके के साथ तेज हवा का अलर्ट है.
Trending Photos
Bihar Jharkhand Weather: बिहार झारखंड भीषण गर्मी की चपेट में है. इसको लेकर बिहार मौसम विभाग ने 2 मई तक अलर्ट जारी किया है और 5 जिलों में रेड अलर्ट, 17 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है. कई जिलों में 20–30 किमी/घंटा की रफ्तार से झोके के साथ तेज हवा का अलर्ट है. अगले तीन से 4 दिनों तक तापमान में विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है.
वहीं सर्वाधिक अधिकतम तापमान शेखपुरा में 44 डिग्री दर्ज किया गया. गर्मी से बचाव के लिए मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है. मौसम विभाग ने लखीसराय, शेखपुरा, भागलपुर, पूर्णिया और मधेपुरा में रेड अलर्ट जारी किया है. वहीं सुपौल, सहरसा, खगड़िया, बेगूसराय, जमुई, बांका, कटिहार, औरंगाबाद, बक्सर, भोजपुर, मुजफ्फरपुर, वैशाली, पटना समेत कई जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
जहानाबाद में हीट वेव को लेकर स्वास्थ्य विभाग हुआ अलर्ट
वहीं बिहार में भीषण गर्मी और लू का कहर जारी है. जिसे देखते हुए जहानाबाद स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट हो गया है. इस साल हीट स्ट्रोक की घटनाएं अधिक होने की संभावना जताई जा रही हैं. जिसके मद्देनजर सदर अस्पताल में दस बेड का हीट स्ट्रोक वार्ड बनाया गया है. जहां मरीज के इलाज के लिए दवा सहित उपकरण की व्यवस्था की गई है.
हालांकि वार्ड में अभी तक कोई भी मरीज भर्ती नहीं हुआ है. तपती गर्मी को देखते हुए चिकित्सकों एवं एम्बुलेंस चालकों को भी सतर्क किया गया है. इसके साथ ही उन्हें निर्देश दिया गया है कि हीट स्ट्रोक के मरीज को तुरंत वार्ड में भर्ती कर इलाज करें. वहीं हिटवेव का शिकार हुए मरीज के परिजनों ने बताया कि घर से बाहर निकलने के दौरान लू की चपेट में आने से वह बीमार पड़ गए है. जिसका इलाज अस्पताल में कराने आये है. उन्होंने अस्पताल की व्यवस्था को संतोषजनक बताया.
इधर इस बाबत सिविल सर्जन ने बताया कि हीटवेव को लेकर सदर अस्पताल में पांच-पांच बेड का दो स्पेशल वार्ड बनाया गया है. जहां एयर कंडीशनर समेत सभी प्रकार की इमरजेंसी ड्रग्स, सुई और स्लाइड का प्रबंध किया गया है. वार्ड में 24 घंटे स्टाफ नर्स की ड्यूटी लगाई गई है. हीट वेव के शिकार मरीजों का इसी वार्ड में उपचार किया जाएगा. जहां मरीज को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी.
उन्होंने बताया कि अभी तक हीटवेव के दो मरीज आए थे जो इमरजेंसी में इलाज कराकर अपने घर चले गए है. वहीं सिविल सर्जन ने भीषण गर्मी को देखते हुए लोगों से अपील की है कि आवश्यकता न हो तो घर से बाहर ना निकले. यदि वह घर से बाहर निकलते हैं तो फूल कपड़ा पहने, चेहरे को ढक कर रखे और ज्यादा से ज्यादा पानी पिए. ताकि लू से बचा जा सके.
हीट वेव की चपेट में बांका सीवियर
वहीं बांका सीवियर हीट वेव की चपेट में आ चुका है. जिसको लेकर जिला प्रशासन चौकन्ना हो चुकी है. पिछले कुछ दिनों से बांका का तापमान 40 से 43 डिग्री तक रह रहा है. जिससे आम जनजीवन प्रभावित है. जो पिछले वर्ष की तुलना में छह डिग्री ज्यादा है. भीषण गर्मी को लेकर जिला प्रशासन द्वारा कदम उठाते हुए आज से सरकारी और निजी स्कूलों, आंगनबाड़ी और मनरेगा मजदूरों के कार्य समय में बदलाव किया गया है.
अब सरकारी या निजी स्कूलों और सुबह छह बजे से ग्यारह बजे और दोपहर साढ़े तीन से छह बजे तक कार्य अवधी रहने की बात कही. गोवाइस दौरान गर्मी से निपटने के लिए बांका सदर अस्पताल के साथ ही सभी प्रखंडों के स्वास्थ्य केंद्र को तैयार रखा गया है. जहां वातानुकूलित बेड़ो के साथ ही इससे जुड़े सारी दवाइयां उपलब्ध करायी गयी है. वहीं इस दौरान पेयजल और अगलगी की समस्या से निपटने के लिए भी जिला प्रशासन की तैयारी को मुकम्मल बताते हुए इससे संबंधित जानकारी तत्काल जिला आपात संचालन केंद्र तक पहुंचाने की अपील की.
दुमका में गर्मी का सबसे ज्यादा असर सब्जी व्यापारियों पर
वहीं दुमका में भीषण गर्मी से जहां आम लोग परेशान है. वही गर्मी का सबसे ज्यादा असर सब्जी व्यपारियों पर दिख रहा है. एक तरफ जहां ट्रांस्पोटशन और कोल्ड स्टोर में सब्जी रखने में शुल्क बढ़ाने से सब्जी की कीमतों में उछाल आया है. वहीं भीषण गर्मी के कारण सब्जी जल्दी खराब होने से सब्जी विक्रेताओं को घाटा सहना पड़ रहा है. सबसे ज्यादा नुकसान उन सब्जी दुकानदारों पर पड़ रहा है जो छोटे-छोटे सब्जी दुकान लगाकर रास्ता के किनारे सब्जी दुकान लगाते है. सब्जी दुकानदार 30 से 40 किलोमीटर दूर सब्जी उत्पादन गांवों से किसानों से सब्जी ख़रीदकर लाते है और दुकान लगाकर सब्जी बेचते है. लेकिन गर्मी के कारण छोटे सब्जी दुकानदारों को किसानों के पास से फसल खराब होने के कारण सब्जी नहीं मिल पा रहा है. अगर कुछ सब्जी मिल रहा है तो वह भी ऊंचे दामों में खरीदना पड़ रहा है. जब दुकानदार दुमका के मुख्य सब्जी बाजार टिन बाजार में सब्जी बेचने आ रहे है.
अधिक सब्जी की कीमत होने के कारण ग्राहक सब्जी कम खरीद रहे है. जिससे बहुत जल्द सब्जी बचने से सब्जी खराब हो जा रहे है. सब्जी की कीमत में इजाफा होने से सब्जी दुकानदार काफी चिंतित है कि आखिर उन्हें कब तक घाटा सहना पड़ेगा. गर्मी तो अत्यधिक है लेकिन दुमका जैसे जिला में एक भी सरकारी कोल्ड स्टोरेज नहीं है. सब्जी दुकानदारों की माने तो अत्यधिक धूप के कारण सब्जी जल्दी खराब हो जा रही है. गर्मी के कारण ग्राहक कम है. वहीं भाड़ा बढ़ने से भी सब्जी की कीमत में बढ़ोत्तरी हुई है.
इसके साथ ही जो सब्जी की कीमत में वृद्धि हुई है. वह पिछले साल की तुलना में इस वर्ष दुगुना है. जिससे काफी परेशानी बढ़ गई है. बता दें कि दुमका उपराजधानी का सब्जी की मुख्य दुकान टिन बाजार है. जहां सब्जी दुकानदार सब्जी बेचते है. प्रत्येक दिन सैकड़ों दुकानदार दुमका के विभिन्न गांव से आकर किसानों से सब्जी खरीदकर रोड किनारे सब्जी बेचने का काम करते है. ऐसे में जहां भीषण गर्मी से सब्जी दुकानदार पर असर पड़ा है. वहीं सब्जी की कीमत में बढ़ोतरी होने से सब्जी दुकानदार त्राहिमाम कर रहे है.
बोकारो में हीट वेव के चलते जानवरों के लिए लगाए कूलर-पंखे
झारखंड के बोकारो में तापमान 44 के पार पहुंच गया है. गर्मी के चपेट के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. ऐसे में इंसान तो इंसान जानवर भी इस भीषण गर्मी से परेशान है. सुबह 8 बजे से ही गर्म हवाएं चलने लगी है. जिसके चलते रोजमर्रा में निकलने वाले लोग ही घर के बाहर निकल पाते हैं. ऐसे में इंसान तो घरों में दुबक जाते है. लेकिन, इस भीषण गर्मी में जानवरों को भी राहत देने की कोशिश की गई है. जहां बोकारो के नेहरू पार्क जैविक उद्यान में जानवरों के लिए पंखे और कूलर की व्यवस्था की गई है. यहां पांच लेपर्ड सहित अन्य जानवर है.
दरअसल, बोकारो में तपती गर्मी से जहां आम इंसान परेशान हैं. वहीं जानवर को भी इस भीषण गर्मी में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बोकारो में जानवरों को इस भीषण गर्मी से राहत देने के लिए कूलर और पंखे की व्यवस्था की गई है. इसी के साथ पानी के सहारे जानवरों को नमी में रखने की व्यवस्था की गई है. बोकारो के नेहरू जैविक उद्यान में पांच लेपर्ड सहित दो बीयर, एक हिप्पोपोटामस, हिरण, बंदर और कई तरह के पक्षी सहित अन्य जानवर रहते है.
जानवरों को इस भीषण गर्मी से बचाए रखने के लिए कूलर और पंखे की व्यवस्था की गई है. ताकि इस भीषण गर्मी से राहत पहुंचाई जा सके. नेहरू पार्क के इस जू को देखभाल करने वाले अधिकारी ने बताया कि जानवरों के लिए कूलर और पंखे की व्यवस्था की गई है. इसी के साथ मछली घर में भी कूलर लगाया गया है. उन्होंने आगे कहा कि पानी की उचित व्यवस्था की गई है. ताकि जानवरों और पक्षियों को भीषण गर्मी से कोई तकलीफ नहीं पहुंचे. इस पार्क में हजारों की संख्या में छायादार वृक्ष है. जिसके चलते उसका भी लाभ मिलता है.
इस भीषण गर्मी के चलते लोगों का घर से बाहर निकलना काफी कम हो गया है. इस भीषण गर्मी के चलते बोकारो के इस नेहरू पार्क जैविक उद्यान में सैलानियों का आना भी कम हो गया है. लोगों का कहना है कि इस तपती गर्मी के चलते लोग जरूरी काम होने पर ही घरों से बाहर निकल रहे है. लोग भीषण गर्मी के चलते घरों से कम निकल रहे हैं और जो निकल रहे हैं वह चाहते हैं कि 3 बजे के बाद घर से निकले ताकि धूप का प्रभाव थोड़ा काम रहे.
साहिबगंज में गर्मी से जीना हुआ मुहाल
साहिबगंज में पड़ रहे प्रचंड गर्मी से लोगो का जीना मुहाल हो गया है. तेज गर्मी और गर्म हवा से साहिबगंज में लू लगने की आशंका बनी रहती हैं. ऐसे में रोज कमाने वाले, मजदूरी करने वाले रेहड़ी लगाने वाले और कड़ी धूप में रिक्शा चालकों को कितना परेशानी हो रही हैं. इन लोगों के लिए सरकार की ओर से पेयजल की व्यवस्था नहीं की गई. आम लोग गन्ने की जूस पीकर जान बचा रहे हैं.
इनपुट- निषेद कुमार/मुकेश कुमार/बीरेंद्र कुमार सिन्हा/सुबीर चटर्जी
यह भी पढ़ें- Gumla Water Problem: गुमला में भीषण गर्मी से लोगों को हो रही है परेशानी, पानी के लिए मचा हाहाकार