Bihar Politics: बीजेपी को अकेले हराने की गलतफहमी ना पाले राजनीतिक पार्टियां- केसी त्यागी
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Bihar Politics: बीजेपी को अकेले हराने की गलतफहमी ना पाले राजनीतिक पार्टियां- केसी त्यागी

Bihar Politics: जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक समाप्त हो गयी है. बैठक के बाद जदयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने बीजेपी को लेकर बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि किसी राजनीतिक दल को गलतफहमी नहीं होना चाहिए कि वो णदम पर बीजेपी को हरा सकते हैं.

Bihar Politics: बीजेपी को अकेले हराने की गलतफहमी ना पाले राजनीतिक पार्टियां- केसी त्यागी

पटना:Bihar Politics: जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक समाप्त हो गयी है. बैठक के बाद जदयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने बीजेपी को लेकर बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि किसी राजनीतिक दल को गलतफहमी नहीं होना चाहिए कि वो अपने दम पर बीजेपी को हरा सकते हैं. कटु अनुभव के बाद बीजेपी से नाता तोड़ा और अब हमारा लक्ष्य सभी क्षेत्रीय पार्टियों को इकठ्ठा करना है. कांग्रेस पार्टी और वामपंथी पार्टियों के बिना कोई कारगर विकल्प नहीं बन सकता है.

दिल्ली दौरे पर नीतीश कुमार
सीएम नीतीश कुमार के दिल्ली दौरे पर उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार आज दिल्ली जा रहे हैं. देश के सभी गैर बीजेपी पॉलिटिकल पार्टियों ने नीतीश कुमार से संपर्क किया है और उनको बधाई दी है. नीतीश कुमार दिल्ली में राहुल गांधी, शरद पवार, अरविंद केजरीवाल, सीताराम येचुरी से मुलाक़ात करेंगे. वो 3 दिनों तक दिल्ली में रहेंगे. 

बीजेपी के साथ जाना भूल
बीजेपी को हराने के लिए बस 30 सांसद कम करना है. 20 से ज्यादा तो बिहार में कम हो जायेगा और देश के बाकी के राज्यों में भी बीजेपी की सीटें कम होगी और बीजेपी बहुमत का आंकड़ा नहीं छू पाएगी. बीजेपी ने जनता से किये वादे पूरे नहीं किए हैं. कोरोना काल किसानों ने 80 करोड़ लोगों को अनाज दिया सरकार ने नहीं. नीतीश कुमार बीजेपी में असहज महसूस कर रहे थे. बीजेपी ने नीतीश कुमार के खिलाफ षड़यंत्र किया. 2017 में बीजेपी के साथ जाना भूल था. नीतीश कुमार अपने जीवनकाल में अब कभी भी बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे.

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विपक्षी एकता के सूत्रधार बनेंगे नीतीश 
नीतीश कुमार विपक्षी एकता के सूत्रधार बनेंगे. सभी विपक्षी राजनीतिक दलों का मोर्चा बनाया जाएगा और कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के तहत विपक्ष का नेता चुना जायेगा. वहीं केसीआर के बारे में उन्होंने कहा कि केसीआर का मुकाबला भी बीजेपी से है. इसके लिए उन्हें मित्र दलों की जरूरत पड़ेगी. केसीआर कांग्रेस के बिना विकल्प बनाना चाहते हैं. जिसके लिए जदयू सहमत नहीं है. कांग्रेस के बगैर कोई भी विकल्प नहीं बन पाएगा. अंत में केसीआर को भी नीतीश कुमार के साथ आना पड़ेगा.

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