Sushil Modi Passes Away: सुशील मोदी का पार्थिव शरीर आज लाया जाएगा पटना, जानें परिवार में कौन-कौन हैं?
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Sushil Modi Passes Away: सुशील मोदी का पार्थिव शरीर आज लाया जाएगा पटना, जानें परिवार में कौन-कौन हैं?

Sushil Modi News: सुशील मोदी के परिजनों के मुताबिक, उनका पार्थिव शरीर आज (मंगलवार, 14 मई) को पटना के राजेंद्र नगर स्थित उनके आवास पर लाया जाएगा. पटना में कल (बुधवार, 15 मई) को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.

सुशील कुमार मोदी

Sushil Modi Family: बिहार भाजपा के दिग्गज नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी का सोमवार (13 मई) की शाम दिल्ली एम्स में निधन हो गया. वह पिछले कई महीनों से कैंसर से पीड़ित थे और दिल्ली एम्स में इलाज करा रहे थे. उनके निधन पर पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार सहित राजद अध्यक्ष लालू यादव ने भी शोक जताया है. सुशील मोदी के परिजनों के मुताबिक, उनका पार्थिव शरीर आज (मंगलवार, 14 मई) को पटना के राजेंद्र नगर स्थित उनके आवास पर लाया जाएगा. पटना में कल (बुधवार, 15 मई) को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.

05 जनवरी 1952 को पटना में जन्मे सुशील मोदी के पिता स्व. मोती लाल मोदी पेशे से व्यवसायी थे और रेडीमेड कपड़े बेचते थे. सुशील मोदी ने पटना साइंस कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की थी और 1973 में बॉटनी ऑनर्स किया था. 1987 में उन्होंने जेसी जॉर्ज से इंटरकास्ट और इंटररिलीजन शादी की थी. उनकी पत्नी मुंबई की रहने वाली हैं. वे वीमेंस ट्रेनिंग कॉलेज, पटना विश्वविद्यालय की प्रोफेसर भी हैं. बीजेपी के दिवंगत नेता के दो बेटे हैं. बड़े बेटे का नाम उत्कर्ष और छोटे बेटे का नाम अक्षय अमृतांशु है.

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72 साल की उम्र में दुनिया छोड़ने वाले सुशील कुमार मोदी का राजनीतिक सफर काफी उतार चढ़ाव वाला रहा है. वे बचपन से ही आरएसएस से जुड़ गए थे और 1962 में चीन के साथ युद्ध के दौरान घायल जवानों की मदद के लिए काम किया था. 1974 में जय प्रकाश नारायण के आह्वान पर एमएससी की पढ़ाई बीच में छोड़कर छात्र आंदोलन में कूद पड़े. आपातकाल के दौरान सुशील मोदी की 5 बार गिरफ्तारी हुई. 

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1990 में बीजेपी ज्वाइन करके सक्रिय राजनीति में आए. 1995 में बीजेपी विधानमंडल दल के मुख्‍य सचेतक निर्वाचित हुए थे. इसके बाद साल 1995 में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मंत्री मनोनीत हुए. 1995 और 2000 में भी वे विधानसभा पहुंचे. 1996 से 2004 के बीच वे बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे. 2004 में भागलपुर से सांसद भी चुने गए थे. 2005 से 2013 तक वह बिहार की नीतीश कुमार सरकार में उपमुख्यमंत्री और वित्तमंत्री भी रहे थे.

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