सरकार के 3 तीन साल पूरे होने पर CM हेमंत सोरेन ने गिनाई उपलब्धियां, विपक्ष पर साधा निशाना
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सरकार के 3 तीन साल पूरे होने पर CM हेमंत सोरेन ने गिनाई उपलब्धियां, विपक्ष पर साधा निशाना

झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार के 3 वर्ष पूरे हो रहे हैं. इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने 3 साल के कार्यकाल को ऐतिहासिक बताया है और विपक्ष को करारा जवाब देते हुए कहा कि आदिवासी मूलवासी के हित में जो भी करना होगा वह हम करेंगे.

 (फाइल फोटो)

Ranchi: झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार के 3 वर्ष पूरे हो रहे हैं. इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने 3 साल के कार्यकाल को ऐतिहासिक बताया है और विपक्ष को करारा जवाब देते हुए कहा कि आदिवासी मूलवासी के हित में जो भी करना होगा वह हम करेंगे. बता दे कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 29 दिसंबर को अपने कार्यकाल का तीन साल पूरा कर लेंगे. इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार की उपलब्धियां गिनाई हैं.  

कोरोना की वजह से सरकार का गोल्डन पीरियड हुआ प्रभावित 

राज्य सरकार को उपलब्धि गिनाते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपने कार्यकाल के तीन साल पूरे करने जा रही है. लेकिन हम सिर्फ एक साल ही काम कर पाएं हैं. कोरोना की वजह से सरकार का गोल्डन पीरियड प्रभावित हुआ है. कोरोना ने एक बार फिर से दस्तक दे दी है. ये एक चिंता का विषय है और हमने अब लोगों को ध्यान में रखते हुए काम करना है. हम ना हतोत्साहित हुए है और ना ही अपने लक्ष्य से हटें हैं. हमने लोगों से जो भी वादे किये हैं, हम उसे पूरा करेंगे.

कार्यपालिका के शैली में दिख रहा है बदलाव

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने 3 साल के कार्यकाल को ऐतिहासिक बताते हुए विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कार्यपालिका के शैली में बदलाव दिख रहा है. जब 20 साल तक ऑफिस में बैठे पदाधिकारी आज लोगों के बीच जा रहे है. आज राज्य बेहतरी की तरफ करवट ले रहा है. जो 20 साल मे नही हुआ, वो अब हो रहा है. हमारी कोशिश है कि इस राज्य को देश के अग्रणी राज्य के पायदान पर ले जाकर खड़ा करें. 

उन्होंने आगे कहा कि राज्य गठन होने के बाद कोई भी ऐसी नीति नहीं बनी जिससे राज्य विकास की ओर जा सके. लेकिन हमारी सरकार ने ऐसे कार्य हुए हैं जिससे आने वाले दिनों में झारखंड की छवि बदलेगी और लोग अपने हुनर दक्षता काबिलियत और मेहनत के बल पर आगे बढ़ेंगे. हमारी सरकार बेहतर रास्ते और व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है.

स्थानीय और नियोजन नीति को लेकर कही ये बात

स्थानीय और नियोजन नीति को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा इस नीति का मकसद था कि कैसे सामान्य वर्ग को आरक्षण मिल सके. विपक्ष कहता है कि हम सिर्फ आदिवासियों की राजनीति करते हैं लेकिन ऐसा नहीं है. राज्य के हर वर्ग और हर तबके के लोग हमारी जिम्मेदारी है और इसी को लेकर ये नियोजन नीति लाई गई थी. यहां SC-ST सभी सुरक्षा घेरे में आते हैं. लेकिन 40% ऐसे हैं जो सामान्य वर्ग हैं. यही सामान्य वर्ग को मजबूत करने की हमारी मंशा थी.

उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ आदिवासियों की राजनीति नहीं करता हूं. .हर वर्ग कि लोगों को सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है. कोर्ट ने जो निरस्त किया है, उसका कानूनी आकलन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पूर्व के सरकार में 2016 में शिक्षक बहाली की नियुक्ति में 75 परसेंट लोग बाहर के थे.

'हर नियुक्ति होगी'

नौकरियों को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा कि आज ग्रामीण क्षेत्र के नौजवान सबसे अधिक नौकरियां आर्मी में जाते हैं. रेलवे में और बैंकों में हमारे ग्रामीण क्षेत्र के जवान बड़े पैमाने में प्रतिनियुक्त होते थे, लेकिन आज उन सारी नौकरियों की हालत किसी से छुपी नहीं है. केंद्र सरकार के निर्णय से देश में क्या वातावरण पैदा हुआ, यह सब लोगों ने देखा. आखिर कब तक आप किसी को दबा कर रख सकते हैं. एक्शन का रिएक्शन होगा. आज केंद्र की नीतियों की वजह से स्थिति ऐसी उत्पन्न हुई है कि चपरासी की नियुक्ति में ग्रेजुएट और पीएचडी का नौजवान फॉर्म भर रहे हैं. लेकिन हमारे नौजवानों का भविष्य खराब ना हो इसे लेकर भी हमारी चिंताएं हैं. हमने उनको आश्वस्त किया है कि हर नियुक्ति होगी. जो आरक्षित कोटे के लोग हैं वह सुरक्षित हैं.

आदिवासी और दलित के विकास को लेकर कही ये बात

आदिवासी और दलित के विकास को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा कि आदिवासी और दलित के विकास के लिए संविधान में शक्तियां दी गई और कौशल संरक्षित की गई है. इसके बावजूद वह बढ़ नहीं पा रहे हैं? उसके पीछे क्या वजह है? हमने जो बिल पास किया था. उसे नौवीं अनुसूची में डालने के लिए कहा था ताकि खुराफाती लोग इसे कोर्ट में जाकर उसको चुनौती ना दे पाएं और इस पर और सुरक्षा कवच लगा पाए. 

GST से हो रहा है नुकसान

GST को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा कि जीएसटी की वजह से राज्य को 5000 करोड़ का सालाना नुकसान हुआ है. झारखंड पिछड़े राज्य में है, इस वजह से हमारी तुलना नहीं हो सकती है. दूसरे राज्यों में भी बिजली का बकाया है लेकिन हमारी बिजली काट दी जाती है. हम हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं. 

ईडी और सीबीआई  पर भी साधा निशाना

झारखंड में ईडी और सीबीआई की कार्रवाई पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि क्या भ्रष्टाचार भाजपा के नेताओं ने नहीं किया है? इन 3 सालों में झारखंड में ढाई सौ से अधिक कार्यवाही की गई और कुछ नहीं मिला. इक्का-दुक्का जगह से जो रुपए बरामद हुए वो बाद में जब पता चला कि यह पैसे भाजपा के हैं तो एजेंसियां भी चुप हो गई. कनविक्शन रेट इन एजेंसियों की 0.5 परसेंट है फिर भी ये कितनी एक्टिव हैं.

उन्होंने आगे कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियों पर लगातार टिप्पणी हो रही है, लेकिन इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि किसी एजेंसी का कनविक्शन रेट 0.5% है और देश में सबसे अधिक यही सक्रिय और वह भी विपक्षियों के ऊपर है. यह आखिरी तो सबके पास है कि पक्ष और विपक्ष पर कितनी कार्यवाही हुई है. इस मामले पर बोलने की जरूरत नहीं है, वह स्पष्ट रूप से लोगों को दिखता है. देशभर में बड़े-बड़े घोटाले हो रहे हैं. हजारों करोड़ रुपए लेकर लोग भाग जा रहे हैं और यहां चवन्नी अठन्नी ढूंढने में लोग लगे हैं.

"बने आदिवासी रेजिमेंट"

बीजेपी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि हमें क्या करना है यह बीजेपी के दफ्तर में निर्णय नहीं होगा. हम लोग किसी के प्रेशर में नहीं आते. हर चुनाव में जीत का दावा करते हैं, लेकिन अब उनकी कश्ती नदी किनारे लग गई है. हमें कब क्या करना है यह हम तय करेंगे क्योंकि साल 2000 में जो करना था वो तो बीजेपी ने किया नही है. इसके अलावा आदिवासी रेजिमेंट का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा कि देश में आदिवासी रेजिमेंट होना चाहिए और उन्हें भी इतिहास में सम्मान मिलना चाहिए. 

"बूढ़ा पहाड़ में लौटी हरियाली हमारी कोशिशों का नतीजा"

बूढ़ा पहाड़ को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमने इसको लेकर काफी ज्यादा मेहनत की है. मैं यहां पर परिवार के साथ गया तो हमने कहा था कि इस पहाड़ को हराभरा किया जाएगा. वहां पर अब दुकानदार दुकान लगा रहे हैं. मैं खुद भी किसी दिन वहां जाउंगा. अब  नक्सलियों का मनोबल काफी हद तक टूट कर बिखर चुका है. हमारी कोशिश उन्हें भी मुख्यधारा से जोड़ने की है. 

लिफाफे को लेकर कही ये बात 

चुनाव आयोग के लिफाफे को लेकर उन्होंने कहा कि क्या सच है वो राज्यपाल ही जाने. मैंने हाथ जोड़ कर कहा था कि गुनहगार हूं तो सजा दो और अगर गुनहगार नहीं है तो आशीर्वाद दो. थर्ड फ्रंट के मामले को लेकर उन्होंने कहा कि वर्तमान राजनीतिक हालात में मेरी नजर है और पल-पल राजनीतिक हालात बदलते हैं. अभी पूर्वानुमान करना जल्दबाजी है. जब सतह पर इस तरह की बात आएगी तब आगे बताएंगे. 

नए साल को लेकर कही ये बात

CM हेमंत सोरेन ने कहा कि काम ,लक्ष्य ,राह, हमें उन राहों पर मज़बूती से चलना है. लोगों के भरोसे को कायम रखते हुए राज्य के लोगों का विकास करना है. अब तो राज्य की बागडोर हमारे हाथ में है और इस राज्य के लोगों और नौजवानों को पूरा विश्वास है कि आंदोलनकारी का बेटा इस राज्य के प्रति अपनी कर्तव्य का निर्वहन ईमानदारी के साथ करें. मैं संकल्पित हूं कि यह राज्य ने जितनी पीड़ा सही है उसे खत्म किया जाएगा. हमारे राज्यों के लिए जो हमारे राज्य के वीर शहीदों ने सपना देखा है, उन सपना को पूरा करना हमारा मकसद है.  नए साल पर उन्होंने कहा कि नये सालके लिए सभी को अभी से शुभकामनाएं और कोरोना को ध्यान में रखते हुए सभी लोग नए साल को मनाए. 

 

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