गुमला में धर्मांतरण के खिलाफ हिंदू समाज के लोग हुए एकजुट, चलाया जागरूकता अभियान
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गुमला में धर्मांतरण के खिलाफ हिंदू समाज के लोग हुए एकजुट, चलाया जागरूकता अभियान

कार्यक्रम की शुरुआत चैनपुर प्रखंड के महिलाओं ने कार्यक्रम में उपस्थित तमाम अतिथियों का तिलक लगाकर एवं भगवा गमछा ओढा कर अभिनंदन किया.

गुमला में धर्मांतरण के खिलाफ हिंदू समाज के लोग हुए एकजुट, चलाया जागरूकता अभियान

गुमला : गुमला में धर्मांतरण के खिलाफ हल्ला बोल कार्यक्रम किया गया. धर्मांतरण को लेकर व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाकर इसके खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी गई है. बुधवार को चैनपुर के दुर्गा मंदिर प्रांगण में जनजातीय स्वधर्म जागृति सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में चैनपुर डुमरी एवं जारी प्रखंड से सैकड़ों की संख्या में सरना एवं सनातन धर्म के लोग उपस्थित हुए.

कार्यक्रम की शुरुआत चैनपुर प्रखंड के महिलाओं ने कार्यक्रम में उपस्थित तमाम अतिथियों का तिलक लगाकर एवं भगवा गमछा ओढा कर अभिनंदन किया. कार्यक्रम से पूर्व चैनपुर के खिलाड़ी सुब्रतो मुखर्जी कप विजेता विक्की कुमार साहू रजत कुजुर एवं फीफा अंडर 17 महिला विश्व कप के खिलाड़ी सुधा अंकिता तिर्की को मेडल मोमेंटो और नगद राशि देकर सम्मानित किया गया. जिसके बाद चैनपुर डुमरी एवं जारी प्रखंड से आये सभी बैगा पहनो को भगवा गमछा ओढा कर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र संपर्क प्रमुख अनिल ठाकुर के द्वारा सम्मानित किया गया. मौके पर मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र संपर्क प्रमुख (झारखंड-बिहार ) अनिल ठाकुर ने कहा कि जनजातीय स्वधर्म जागृति सम्मेलन कार्यक्रम की परिकल्पना स्वामी दिव्यज्ञान जी ने की थी. उनकी परिकल्पना पर आज यह कार्यक्रम चैनपुर में किया जा रहा है इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लोगों के बीच में धार्मिक चेतना को जागृत करते हुए सरना और सनातन धर्म को एक धागे में पिरोए रखना.

आज इस क्षेत्र के सरना धर्म के लोगों को जबरन धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है. सरना धर्मावलंबियों को जागरूक होने की आवश्यकता है. सरना एवं सनातन समाज अपने हितों को लेकर संगठित हो तभी हम धर्म की रक्षा कर सकते हैं. उन्होंने आगे कहा कि सरना आदिवासी समाज के लोग एक समय में राजा हुआ करते थे मगर आज वन वन में भटकने को मजबूर है आदिवासियों को संगठित होने की आवश्यकता है आज एक आदिवासी महिला देश की राष्ट्रपति बनी है. कल प्रधानमंत्री भी बन सकती है इसके लिए जागरूकता की आवश्यकता है. 

वहीं उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज के लोगों को डायन बिसाही कह कर सोसित किया जाता है यह कभी नहीं होना चाहिए. मौके पर विशिष्ट अतिथि अविनाश कुमार एवं प्रोफेसर रविंद्र नाथ शर्मा ने कहा कि सरना सनातन समाज एक है हमें संगठित होकर अपने धर्म की रक्षा करनी है. सना समाज के लोगों का जबरन धर्मांतरण कराया जा रहा है जिससे रोकने की आवश्यकता है. मौके पर जनजातीय (आदिवासी साध्वी) आचार्य कृष्ण कांत मिश्र अचार रामदेव पांडे ने भी सनत सनातन समाज को एकत्रित होकर संगठित होने की अपील की. मौके पर चैनपुर डुमरी जारी के सैकड़ों ग्रामीण मौजूद सहितकई गणमान्य लोग उपस्थित थे.

इनपुट-  रणधीर निधि

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