फरीदाबाद सूरजकुंड मेले में बिहार के मधुबनी से आए हसतशिल्पकार ऑर्गेनिक रंगों से तस्वीरे तैयार कर कर रहे है. जो मेले में आकर्षण का केंद्र बन गया है. अब तक आपने केमिकल से बने रंगों की पेंटिंग देखी होगी, लेकिन फूलों और पौधों के पत्तो से रंग तैयार करके ये पेंटिंग बना रहे हैं. इस कला को मधुबनी बोला जाता है और रामायण काल से इस कला का संबंध है. पहले इस कला को घरों की दीवारों पर बनाया जाता है इस कला को आगे बढ़ाने वाली यह तीसरी पीढ़ी है. मेला की दुकान नंबर 542 पर आप इस कला को देख सकते है. इस कला में उनके परिवारों को कई राज्य स्तरीय अवार्ड भी मिल चुके हैं.
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