Ghaziabad Crime News: गाजियाबाद में बैंक फ्रॉड से जुड़ी जानकारी सामने आई है. यहां एक कंपनी डेली डिपाजिट स्कीम के अंतर्गत 500 से 1000 रुपये तक प्रतिदिन जमा करता थी. इसके बाद बीते दिनों वो वहां से फरार हो गए.
Trending Photos
Ghaziabad Bank Crime: गाजियाबाद के थाना विजयनगर इलाके में पिछले कई वर्षों से रॉयल फाइन इंडिया नाम से चल रहे एक कंपनी ने लोगों से डेली डिपाजिट के नाम स्कीम चलाकर प्रतिदिन के हिसाब से 550 और 180 दिनों की डेली डिपॉजिट स्कीम चलाई, जिसमें बैंक कर्मचारी व्यापारी और रेहड़ी-पटरी वालों से उनके स्थान पर जाकर निश्चित रकम की वसूली किया करते थे और फाइनेंस कंपनी की तरफ से उन्हें रकम जमा होने का मैसेज मिल जाता.
पहले लोगों को दिलाया भरोसा फिर ठगा
पहले लोगों में यह भरोसा दिलाया गया कि यह कंपनी बैंक की तरह काम करती है और एक निजी बैंक से भी जुड़ी हुई है. कुछ लोगों को उनकी जमा किए हुए निवेश का पैसा भी फाइनेंस कंपनी द्वारा वापस कर दिया गया, जिससे लोगों में भरोसा और जम गया. लोगों के मुताबिक यहां पर लोगों के हजारों अकाउंट खुले हुए हैं, जो यहां पर डेली डिपाजिट स्कीम के अंतर्गत 500 से 1000 रुपये तक प्रतिदिन जमा करते हैं.
बैंक कर्मचारियों ने दिया इस्तीफा
इसके बाद लोगों को स्कीम पूरी होने पर यानी 550 दिन या 180 दिन जो भी स्कीम उन्होंने चुननी हो उसके अनुसार 8.5 परसेंट की दर से ब्याज लगाकर उनके निवेश की हुई रकम को लौटा दिया जाएगा. भरोसे में आकर भारी संख्या में लोगों ने बैंक के नाम पर चलाई जा रही फाइनेंस कंपनी में खाता खुलवा लिए और करोड़ों रुपए की रकम जमा करवा दी, जिसके बाद जानकारी के अनुसार कल कुछ बैंक कर्मचारियों के वहां से इस्तीफा देने और बैंक बंद होने की सूचना दिए जाने पर लोगों में हड़कंप मच गया, जिसके बाद सैकड़ों की संख्या में लोग जमा हो गए और थाने पहुंचे.
ये भी पढ़ें: बिना ID प्रूफ किराएदार रखने से पहले हो जाएं सावधान, अंबाला में घटी बड़ी घटना
लोगों ने दी थाने में शिकायत
इसके बाद थाने में पहुंचकर लोगों ने फाइनेंस कंपनी की शिकायत दी. कंपनी के ग्राहकों के अनुसार उन्हें उनके निवेश की हुई रकम पर ब्याज के साथ पैसा लौटाने का वादा कंपनी द्वारा किया गया पर उन्हें जानकारी मिली कि बैंक नाम पर चल रही फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी फाइनेंस कंपनी को बंद कर फरार हो रहे हैं. ऐसे में वह अपने पैसे लेने के लिए जब वहां पहुंचे तो वहां कोई नहीं मिला, जिसके बाद वह लोग थाने पहुंचे और पुलिस को शिकायत दी.