Lanji Chunav Result: लांजी में ढहा कांग्रेस का किला, राजकुमार ने इतने वोटों से हिना को हराया
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Lanji Chunav Result: लांजी में ढहा कांग्रेस का किला, राजकुमार ने इतने वोटों से हिना को हराया

Lanji Chunav Result 2023: मध्य प्रदेश की लांजी विधानसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा था, यहां का मुकाबला कांग्रेस दो बार की विधायक हिना कावरे और राजकुमार कर्राहे के बीच था, यहां जानिए इस बार के परिणाम.

 

MP Vidhan Sabha Chunav 2023

Lanji Assembly Election Result: मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले की लांजी विधानसभा सीट पर भाजपा ने अपना कब्जा जमा लिया. यहां से बीजेपी के राजकुमार कर्राहे ने कांग्रेस की हिना कांवरे को 2773 वोटों से हराया. बता दें कि ये सीट कांग्रेस की मजबूत गढ़ मानी जाती थी यहां से लगातार कांग्रेस दो बार चुनाव जीती थी. जानिए इस सीट के बारे में.

हिना कावरे 
इस विधानसभा सीट से कांग्रेस ने हिना कावरे को मैदान में उतारा था. हिना कावरे लांजी विधानसभा से दो बार विधायक का चुनाव जीत चुकी थी. बता दें कि हिना कावरे को छोटी सी उम्र में बड़ा नुकसान झेलना पड़ा जब उनके पिता लिखीराम कावरे की नक्सलियों ने हत्या कर दी. आपको बता दें कि लिखिराम कावरे किरनापुर सीट से तीन बार विधायक रहे थे और उस समय वह राज्य की दिग्विजय सरकार में परिवहन मंत्री के पद पर थे. दिसंबर 1999 में हिना के पिता की असामयिक मृत्यु के बाद उनकी मां पुष्पलता ने उसी सीट से दो बार चुनाव लड़ा और जीतीं. हालांकि, परिसीमन के कारण किरनापुर सीट अब अस्तित्व में नहीं है. 2013 में हिना कावरे ने अपना पहला चुनाव लांजी से लड़ा और जीत हासिल की. 2018 के चुनाव में वह फिर से विजयी हुईं और विधायक बनीं. वह कमल नाथ सरकार के दौरान विधानसभा उपाध्यक्ष के पद पर रहीं. अब एक बार फिर कांग्रेस ने उन्हें मैदान में उतारा है.

राजकुमार कर्राहे
भाजपा ने लांजी में सब चौंकाते हुए राजकुमार कर्राहे को टिकट दिया था. पूर्व में आप से जुड़े रहे राजकुमार कर्राहे लगातार दो हार के बाद पार्टी ने उन्हें  मैदान में उतारा गया था. आपको बता दें कि बीजेपी प्रत्याशी राजकुमार कर्राहे ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत लांजी क्षेत्र में युवा नेता के रूप में की थी. उन्होंने लांजी जिले में पंचायत अध्यक्ष के रूप में कार्य किया. हालांकि, 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान आरोप सामने आए, जिसमें राजकुमार पर पार्टी के हितों के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया गया. इसके बाद, वह आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हो गए और पिछले पांच वर्षों से पार्टी के साथ सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं. इस बार भाजपा ने उन्हें उम्मीदवार बनाया था.

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