छत्तीसगढ़ को जीतने के लिए भाजपा इस IAS अफसर को बनाएगी युवा चेहरा!
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छत्तीसगढ़ को जीतने के लिए भाजपा इस IAS अफसर को बनाएगी युवा चेहरा!

अगर सब कुछ तय कार्यक्रम के मुताबिक हुआ तो चुनावों में बस दो महीने का समय बचा है. छत्तीसगढ़ में भाजपा 15 साल से सत्ता में है. इस बार भी वह चुनावों में अपनी पकड़ बनाने के लिए हर कोशिश कर रही है.

छत्तीसगढ़ को जीतने के लिए भाजपा इस IAS अफसर को बनाएगी युवा चेहरा!

नई दिल्ली/रायपुर : इस साल के अंत में देश के चार राज्यों में चुनाव होने वाले हैं. इनमें मप्र, राजस्थान, मिजोरम के साथ छत्तीसगढ़ भी शामिल है. अगर सब कुछ तय कार्यक्रम के मुताबिक हुआ तो चुनावों में बस दो महीने का समय बचा है. छत्तीसगढ़ में भाजपा 15 साल से सत्ता में है. इस बार भी वह चुनावों में अपनी पकड़ बनाने के लिए हर कोशिश कर रही है. इन चुनावों में पार्टी कुछ पुराने चेहरों के टिकट काट सकती है, वहीं कुछ नए चेहरों को मौका दे सकती है. ऐसे में खबरें आ रही हैं कि रायपुर के कलेक्टर ओपी चौधरी बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं. इतना ही नहीं वह आगामी चुनाव में भाग्य भी आजमा सकते हैं.

  1. 37 साल के आईएएस अफसर ओपी चौधरी के चुनाव लड़ने की खबरें
  2. मप्र राजस्थान के साथ कुल चार राज्यों में होने हैं विधानसभा चुनाव
  3. 15 साल से भाजपा छत्तीसगढ़ में सत्ता में है

37 वर्षीय ओपी चौधरी 2005 बैच के आईएएस अफसर हैं. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, उनके भाजपा ज्वाइन करने की खबरें पक्की हैं. उनकी और बीजेपी की करीब 2 महीने से बातचीत चल रही है. माना जा रहा है कि वह अपने गृह जिले रायगढ़ से चुनाव लड़ेंगे. हालांकि भाजपा के वरिष्ठ नेता सच्चिदानंद उपासने से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, अभी तक ऐसी कोई खबर नहीं है. लेकिन यदि कोई भाजपा ज्वाइन करना चाहता है तो हम उनका स्वागत करेंगे. हालांकि पार्टी से जुड़े निजी सूत्र बताते हैं कि वह बीजेपी ज्वाइन करने वाले हैं और उन्हें यूथ आइकन के तौर पर पार्टी उतारेगी.

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ओपी चौधरी रायगढ़ जिले के बायांग गांव के रहने वाले हैं. उनका परिवार खेती किसानी से जुड़ा है. वह खुद अघारिया समुदाय से आते हैं. वहां उन्हें इस समुदाय में रोल मॉडल की तरह देखा जाता है. बीजेपी की उनके सहारे उस पूरी जाति को साधने की कोशिश करेगी.

नक्सली जिले दंतेवाड़ा को बनाया एजुकेशन सिटी
जब वह दंतेवाड़ा के कलेक्टर थे तो उन्होंने अपने कार्यकाल में दंतेवाड़ा को एजुकेशन सिटी के तौर पर पहचान दिलाई. उन्हें पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में बेहतरीन काम के लिए प्राइम मिनिस्टर अवॉर्ड भी मिल चुका है. इसके अलावा वह रायपुर में नालंदा परिसर तैयार करवा चुके हैं. ये राज्य का पहला लर्निंग सेंटर है, जो 24 घंटे चलता है.

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