रायपुर दक्षिण की इस सीट पर बीजेपी ने अपने सबसे कद्दावर नेताओं में से एक बृजमोहन अग्रवाल को मैदान में उतारा है. वह अब तक कोई भी चुनाव नहीं हारे हैं. ऐसे में इस बार का चुनाव भी उनके लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है.
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नई दिल्ली : छत्तीसगढ़ में पहले चरण का चुनाव संपन्न हो चुका है. अब निगाहें दूसरे चरण पर हैं. इस चरण के लिए 20 नवंबर को वोटिंग होगी. इस चरण में एक सीट इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है. रायपुर दक्षिण की इस सीट पर बीजेपी ने अपने सबसे कद्दावर नेताओं में से एक बृजमोहन अग्रवाल को मैदान में उतारा है. वह अब तक कोई भी चुनाव नहीं हारे हैं. ऐसे में इस बार का चुनाव भी उनके लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है. रमन सिंह सरकार में बृजमोहन अग्रवाल कैबिनेट मंत्री हैं. उनके सामने मुकाबला इस मामले में भी रोचक हो गया है, क्योंकि उनके सामने 23 उम्मीदवार मुस्लिम हैं.
बड़ी बात ये है कि कांग्रेस और अजित जोगी के सहयोग से चुनाव लड़ रही बीएसपी ने इस सीट पर मुस्लिम उम्मीदवार नहीं उतारे हैं. इस सीट से कांग्रेस ने कन्हैया अग्रवाल को मैदान में उतारा है तो बीएसपी ने उमेश दास मानिकपुरी को टिकट दिया है. ज्यादातर मुस्लिम उम्मीदवार निर्दलीय मैदान में हैं. इस सीट से कुल 46 प्रत्याशी मैदान में हैं. इनमें से 23 मुस्लिम उम्मीदवार हैं. मतलब आधे से ज्यादा उम्मीदवार मुस्लिम हैं.
ये मुस्लिम उम्मीदवार मैदान में
हबीब खान, सलीम खान, शारिक अलमस, शायरा बानो, शहाबुद्दीन, शगुफ्ता आफरोज, वकील सिद्दीकी, रुमाना हुसैन, रुबीना अंजुम, शेख रहमुदुदीन, नुसरत बेगम, ए नजीर, नईम अंसारी, मोहम्मद एजाज अहमद, इमरान बख्श, इमरान अली, शेख आसिफ खान, आमना बेगम, मोहम्मद अहमद, अब्दुल शेख नईम, अब्दुल रज्जाक, मजहर इकबाल, इलियास हुसैन.
बृजमोहन अग्रवाल 1990 से अब तक कभी भी चुनाव नहीं हारे. पहले वह रायपुर से चुनाव लड़ते थे. 2008 में परिसीमन के बाद रायपुर दक्षिण से वह चुनाव लड़ रहे हैं. 2013 में भी रायपुर दक्षिण से 39 उम्मीदवार खड़े थे. पिछले चुनाव में इस सीट पर कुल 1 लाख 37 हजार 433 वोट पड़े थे. इसमें 39 में से 22 मुस्लिम उम्मीदवारों को कुल वोट 5 हजार 151 वोट मिले ही मिले थे.
इस सीट पर मुस्लिम वोटर्स की संख्या काफी है. ऐसे में इतने मुस्लिम उम्मीदवारों का उतरना यहां पर लोगों के लिए नई बात नहीं है. पिछली बार भी यहां बड़ी संख्या में मुस्लिम उम्मीदवार उतरे थे. कई बार बड़े दल डमी प्रत्याशी के तौर पर इन्हें मैदान में उतारते हैं.