राज्योत्सव में विदेशी कलाकारों ने बांधा समां, दर्शकों के बीच पहुंचे सीएम बघेल
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राज्योत्सव में विदेशी कलाकारों ने बांधा समां, दर्शकों के बीच पहुंचे सीएम बघेल

छत्तीसगढ़ राज्य उत्सव के दूसरे दिन भी राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का रंगारंग कार्यक्रम हुआ. इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दर्शकों के बीच पहुंचकर कार्यक्रम का आनंद लिया.

राज्योत्सव में विदेशी कलाकारों ने बांधा समां, दर्शकों के बीच पहुंचे सीएम बघेल

रायपुर: छत्तीसगढ़ में चल रहे राज्य उत्सव का 2 नवंबर को दूसरा दिन रहा. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस दिन साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित राज्योत्सव एवं राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में सम्मिलित हुए. मुख्यमंत्री ने दर्शक दीर्घा में बैठकर आदिवासी नृत्य महोत्सव का आनंद लिया. समारोह में मालदीव, सर्बिया, मंगोलिया, न्यूजीलैण्ड और इंडोनेशिया के नर्तक दल ने मनमोहक प्रस्तुति दी.

सर्बिया के कलाकारों ने किया मंत्रमुग्ध
राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में करीब 4 हजार किलोमीटर दूर सर्बिया से आए 10 सदस्यीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुत नृत्य कौशल को देखकर दर्शक काफी उत्साहित हुए. न्यूजीलैण्ड के नृत्य दल ने शंख बजाकर नृत्य की शुरूआत करते हुए लोक नृत्य हाका से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया.

न्यूजीलैण्ड ने की छत्तीसगढ़ से मित्रता
न्यूजीलैण्ड के आदिवासी कलाकार अपने पारंपरिक वेश-भूषा में मंच पर पहुंचे और अपने विशिष्ट रीति-रिवाज के अनुसार नृत्य की प्रस्तुति देने से पहले छत्तीसगढ़ राज्य को मित्र बनाने की परंपरा को प्रतीक के रूप में निभाया. उन्होंने अपनी भाषा में छत्तीसगढ़ राज्य से मित्रता की घोषणा की. नर्तक दल के कलाकारों ने एक सुर में छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया का उद्घोष कर मुख्यमंत्री सहित सभी अतिथियों का अभिवादन किया.

कौन-कौन रहा मौजूद
पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू, संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, आदिम जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया, विधायक संगीता सिन्हा, हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल, छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे.

कार्यक्रम की समाप्ति
बता दें छत्‍तीसगढ़ में राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के दूसरे दिन देश-विदेश से आये कलाकारों के बीच लोक नृत्य की प्रतियोगिता उपरांत कार्यक्रम की समाप्ति हुई. इस दौरान सभी कालाकारों ने छत्तीसगढ़ सरकार का अभिवादन और आभार भी जताया.

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