संतों ने दिया कांग्रेस के मुस्लिम विधायक को आशीर्वाद, कहा- कान पकड़कर बाहर भी कर देंगे'
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संतों ने दिया कांग्रेस के मुस्लिम विधायक को आशीर्वाद, कहा- कान पकड़कर बाहर भी कर देंगे'

कंप्यूटर बाबा ने कहा कि शिवराज सरकार धर्म विरोधी कार्य कर रही हैं इसलिए अब हम कांग्रेस को समर्थन दे रहे हैं.

कंप्यूटर बाबा ने कुछ दिनों पहले ही मंत्री दर्जा से इस्तीफा दे दिया था. (फोटो साभार: सोशल मीडिया)

नई दिल्ली: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले साधु-संतों ने बीजेपी को करारा झटका देते हुए अपना समर्थन कांग्रेस को दिया है. कुछ दिनों पहले तक सीएम शिवराज सिंह चौहान सरकार में दर्जा प्राप्त मंत्री रहे कंप्यूटर बाबा ने कहा कि इस सरकार को कान पकड़कर बाहर करना है. अब हम पांच साल कांग्रेस को देते हैं. यदि कांग्रेस धर्म के हिसाब से सरकार चलाने में चूकी तो इनको भी बाहर कर देंगे.

भोपाल जुटे करीब दो हजार से ज्यादा संतों की अगुवाई करते हुए कंप्यूटर बाबा ने कहा कि हम शिवराज को 15 साल दे चुके हैं. चूंकि यह सरकार धर्म विरोधी कार्य कर रही हैं इसलिए अब हम कांग्रेस पर विश्वास जताते हुए उन्हें समर्थन दे रहे हैं. यदि कांग्रेस ने भी धर्म के रास्ते पर चलकर सरकार नहीं चलाई तो उसे भी कान पकड़कर बाहर कर देंगे.

नहीं मिली रैली की अनुमति
कंप्यूटर बाबा ने कहा, संत समाज लगातार तीन दिन से अनुमति मांग रहा है कि भोपाल की नरेला विधानसभा में रैली और रोड शो करने दिया जाए, लेकिन प्रशासन की ओर हरी झंडी नहीं मिल रही है.  मध्य प्रदेश चुनाव: संत समाज ने दिया बीजेपी को झटका, लिया यह बड़ा फैसला

रोड शो रोकने बड़े नेताओं के फोन आए
कंप्यूटर बाबा के अनुसार, ''नरेला विधानसभा से बीजेपी उम्मीदवार विश्वास सारंग ने चुनौती दी  है कि उन्हें कोई हरा नहीं सकता, लेकिन अब संत समाज उनके खिलाफ रोड शो करने जा रहा है, लेकिन प्रशासन तीन दिन से परमिशन नहीं दे रहा है. वहीं, रोड शो रोकने के लिए बड़े-बड़े नेताओं ने मुझे फोन लगाया.'' RSS के कथित पत्र में दावा, मध्यप्रदेश में सत्ता की तरफ बढ़ रही है कांग्रेस

आरिफ अकील पहुंचे संतों के पास
मध्यप्रदेश के एकमात्र मुस्लिम विधायक और कांग्रेस के मौजूदा उम्मीदवार आरिफ अकील भी अपनी उत्तर भोपाल विधानसभा में धरने पर बैठे साधु-संतों से जीत का आशीर्वाद लेने गए. इस दौरान कंप्यूटर बाबा ने आरिफ के सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया.

शिवराज को हटाने का संकल्प
संतों के सम्मेलन ''नर्मदे संसद'' में शुक्रवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ''मां नर्मदा के साथ अन्याय करने वाला कलयुगी पुत्र'' और ''साधु संतों के साथ धोखा करने वाला व्यक्ति'' करार देते हुए उन्हें पद से हटाने के लिए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को समर्थन देने का संकल्प लिया गया. MP चुनावः कांग्रेस के सुरेश पचौरी को पटखनी देने फिर मैदान में बीजेपी के सुरेंद्र पटवा

शिवराज ने नहीं निभाया मां नर्मदा को बचाने का वादा- कंप्यूटर बाबा
बाबा ने कहा, ''सत्य को परेशान किया जा सकता है, लेकिन उसे पराजित नहीं किया जा सकता. हमें इन्हें दिखाना है, तुम हमारी ही दम पर थे. इसलिए ये जरूरी हो गया है, इनको आईना दिखाया जाए.'' संतों ने अपने उद्बोधन में कहा कि बुधनी में नर्मदा स्वच्छता अभियान के दौरान मुख्यमंत्री ने संतों के साथ चर्चा में कहा था कि मां नर्मदा के साथ किसी प्रकार का खिलवाड़ नहीं होगा. रेत माफिया से नर्मदा नदी को बचाने तथा उनके संरक्षण का आश्वासन संत समाज को दिया था. मुख्यमंत्री बाद में मुकर गए और अपने रिश्तेदारों से मां नर्मदा का सीना छलनी करवाते रहे.'' गौरतलब है कि विगत अप्रैल माह में प्रदेश सरकार ने नामदेव त्यागी उर्फ कंप्यूटर बाबा सहित पांच संतों को मंत्री का दर्जा प्रदान किया था. कुछ माह बाद कंप्यूटर बाबा ने मंत्री दर्जा से इस्तीफा दे दिया था.

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