Chhattisgarh Lok Sabha Election 2024: भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए प्रभारी और सह प्रभारी नियुक्त किए हैं. इसमें नितिन नबीन छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाया गया है. विधानस सभा चुनाव में बड़ी कामयाबी के बाद नितिन नबीन को लोकसभा चुनाव के मद्देनजर ये बड़ी जिम्मेदारी दी गई है.
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Lok Sabha Chunav: रायपुर/दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 में 400 पार के नारे पर काम कर रही है. इसी को लेकर राज्यों के प्रदेश चुनाव प्रभारी और सह चुनाव प्रभारी नियुक्त किए हैं. इस संबंध में जारी आदेश के अनुसार छत्तीसगढ़ में पार्टी प्रभारी नितिन नबीन को लोकसभा चुनाव के लिए भी प्रभारी बनाया गया है. जीत की पटकथा लिखने में माहिर नितिन नबीन को छत्तीसगढ़ की जीत का इनाम बिहार में मंत्री बनाकर दिया गया था. अब उन्हें छत्तीसगढ़ में मिशन 11 के लिए अगुआ बनाया गया है.
कौन हैं नितिन नबीन?
नितिन नबीन बिहार भाजपा के दिग्गज नेता नबीन किशोर सिन्हा के बेटे है. ये बिहार भाजपा के युवा विधायकों में से एक हैं. अभी हुए JDU-BJP गठबंधन के सरकार में उन्हें मंत्री बानाया गया है. बिहार की बांकीपुर से 4 बार विधायक चुने गए हैं. पिछले चुनावों में उन्होंने लव सिन्हा को पटखनी दी थी. नितिन भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव रह चुके हैं. वो इससे पहले भी बिहार सरकार में मंत्री थे.
क्या छत्तीसगढ़ में चलेगा बिहारी बाबू का जादू?
नितिन नबीन छत्तीसगढ़ बीजेपी में सह प्रभारी के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें यह जिम्मेदारी सितंबर 2022 में दी गई थी. यानी 2023 के विधानसभा चुनाव से ठीक एक साथ पहले. उनके एक साल की मेहन में भाजपा को छत्तीसगढ़ में भारी बहुमत मिला. ऐसे में अब दावा किया जा रहा है कि मिशन 400 के लिए 2023 की तरह 2024 में भी बिहारी बाबू का जादू छत्तीसगढ़ में चलेगा.
जीत की पटकथा लिखने में माहिर
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव जीत का बड़ा क्रेडिट बिहार भाजपा के नेता नितिन नबीन को जाता है. राज्य के सह प्रभारी के तौर पर वो पर्दे के पीछे से काम कर रहे थे. 2023 के शुरुआत में ही उन्होंने ऐलान कर दिया था कि बघेल सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. उन्होंनें छत्तीसगढ़ में जीत के लिए पंचायत स्तर पर प्लानिंग की थी. इसका असपर रिजल्ट में दिखा भी है.
भूपेश सरकार के खिलाफ प्लानिंग
नितिन नबीन ने पार्टी बैठकों से लेकर अन्य मंचों से भूपेश सरकार के खिलाफ महौल बनाया था. उन्होंने पदाधिकारियों को सोशल मीडिया का सही तरीके से उपयोग करने, युवाओं को भाजपा की विचारधारा से जोड़ने की रणनीति बनाई थी. स्थानीय स्तर पर भूपेश बघेल की सरकार के खिलाफ कैंपेन नितिन नबीन ही डिजाइन करते थे. आदिवासी इलाकों में कांग्रेस के वोट काटने में इनकी प्लानिंग काफी काम की साबित हुई है.