डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही आई सामने, फर्श पर लिटाकर कर दिया मरीजों का इलाज
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डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही आई सामने, फर्श पर लिटाकर कर दिया मरीजों का इलाज

सरकारी अस्पतालों में सुविधाओं का टोटा होने की खबरें आए दिन सामने आती रहती हैं.

सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल खोलती ये तस्वीरें सरकार के दावों की भी पोल खोलती हैं.

टीकमगढ़: देशभर में स्वास्थ्य सुविधाएं बदहाल स्थिति में है. सरकारी अस्पतालों में सुविधाओं का टोटा होने की खबरें आए दिन सामने आती रहती हैं. वहीं टीकमगढ़ जिले के एक सरकारी अस्पताल में ऐसा ही एक मामला सामने आया है. बाहर से खूबसूरत दिखने वाले इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाओं के नाम पर मरीजों को जमीन पर लिटाकर पूरा इलाज कर दिया जाता है. सरकारी अस्पताल में आम जनता के लिए स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता की स्थिति क्या है, इन तस्वीरों से आप समझ सकते हैं. सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल खोलती ये तस्वीरें सरकार के दावों की भी पोल खोलती हैं. साथ ही स्वास्थ्य सुविधाओं की की बद से बदतर हो रहे हालातों को साफ दर्शा रहा है.

  1. बाहर से खूबसूरत दिखने वाले पीएचसी में नही हैं बुनियादी सुविधाएं

    सड़क हादसे में कार ने बाइक सवार तीन लोगों को मारी थी टक्कर 

    इलाज के दौरान ग्लूकोज की बोतल मरीज के परिजनों को ही पकड़ाई

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दरअसल, मामला टीकमगढ़ जिले के पृथ्वीपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का है. झांसी रोड चंद्रपुरा गांव के पास सोमवार को एक कार ने बाइक सवार तीन लोगों को टक्कर मार दी थी. घटना की जानकारी मिलते ही तत्काल पुलिस ने घायलों को उपचार के लिए पृथ्वीपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ले आई. वहीं स्वास्थ्य केन्द्र में सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल इन मरीजों को स्वास्थ्य केन्द्र महकमा उपचार के लिए बेड तक उपलब्ध नहीं करा सका. घायलों का करीब 45 मिनट तक फर्श पर लिटाकर ही उपचार किया गया. साथ ही घायलों के इलाज के दौरान ग्लूकोज की बोतल मरीज के परिजनों को ही पकड़ दी गई.

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वहां इलाज कराने आए मरीजों के तीमारदारों ने बताया कि पीएचसी में स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर केवल खानापूर्ति होती है. यहां मरीजों को लिटाने के लिए जरूरत के हिसाब से बेड नहीं हैं. तीमारदारों ने बताया कि पीएचसी में ग्लूकोज चढ़ाने के लिए जरूरी स्टैंड भी उपलब्ध नही हैं. कई बार मरीजों को एंबुलेंस के अंदर ही लिटाकर उपचार कर दिया जाता है. वहीं सड़क हादसे में घायल एक मरीज की हालत बिगड़ने पर उसे झांसी मेडिकल के लिए रेफर कर दिया गया.

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