MP के इस जिले में सलीम बना बाबा सुखराम! इस बात से प्रभावित हो कर अपनाया सनातन धर्म
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MP के इस जिले में सलीम बना बाबा सुखराम! इस बात से प्रभावित हो कर अपनाया सनातन धर्म

Morena Latest News: मुरैना जिले के हनुमान मंदिर में हजारों लोगों के बीच अखंड रामायण का पाठ हुआ. जहां सलीम, हनुमान जी से प्रभावित होकर सुखराम दास बन गया.बता दें कि गुरु महुरी देवस्थान महंत श्री श्री 1108 राम खिलावन दास महाराज ने सुखराम को दीक्षा दी.

Morena Salim became Baba Sukhram Das

Morena Salim became Baba Sukhram Das: पिछले दिनों मध्यप्रदेश में दूसरे धर्म से घर वापसी के कुछ मामले देखने को मिले.अब ऐसा ही एक मामला मध्यप्रदेश के मुरैना (religious conversion in morena) जिले से सामने आया है. जहां पर सलीम, सुखराम बाबा सुखराम दास बन गया है. मिली जानकारी के अनुसार सलीम ने हनुमान जी से प्रभावित होकर हिंदू धर्म अपनाया है.

सनातन से बड़ा कोई धर्म नहीं: सलीम 
बता दें कि मुरैना जिले की खड़ियार गांव से 3 किलोमीटर दूर कोंडर वाले हनुमान मंदिर पर हजारों लोगों के बीच अखंड रामायण पाठ हुआ. जिसमें सलीम खान ने धर्म किया परिवर्तन और सलीम खान सुखरामदास बन गए. धर्म परिवर्तन करने वाले मुस्लिम व्यक्ति ने कहा कि सनातन से बड़ा कोई धर्म नहीं. सलीम से बने सुखरामदास का कहना है कि अंतर आत्मा की आवाज आने पर उन्होंने इस्लाम को त्याग दिया और धर्म परिवर्तन कर सनातनी बन गए.

सलीम हनुमान जी से भक्ति से इतना ज्यादा प्रभावित हो गया कि उसने कुछ महीने पहले ही अपने घर छोड़कर  हनुमान मंदिर रहकर उनकी भक्ति करने लगा और अब हनुमान जी के भक्ति के चलते ही सनातनी बन गया.बता दें कि सलीम ने 7 महीने पहले गुरु महुरी देवस्थान महंत श्री श्री 1108 राम खिलावन दास महाराज से इस्लाम को पूरी तरह से त्याग कर सनातन धर्म में आने की दीक्षा ली थी और पिछले 7 महीने से मंदिर में रुक कर हनुमान जी की पूजा अर्चना की. इस दौरान उन्होंने भजन, कीर्तन और पूजा पाठ किया और उनकी भक्ति से प्रभावित होकर गुरु ने उन्हें साधु दीक्षा देने का फैसला किया.

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पत्नी ने नहीं जताई किसी तरह की आपत्ति
सलीम से  बने सुखराम के परिवार की बात करें तो उनके परिवार में पत्नी, बच्चे, पोते-पोतियां सब है और जब उन्होंने सनातन धर्म अपनाया तो वो उनसे मिलने हनुमान मंदिर भी पहुंचे. पति के धर्म परिवर्तन करने को लेकर पत्नी ने कहा कि उनको कोई आपत्ति नहीं है, जो उनको पसंद है.वह उन्होंने किया और इसी के चलते उन्होंने धर्म परिवर्तन कर लिया.बता दें कि सुखराम ने अपने परिवार के साथ नाता रिश्ता तोड़ के गुरु और हनुमान जी और अपने महाराज की शरण में रहेंगे.

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