Katni Barwara Vidhan Sabha Seat: कटनी की बड़वारा विधानसभा सीट पर पिछले चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी का कब्जा तोड़ते हुए जीत हासिल की थी. हालांकि, बीजेपी ने इस रुझान को पलटने के लिए 2023 के चुनाव के लिए धीरेंद्र सिंह को मैदान में उतारा है.
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Katni Barwara Vidhan Sabha Seat Analysis: साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव (MP Election) में भारतीय जनता पार्टी किसी भी कीमत पर आदिवासी वोट बैंक हासिल करना चाहती है क्योंकि पिछली बार आदिवासी बीजेपी से कांग्रेस की ओर चले गए थे और राज्य में कांग्रेस पार्टी की वापसी हुई थी. बड़वारा कटनी जिले की आदिवासी रिजर्व सीट है. जिस पर पिछली बार कांग्रेस ने जीत हासिल की थी. आपको बता दें कि 2018 में कांग्रेस के विजय राघवेंद्र सिंह ने भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता और विधायक मोदी कश्यप को हराया था, तो आइए समझते हैं यहां के राजनीतिक समीकरण...
वर्तमान स्थिति
पिछले चुनाव में विजय राघवेंद्र सिंह ने भारतीय जनता पार्टी के 4 बार के विधायक और पूर्व मंत्री मोती कश्यप को हराया था. मोती कश्यप ने 2014 (उपचुनाव), 2013 और 2008 में विधानसभा चुनाव में इसी सीट से जीत हासिल की थी. आपको बता दें कि विजय राघवेंद्र सिंह ने इससे पहले 2013 में इस सीट से चुनाव लड़ा था. वह मोती कश्यप के खिलाफ खड़े हुए थे. हालांकि, वो जीत तो नहीं पाए लेकिन अच्छी टक्कर दी, जिसके चलते पार्टी ने उन्हें 2018 में एक बार फिर मौका दिया जहां उन्होंने जीत हासिल की. अब 2023 के लिए इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने धीरेंद्र सिंह को मैदान में उतारा है.
जातिगत समीकरण
लगभग 236,000 मतदाताओं वाली यह विधानसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. मतदाताओं में, सबसे बड़ी संख्या में पिछड़े वर्ग के लोग शामिल हैं, जिनकी संख्या लगभग 45 प्रतिशत है. लगभग 25 प्रतिशत आबादी अनुसूचित जनजाति की है, जिसमें गौड़, कोल और भूमिया समुदाय शामिल हैं. लगभग 17 प्रतिशत सामान्य श्रेणी में आते हैं, जिनमें से अधिकांश ब्राह्मण हैं, जबकि बाकी ठाकुर, गुप्ता, जैन और कायस्थ समुदाय भी शामिल हैं.
इतिहास
बड़वारा सीट पर चुनावी इतिहास में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलती है. 2018 के चुनाव में कांग्रेस के विजयराघवेंद्र सिंह (बसंत सिंह) विजयी हुए. हालांकि, उससे पहले 2014 के उप-चुनाव में मोती कश्यप की सीट विजय हुए थे. वहीं, 2013 और 2008 में भी बीजेपी के मोती कश्यप जीते. साथ ही 2003 के चुनाव में जद (यू) की सरोज बच्चन नायक की जीत हुई थी. खास बात ये है कि जनता दल (यूनाइटेड) की मध्य प्रदेश इकाई के पूर्व अध्यक्ष बच्चन नायक 2 बार और उनकी पत्नी सरोज नायक इस सीट से 1 बार विधायक रहीं हैं.
बड़वारा सीट के विधायकों की सूची
2018: विजयराघवेंद्र सिंह (बसंत सिंह) - कांग्रेस
2014(उप-चुनाव):मोती कश्यप - भाजपा
2013: मोती कश्यप - भाजपा
2008: मोती कश्यप - भाजपा
2003: सरोज बच्चन नायक - जद(यू)
1998: हाजी गुलाम सिप्तैन - कांग्रेस
1993: बच्चन नायक - जेडी
1990: एन वी रमन - कांग्रेस
1985: हाजी गुलाम अहमद - कांग्रेस
1980: हाजी गुलाम अहमद - कांग्रेस (आई)
1977: बच्चन नायक - जेएनपी
1972: एन वी रमन - कांग्रेस