क्या है MP का नर्सिंग कॉलेज घोटाला, जिसमें फंसे खुद CBI के जांच अधिकारी, जानें पूरा मामला?
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क्या है MP का नर्सिंग कॉलेज घोटाला, जिसमें फंसे खुद CBI के जांच अधिकारी, जानें पूरा मामला?

Nursing College Scam: मध्य प्रदेश में कुछ साल पहले सामने आया नर्सिंग कॉलेज घोटाला एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है. इस बार सीबीआई ने भ्रष्टाचार के आरोप में अपने ही 3 अधिकारियों समेत कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया है. इस केस में आगे और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं. 

क्या है MP का नर्सिंग कॉलेज घोटाला, जिसमें फंसे खुद CBI के जांच अधिकारी, जानें पूरा मामला?

Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश एक बार फिर घोटालों को लेकर चर्चा में आ गया है. इस बार चर्चा की वजह नर्सिंग कॉलेज घोटाला है. घोटाला भी ऐसा जिसमें खुद जांच करने वाली देश की सबसे बड़ी एजेंसी CBI के अधिकारी फंस गए. तीन अफसर बिचौलियों के साथ मिलकर नर्सिंग कॉलेज को क्लीन चिट दे रहे थे. दिल्ली से आई सीबीआई की 7 कोर टीम और 3 से 4 सहायक टीमों की मदद से मध्यप्रदेश में छापेमारी की गई. अब तक 23 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज हो चुका है. अब इस केस में लगातार गिरफ्तारी हो रही है. इस मामले में कई बड़े-बड़े नाम सामने आ रहे हैं. आइए जानते हैं कि नर्सिंग कॉलेज घोटाला क्या है और अब तक इस केस में क्या-क्या हुआ?

  1. क्या है नर्सिंग कॉलेज घोटाला
    मध्य प्रदेश में नर्सिंग कॉलेज घोटाला साल 2020 में सामने आया था. शिकायत से पता चला कि स्टेट नर्सिंग काउंसिल ने कई ऐसे कॉलेजों को मान्यता दी हुई है, जो सिर्फ कागजों में चल रहे हैं. कई फर्जी कॉलेज किसी भी अस्पताल से नहीं जुड़े थे.
  2. एक महिला 8 कॉलेजों की प्रिंसिपल
    इन कॉलेजों के जरिए बिना किसी प्रैक्टिकल और प्रैक्टिस के जरिए डिग्रियां बांटी जा रही थीं. फर्जीवाड़े का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 2020-21 में नर्सिंग काउंसिल के रिकॉर्ड्स में लीना नाम की महिला को बड़वानी के योगेश्वर नर्सिंग शिक्षा कॉलेज के अलावा 8 और नर्सिंग कॉलेजों की प्रिंसिपल भी बताया गया. इसी तरह विष्णु कुमार स्वर्णकार को 15 नर्सिंग कॉलेजों में प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल और एसोसिएट प्रोफेसर बताया गया.
  3. हाईकोर्ट के आदेश पर शुरू हई जांच
    2022 की शुरुआत में मध्य प्रदेश के 55 नर्सिंग कॉलेजों में गड़बड़ी की जांच करने के लिए हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. हाईकोर्ट ने राज्य के सभी 375 नर्सिंग कॉलेजों की जांच सीबीआई को सौंप दी. इसी साल सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच ने भी नर्सिंग कॉलेज घोटाले में जांच शुरू की थी. 
  4. सीबीआई की रिपोर्ट पर उठे सवाल
    17 जनवरी 2024 को सीबीआई ने बंद लिफाफे में हाईकोर्ट में रिपोर्ट पेश की थी. रिपोर्ट के सामने आने के बाद से ही इस पर सवाल उठ रहे थे. दरअसल, सीबीआई ने जो रिपोर्ट पेश की उसमें नर्सिंग कॉलेजों को 3 कैटेगरी में बांटा गया था, जो सूटेबल, डिफिशिएंट और अनसूटेबल थीं. सीबीआई ने 308 में 169 कॉलेज को सूटेबल बताते हुए क्लीन चिट दे दी थी. 
  5. व्हिसलब्लोअर का आरोप
    नर्सिंग फर्जीवाड़े मामले में व्हिसलब्लोअर रवि परमार का आरोप है कि सीबीआई के अफसर के साथ मिलकर नर्सिंग के संचालकों ने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार कर क्लीन चीट ली. रवि परमार को आशंका है कि अभी भी कई और नर्सिंग कॉलेज ऐसे हैं जिनकी जांच होनी चाहिए. 
  6. एक बिल्डिंग में 2 कॉलेज
    ZEE मीडिया की टीम उन कॉलेज में पहुंची जिन्हें CBI इंस्पेक्टर ने क्लीन चिट दी थी. इस दौरान पाया गया कि APS एकेडमी ऑफ नर्सिंग साइंस कॉलेज को साकेत नगर के भोपाल पब्लिक स्कूल की बिल्डिंग में दिखाया गया था. इसी स्कूल में दो नर्सिंग कॉलेज एक साथ चल रहे थे. KP मेमोरियल नर्सिंग कॉलेज के नाम से नया कॉलेज खोला गया. यह नर्सिंग कॉलेज के लिए तय शर्तों में एक भी शर्त पूरी नहीं करता.
  7. CBI को ऐसी लगी भनक
    जनवरी में रिपोर्ट पेश करने बाद से ही सीबीआई ने जांच कर रहे इंस्पेक्टर के फोन की निगरानी शुरू कर दी थी. इंटरनल विजिलेंस टीम ने इस पर नजर रखना शुरू किया. दिल्ली सीबीआई को चार महीनों तक जांच अधिकारियों और नर्सिंग कॉलेज संचालकों के बीच सांठगांठ के पुख्ता सबूत मिले. विजिलेंस टीम को पता चल गया कि इंस्पेक्टर राहुल राज रिश्वत लेकर अमानक नर्सिंग कॉलेजों की रिपोर्ट में फेरबदल कर रहे हैं. इसके बाद दिल्ली की सीबीआई टीम ने बेहद गोपनीय तरीके से कार्रवाई शुरू की. 
  8. अब तक गिरफ्तार हुए आरोपी
    CBI ने पिछले 3 दिन में अफसर राहुल राज, सुनील कुमार और ओम गोस्वामी रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार किया. रतलाम नर्सिंग कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल जुगल किशोर शर्मा 7 लाख 99 हजार रुपये रिश्वत देने के आरोप में गिरफ्तार. भाभा कॉलेज के प्रिंसिपल जलपान अधिकारी भी 1 लाख 80 हजार रिश्वत देने के आरोप में गिरफ्तार. सीबीआई ने एक आरोपी राधारमण को राजस्थान से गिरफ्तार किया. राधा रमण शर्मा, जुगल किशोर शर्मा का भाई है. उससे 15 लाख रुपए और डॉक्यूमेंट जब्त किए गए. इनके अलावा दलाल सचिन जैन, मलय नर्सिंग कॉलेज की प्रिंसिपल सुमा रत्नाम भास्करन, अनिल भास्करन और आरडी मेमोरियल नर्सिंग कॉलेज के रवि भदौरिया समेत अन्य  लोग गिरफ्तार हो चुके हैं. दलाल के रूप में काम कर रहे ओम गोस्वामी समेत तीन महिलाओं को भी गिरफ्तार किया गया है.

CBI की टीमों ने भोपाल, रतलाम, दिल्ली, जयपुर, इंदौर समेत करीब 31 ठिकानों पर रेड मारी है. इन ठिकानों से तलाशी के बाद 2 करोड़ से अधिक रकम बरामद की गई है. इसके अलावा आरोपियों के घर से 4 सोने के बिस्किट और 36 मोबाइल भी जब्त किए गए हैं. 150 से अधिक आपत्तिजनक दस्तावेजों को भी जब्त किया. इसके अलावा 3 दिन में अब तक कुल 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. 

रिपोर्ट: आकाश द्विवेदी, भोपाल

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