MP Police Transfer: गड़बड़ी करने वालों को मिली सबक वाली सजा! 800 KM दूर किया गया 12 पुलिसकर्मियों का तबादला
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MP Police Transfer: गड़बड़ी करने वालों को मिली सबक वाली सजा! 800 KM दूर किया गया 12 पुलिसकर्मियों का तबादला

MP Police Transfer 800 KM Away: मध्य प्रदेश में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सुधीर कुमार सक्सेना के निर्देश पर गड़बड़ी/भ्रष्टाचार में लिप्त पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है. करीब 800 किलोमीटर दूर कई पुलिसकर्मियों को निलंबित कर तबादला कर दिया गया है.

MP Police Transfer 800 KM Away

प्रमोद शर्मा/भोपाल: भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे मध्य प्रदेश के 12 पुलिसकर्मियों (12 policemen transferred from Madhya Pradesh) को पहली बार ऐसी सजा दी गई जो बाकियों के लिए सबक बने. डीजीपी सुधीर सक्सेना ने इन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर उन्हें मुख्यालय से लगभग 800 किलोमीटर दूर तबादला कर दिया है. बता दें कि आगामी आदेश तक ये सभी वहीं लाइन अटैच रहेंगे. इन 12 पुलिसकर्मियों में एसआई,इंस्पेक्टर, हवलदार,सिपाही शामिल हैं. पिछले 20 दिनों में रीवा, मऊगंज, मुरैना, उज्जैन जिलों में लोकायुक्त पुलिस ने पुलिसकर्मियों को रिश्वत लेते पकड़ा है.

गड़बड़ी/भ्रष्टाचार में लिप्त पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई 
- 28 मार्च को रीवा में ट्रैफिक सूबेदार दिलीप कुमार तिवारी एवं आरक्षक अमित सिंह को लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा था. इसके बाद डीजीपी के आदेश पर दोनों को निलंबित किया था. निलंबन के दौरान ही दोनों का मुख्यालय परिवर्तन कर सूबेदार दिलीप तोमर को रीवा से शाजापुर एवं अमित सिंह को रीवा से भिंड भेजा गया.
- 30 मार्च को रीवा जिले के थाना प्रभारी सुनील कुमार गुप्ता और उप-निरीक्षक रानू वर्मा पर होटल संचालक से पैसा मांगने की शिकायत लोकायुक्त पुलिस को मिली थी. लोकायुक्त की दबिश से पहले दोनों थाना छोड़कर भाग गए थे. दोनों को डीजीपी के आदेश से निरीक्षक सुनील कुमार गुप्ता को रीवा से खंडवा एवं उप-निरीक्षक रानू वर्मा को रीवा से टीकमगढ़ स्थानांतरित किया गया.

- मऊगंज के कार्यवाहक ASI राजकुमार पाठक को 14 अप्रैल को शिकायत पर लोकायुक्त द्वारा पैसे लेते हुए ट्रेप किया गया था. जिसके बाद डीजीपी के आदेश पर ASI को स्थानांतरित कर रीवा से बड़वानी भेजा गया एवं लोकायुक्त से रिपोर्ट प्राप्त होने पर निलंबन की कार्रवाई की जाएगी. प्रकरण में थाना प्रभारी को अपने अधीनस्थों पर ठीक से पर्यवेक्षण न करने के कारण थाना मऊगंज से लाइन अटैच किया गया.

जिला मुरैना
-मुरैना जिले में पुलिस अधीक्षक के स्थानांतरण के समय से ही लगातार साइबर सेल पर गड़बड़ी किए जाने की शिकायत आ रही थी. जिसके आधार पर डीजीपी के निर्देश पर सब इंस्पेक्टर सचिन पटेल (SAF) प्रभारी साइबर सेल मुरैना को वापस SAF भेज कर उनका स्थानांतरण 34 बटालियन धार किया गया. साइबर सेल में कार्य कर रहे आरक्षक सर्वजीत सिंह को मुरैना से अलीराजपुर,आरक्षक रवि पटेल को मुरैना से मंडला,आरक्षक अजीत जाट को मुरैना से बुरहानपुर तथा आरक्षक प्रशांत नरवरिया का मुरैना से झाबुआ स्थानांतरण किया गया.

-यातायात थाना प्रभारी मुरैना अखिल नागर का थाने में शराब पीते हुए वीडियो सामने आने पर उन्हें तत्काल निलंबित किया गया तथा निलंबन के दौरान उनका स्थानांतरण परिवर्तित कर मुरैना से खरगोन किया गया.

जिला उज्जैन
-उज्जैन में दिनांक 6 अप्रैल को आरक्षक रवि कुशवाहा को लोकायुक्त ने रंगे हाथ ट्रैक किया गया था. जिसके बाद डीजीपी के निर्देश पर आरक्षक को निलंबित किया गया था. निलंबन अवधि में मुख्यालय परिवर्तित कर उज्जैन से सीधी किया गया. प्रकरण में थाना प्रभारी को भी जिम्मेदार मानते हुए थाना प्रभारी चिमनगंजमंडी जितेंद्र भास्कर को पुलिस लाइन उज्जैन संबंध किया गया.

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