परिवार का आरोप है कि एसडीएम ने किसान की फैमिली को राहुल की रैली में न जाने को कहा गया है.
Trending Photos
भोपाल: मध्य प्रदेश के मंदसौर में किसानों पर पुलिस गोलीबारी की पहली बरसी के मौके पर राहुल गांधी जनसभा को संबोधित करने के लिए पहुंच गए हैं. इसी बीच खबर है कि पिछले साल पुलिस फायरिंग में मारे गए किसान अभिषेक पाटीदार की फैमिली को जिले के एसडीएम की तरफ से रैली में न जाने का धमकी भरा फोन आया है. परिवार का आरोप है कि एसडीएम ने किसान की फैमिली को राहुल की रैली में न जाने को कहा गया है.
न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए अभिषेक के परिजनों ने कहा कि कहा कि हमारे दूसरे बेटे को एसडीएम ने फोन पर राहुल की रैली में न जाने के लिए कहा, लेकिन जब उसने उन्हें बताया कि मेरे माता-पिता जा रहे हैं तो एसडीएम ने कहा कि वो राहुल गांधी से न मिलें.
मंदसौर गोलीकांड बरसी: राहुल की रैली में दो लाख लोगों के आने का दावा, हाई अलर्ट पर पुलिस
MP: Parents of Abhishek Patidar, who died during #Mandsaur farmers' protest last year,say, 'SDM (Sub-Divisional Magistrate) called our other son & asked who among us will meet Rahul Gandhi, when my son told him that my parents are going,SDM said ask them to not meet Rahul Gandhi' pic.twitter.com/aVE9UgfAaq
— ANI (@ANI) June 6, 2018
कुछ जगहों पर किसानों ने राहुल गांधी वापस जाओ के लगाए नारे लगाते हुए कहा कि 'राहुल गांधी किसानों की लाशों पर राजनीति करना बंद करें'. इसी बीच प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा कि सरकार मंदसौर गोलीकांड के मृतकों के परिजनों से राहुल गांधी को मिलने से रोकने का प्रयास कर रही है.
कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा कि शिवराज सरकार का दमनचक्र का खेल जारी. मंदसौर गोलीकांड के मृतकों के परिजनों से पिछले वर्ष भी राहुल गांधी से मिलने से रोकने वाली सरकार के इशारे पर इस वर्ष भी मिलने से रोकने का प्रयास. परिजनों को धमकाया जा रहा है. आख़िर पीड़ितों को कितना दबायेगी सरकार...?
शिवराज पर कमलनाथ का वार, बोले- 'राहुल की रैली को रोकने का प्रयास कर रही सरकार'
शिवराज सरकार का दमनचक्र का खेल जारी...
मंदसौर गोलीकांड के मृतको के परिजनो से पिछले वर्ष भी राहुल गांधी जी से मिलने से रोकने वाली सरकार के इशारे पर इस वर्ष भी मिलने से रोकने का प्रयास....
परिजनो को धमकाया जा रहा है...
आख़िर पीड़ितों को कितना दबायेगी सरकार...?— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) June 6, 2018