आप घर बैठे सावन के पहले सोमवारी पर महाकालेश्वर मंदिर की आरती का आनंद लें. बाबा महाकाल के दर्शन घर बैठे करें.
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उज्जैन: सावन का आज पहला सोमवार है. यह दिन शिवभक्तों के लिए खास है. देशभर के शिव मंदिरों और शिवालयों में सुबह से ही जलाभिषेक हो रहे हैं. जिस लोगों के लिए संभव है वे देश भर के ज्योर्तिलिंगों में जाकर भगवान भोले के दर्शन का लाभ ले रहे हैं. हालांकि सभी लोगों के लिए ज्योर्तिलिंगों के पास पहुंचना मुश्किल है. ऐसे लोगों के लिए हम उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर की विशेष आरती का वीडियो लेकर आए हैं. यानी आप घर बैठे सावन के पहले सोमवारी पर महाकालेश्वर मंदिर की आरती का आनंद लें. बाबा महाकाल के दर्शन घर बैठे करें.
मान्यता है कि भगवान शिव के दिन सच्चे मन से भोलेनाथ को फूल, भांग और प्रसाद चढ़ाने से वह खुश होते हैं और मनोकामना पूरी करते हैं. सावन के सोमवार के दिन पूजा तो हर कोई करता है कि, लेकिन पूजा के दौरान कुछ बातों का ध्यान आपको अवश्य रखना चाहिए. लेकिन पूजन के दौरान कुछ ऐसे उपाय है जिनसे भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं. यहां हम आपको बताएंगे भोलेनाथ के पूजन से जुड़े कुछ आसान उपाय जिनसे भगवान शिव आपकी मनोकामना अवश्य पूरी करेंगे.
#WATCH: Early morning prayers being held at Ujjain's Mahakal temple on the first Monday of 'Sawan' month. #MadhyaPradesh pic.twitter.com/BzPhraIGJN
— ANI (@ANI) July 29, 2018
विधि-विधान से पूजा
सावन पर कुछ लोग मंदिर में तो कुछ घर पर ही विधि-विधान से पूजा करना पसंद करते हैं. इस दिन मंदिरों में काफी भीड़ होती है तो ऐसे में मंदिर में विधि-विधान से पूजा करना संभव नहीं हो पाता. आगे पढ़िए कैसे सावन में घर में आसान तरीके से भोलेनाथ का पूजन किया जाए.
सावन की सोमवारी वाले दिन प्रात: काल उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर भोलेनाथ के व्रत का संकल्प लें. इस दिन हो सकें तो पूजन शुरू करने से पहले और बाद यानी पूरे दिन ऊं नम: शिवाय का मन ही मन जप करते रहें. भगवान से सुख-समृद्धि के लिए कामना करें.
पूजन की तैयारी में सबसे पहले भगवान शंकर की पूजा के लिए शुद्ध आसन पर बैठकर जल से आचमन करें. इसके बाद यज्ञोपवित (जनेऊ) धारण कर शरीर को शुद्ध करें. अब आसन की शुद्धि करें. धूप और दीपक प्रज्ज्वलित कर पूजन की तैयारियां शुरू करें.
#MadhyaPradesh: Early morning prayers being held at Ujjain's Mahakal temple on the first Monday of 'Sawan' month. pic.twitter.com/KHw09ISwmG
— ANI (@ANI) July 29, 2018
हाथ में बिल्वपत्र और चावल लेकर भगवान शिव को अर्पित करें. बिल्वपत्र अर्पित करने से पहले उन पर ऊं नम: शिवाय मंत्र लिखें. पांच, 11 या 21 बिल्वपत्र अर्पित करने के बाद भोलेनाथ को आसन, आचमन, स्नान, दही-स्नान, घीद्य-स्नान, शहद-स्नान व शक्कर-स्नान कराएं.
पंचामृत से स्नान
इसके बाद भगवान को पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और शक्कर का मिश्रण) से स्नान कराएं. फिर सुगंध (इत्र) और इसके बाद शुद्ध जल से स्नान कराएं. अब प्रभु को वस्त्र अर्पित करें और जनेऊ चढाएं. अब इत्र, अक्षत, फूल माला, बिल्वपत्र, धतूरा और भांग चढाएं.
फल और दक्षिणा अर्पित करें
अब भोलेनाथ के शिवलिंग पर अलग-अलग तरह के मौसमी फल और दक्षिणा अर्पित करें. इसके बाद एक प्लेट में दीपक व धूप के साथ कपूर प्रज्ज्वलित कर भोलेनाथ की आरती (जय शिव ओंकारा...) करें.
क्षमा याचना
पूजन पूरा होने के बाद प्रभु के सामने क्षमा याचना जरूरी है. क्षमा याचना के लिए क्षमा मंत्र ‘आह्वानं ना जानामि, ना जानामि तवार्चनम, पूजाश्वैव न जानामि क्षम्यतां परमेश्वर:’ जप करें और अक्षत व फूल अर्पित करें.
भगवान से प्रार्थना
क्षमा याचना में भक्त भोलेनाथ से प्रार्थना करते हुए कहता है कि हे प्रभु मैं ज्यादा तो कुछ नहीं जानता लेकिन मैंने अपनी क्षमता और सामथ्र्य से ज्यादा किया है, इसलिए हे प्रभु आप इसे स्वीकार कीजिए और मुझ पर अपनी कृना बनाए रखें. इस प्रकार सावन के सोमवार पर पूजन करने से भोलेनाथ आपकी मनोकामना पूरी करेंगे.