जयपुर: लगातार बढ़ रहे है जीका वायरस के मामले, मरीजों की संख्या हुई 140
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जयपुर: लगातार बढ़ रहे है जीका वायरस के मामले, मरीजों की संख्या हुई 140

अस्पलात के सूत्रों की मानें तो हॉस्पिटल के आइसोलेशन कंपार्टमेंट में अभी भी जीका वायरस के 20 मरीजों को रखा गया है.

हालांकि स्वास्थय विभाग की मानें जीका के मरीजें की संख्या 120 से आगे नहीं बढ़ी है.

जयपुर: प्रदेश में जीका वायरस के मामले बढ़ते जा रहे है. ताजा खबरों के अनुसार प्रदेश की राजधानी में जीका वायरस के मरीजों की संख्या 140 के पार जा चुकी है. हालांकि स्वास्थय विभाग की मानें जीका के मरीजें की संख्या 120 से आगे नहीं बढ़ी है. वहीं विभाग का यह भी कहना है कि जीका वायरस के 120 मरीजों में सो अब 105 मरीज जीका से मुक्त हो चुके हैं. 

जबकि अस्पलात के सूत्रों की मानें तो हॉस्पिटल के आइसोलेशन कंपार्टमेंट में अभी भी जीका वायरस के 20 मरीजों को रखा गया है. वहीं स्वास्थय विभाग ने इन तथ्यों को नकारते हुए यह बोला है कि अस्पताल में जीका वायरस से ग्रसित अभी कोई भी मरीज भर्ती नहीं है. हालांकि रविवार को ही जीका वायरस को लेकर CMO नें एक मीचिंग बुलाई थी. जिसमें स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारी भी मौजूद थे. 

खबरों के मुताबिक इस बैठक में इस बात पर चर्चा की गई कि सरकार के तमाम इंतजामों के बाद भी प्रदेश में जीका वायरस के मरीज लगातार कैसे बढ़ रहे हैं. बता दें कि राजधानी में रविवार तक जीका वायरस के मराजों की संख्या 130 के पार हो चुकी थी. बता दें कि हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे.पी.नड्डा ने राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से राज्य में जीका वायरस का फैलाव रोकने के लिए केंद्र की तरफ से सभी तरह के सहयोग का भरोसा दिया था. उन्होंने कहा था कि दवाओं व जांच किट की कोई कमी नहीं है और इसे राज्य को जरूरत के अनुसार मुहैया कराया जाएगा. नड्डा ने राज्य में वेक्टर को नियंत्रित करने के लिए फ्यूमिगेशन सहित दूसरे उपाय अपनाने का आह्वान किया था. 

हालांकि सरकार की मानें तो स्वास्थ्य विभाग जीका को रोकने के लिए तमाम उपाए कर रहा है. लेकिन हालात देखते हुए ये कहा जा सकता है कि विभाग के प्रयास उतने सफल नहीं हो पा रहे हैं जितनी तेजी से जीका पैर परास रहा है. शास्त्री नगर से निकलकर पहले ये वायरस सिंधी कैंप पहुंचा और अब राजधानी के दूसरे कोनों में भी पॉजीटिव केस सामने आए हैं. हालांकि विभाग का दावा है कि पॉजीटिव केस में से तीन चौथाई केस अब संक्रमण से बाहर हैं. लेकिन बढ़ते केस चुनौती का सबब बना हुआ है.

वहीं जयपुर शहर में पिछले 3 सप्ताह में शास्त्रीनगर साहित प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार व्यापक स्तर पर स्क्रीनिंग, सर्वे व एंटीलारवा कार्यवाही की जा रही है. लगभग 330 टीमो द्वारा घर-घर जाकर सर्वे भी किए जा रहे हैं. वहीं अब तक 1 लाख से अधिक घरों का सर्वेक्षण कर ढाई लाख से अधिक कंटेनर्स में एन्टीलार्वा कार्यवाही की गई है. साथ ही बुखार पीड़ितों व गर्भवती महिलाओं की चिकित्सकीय सलाह पर सैंपल लेकर जांच भी करवायी जा रही है. 

उधर, स्वास्थ्य मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया था कि विभाग जीका प्रभावित शास्त्री नगर, विद्याधर नगर और सिंधी कैंप के क्षेत्र में एक लाख से ज्यादा घरों का सर्वे कर चुका है. लगभग हजारों घरों में डेंगू का लार्वा नष्ट किया गया है. विभाग ने जीका के कहर को देखते हुए अब टीमों की संख्या 300 से बढ़ाकर 330 कर दी है. ये टीमें घर-घर जाकर बुखार के मरीजों की स्क्रीनिंग कर रही हैं और जांच के लिए सैंपल ले रही हैं.

प्रदेश में जीका वायरस से 22 गर्भवती महिलाएं भी प्रभावित थी जो खतरे से बाहर हैं. बहरहाल राजधानी में जीका के साथ मौसमी बीमारियां स्वाइन फ्लू, डेंगू, मलेरिया का भी कहर जारी है. इन बीमारियों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री, मुख्य सचिव, एसीएस समीक्षा कर रहे है लेकिन आंकड़े लगातार बढ़ते जा रहे है. अगर जल्दी ही इन बीमारियों को रोकने के लिए पुख्ता कदम नहीं उठाए गए तो हालात बिगड़ सकते हैं.    

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