Jaipur News: सवाईमाधोपुर निवासी धोली ने एक प्राइवेट अस्पताल में तिल्ली का ऑपरेशन कराना महंगा पड़ गया. धोले का ऑपरेशन के बाद पेठ में काफी तेज दर्द उठा. उसके बाद उसे जयपुर के सावई मान सिंह अस्पताल मे दाखिल कराया. जहां डॉक्टरों ने एक्सरे देख कर उनके होश उड़ गए.
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Jaipur News: हम अक्सर यह कहते है कि भगवान के बाद अगर आपकी जान का कोई रक्षक है तो वह सिर्फ डॉक्टर लेकिन अगर यही रक्षक आपकी जिंदगी की डोर के साथ लापरवाही दिखानी शुरू कर दे तो मरीजों को किसका सहारा मिलेगा. ऐसा ही एक मामला जयपुर के सीतापुरा स्थित एक प्राइवेट अस्पताल का सामने आया था. जहां डॉक्टर की बड़ी लापरवाही के कारण एक महिला मरीज की सर्जरी के दौरान उसके पेट में कैंची छोड़ दी.
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पेट में दिखी कैंची
आपरेशन के बाद जब महिला के पेट में दर्द उठा तो उसका एक्सरे किया गया. जिसमें महिला के पेट में कैंची दिखी. यह देख के डॉ. चौक गए. बता दें कि निजी अस्पताल की लापरवाही को एसएमएस अस्पताल के डॉक्टर्स ने सफलतापूर्वक संभाला और महिला के पेट में कैंची को निकाल कर उसकी जान बचाई. वहीं महिली मरीज के साथ हुई इस तरह की लापरवाही के बाद भी निजी अस्पताल ने अभी तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की . जिसे अब तक 24 घंटे बीत गए है.
क्या था मामला
सवाईमाधोपुर निवासी धोली ने बीते दिनों प्राइवेट अस्पताल में तिल्ली बढ़ने का ऑपरेशन कराने आई थी. ऑपरेशन कराने के बाद 20 अप्रैल को धोली को अस्पताल से तो डिस्चार्ज हो कर दिया, लेकिन कुछ दिन बाद उसके पेट में अचानक तेज से दर्द उठने लगा. जिसपर उसे जयपुर के सबसे बड़े सवाई मानसिंह असेपताल में भर्ती करवाया गया. जहां डॉक्टर्स ने जब उसके पेट का एक्सरे किया तो उन्हें उसमें से सर्जिकल उपकरण मेटल की कैंची दिखी .
एक्स-रे में हुआ खुलासा
अस्पताल में एक्स-रे कराने पर मरीज के पेट में कैंची नजर आई. इस पर सर्जरी यूनिट की हेड डॉक्टर शालू गुप्ता ने देर रात ऑपरेशन करते हुए कैंची को बाहर निकाला. डॉ. शालू ने बताया कि मरीज अब ठीक है जल्द उन्हें डिस्चार्ज भी कर दिया जाएगा. डॉ. शालू ने इसे लापरवाही के बजाय ऑपरेशन टीम का एक ह्यूमन एरर बताया.
वहीं, प्राइवेट अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आरसी गुप्ता ने मामला संज्ञान में आने के बाद अब जांच की जाने की बात कही है. हालांकि प्रशासन की ओर से अभी तक महिला का ऑपरेशन करने वाले किसी डॉक्टर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई.
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