19 दिसंबर को राजस्थान के 50 हजार किसान करेंगे दिल्ली कूच,गर्जना रैली में होंगे शामिल
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19 दिसंबर को राजस्थान के 50 हजार किसान करेंगे दिल्ली कूच,गर्जना रैली में होंगे शामिल

Jaipur News : राजस्थान के जयपुर से 50 हजार किसान दिल्ली में किसानों की गर्जना रैली में शामिल होगें.

 

19 दिसंबर को राजस्थान के 50 हजार किसान करेंगे दिल्ली कूच,गर्जना रैली में होंगे शामिल

Jaipur News : भारतीय किसान संघ की ओर से नई दिल्ली में 19 दिसम्बर को होने वाली गर्जना रैली में राजस्थान से 50 हजार किसान शामिल होंगे. रैली में जयपुर, चित्तौड़ और जोधपुर प्रांत से किसान रेल, बसों और निजी वाहनों से दिल्ली जाएंगे. इससे पहले रैली में संख्या बढ़ाने के लिए पीले चावल बांटकर किसानों से सम्पर्क किया जा रहा है.

जयपुर प्रांत महामंत्री सांवरमल सोलेट ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि फसलों के लागत आधारित लाभकारी मूल्य, हर खेत को पानी सहित विभिन्न मांगो को लेकर किसान गर्जना रैली की जा रही है. भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में देशव्यापी आंदोलन के तहत रैली में देशभर के किसान शामिल होंगे.

जयपुर प्रांत सहित गांव-ढाणी में तैयारियां की जा रही है. सोलेट ने कहा कि आजादी के बाद किसानों ने फसलों के उचित मूल्य मिलने का सपना देखा था, लेकिन किसान कर्ज में डूब गया. फसलों का मूल्य बढ़ने के बजाय कम होता गया. पहले ढाई बोरी में एक तोला सोना आता था, लेकिन आज 24 बोरी में एक तोला सोना आ रहा है. किसान आत्महत्या कर रहा है, लेकिन सरकारें अनदेखी कर रही है. इसको देखते हुए केंद्र और राज्य सरकारों को जगाने के लिए गर्जना रैली की जा रही है. भारतीय किसान संघ किसानों को लागत आधारित लाभकारी मूल्य दिलाने को लेकर लगातार प्रयासरत है. 
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जिला विपणन प्रमुख बजरंगलाल शर्मा ने बताया कि दिल्ली के रामलीला मैदान में प्रदर्शन कर किसानों को लागत आधारित लाभकारी मूल्य देने, कृषि आदानों पर से जीएसटी खत्म करने, किसान सम्मान निधि राशि में बढ़ोतरी करने, जीएम सरसों को प्रतिबंधित करने व हर खेत को नहरी सिंचाई का पानी देने हेतु नदियों को जोड़ने की मांग रखेंगे. 

प्रांत अध्यक्ष कालूराम बागड़ा ने बताया कि भारतीय किसान संघ न्यूनतम समर्थन मूल्य के बजाय फसलों के लागत आधारित लाभकारी मूल्य की मांग कर रहा है. न्यूनतम समर्थन मूल्य फसलों की वास्तविक लागत से बहुत दूर है ऐसे में किसान पूंजीगत लागत पर ब्याज, मशीनरी के मूल्यह्रास, किसान का कुशल उद्यमी अनुसार मेहनताना जोड़ कर आने वाली लागत के अनुसार फसल उत्पादन लागत की गणना कर उस पर 50 प्रतिशत लाभांश जोड़कर कर लाभकारी मूल्य घोषित किए जाने की मांग करेंगे.

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प्रचार मंत्री लोकश चंदेल ने बताया कि किसान फसल उत्पादक होने के बावजूद किसानों को जीएसटी का इनपुट क्रेडिट नहीं मिलता है, इसलिए किसान गर्जना रैली में कृषि आदानों पर से जीएसटी खत्म करने की मांग भी रखी जाएगी. जयपुर ज़िला विपणन प्रमुख बजरंग लाल शर्मा, जिला उपाध्यक्ष राधेश्याम शर्मा ने बताया कि बढ़ती महंगाई और मुद्रा स्फीति के अनुसार किसान सम्मान निधि राशि में भी बढ़ोतरी नहीं हुई है, ऐसे में रैली के दौरान इसे भी केंद्र सरकार के समक्ष प्रमुखता से रखा जाएगा.

रिपोर्टर- विष्णु अवतार

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