राजस्थान में तस्करों से निपटने के लिए नई एंटी नारकोटिक्स टास्क यूनिट बनाने की तैयारी
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राजस्थान में तस्करों से निपटने के लिए नई एंटी नारकोटिक्स टास्क यूनिट बनाने की तैयारी

पिछले तीन साल में राजस्थान में लगातार मादक पदार्थों की तस्करी बढ़ रही है ऐसे में तस्करों से लड़ाई के लिए एक नई यूनिट एंटी नारकोटिक्स टास्क यूनिट के गठन की तैयारी की जा रही है.

राजस्थान में तस्करों से निपटने के लिए नई एंटी नारकोटिक्स टास्क यूनिट बनाने की तैयारी

Jaipur: प्रदेश में मादक पदार्थों की तस्करी और तस्करों से लड़ाई के लिए एक नई यूनिट एंटी नारकोटिक्स टास्क यूनिट के गठन की तैयारी की जा रही है. एसओजी और क्राइम ब्रांच में काम कर रही सेल को एक कर नई यूनिट गठित की जा रही है. गृह राज्यमंत्री राजेंद्र यादव की सहमति के बाद फाइल वित्त विभाग भेजी गई है.  राजस्थान में तेजी से मादक पदार्थों की तस्करी के साथ युवाओं में नशे की लत भी तेजी से बढ़ रही है. 

केंद्र सरकार की ओर से पिछले दिनों मादक पदार्थ तस्करों की धरपकड़ और मादक पदार्थों से जुड़े अपराधों पर कार्रवाई के लिए स्पेशल टॉस्क फोर्स बनाने के निर्देश दिए थे. राजस्थान में सुनियोजित और संगठित रूप से मादक पदार्थों की तस्करी हो रही है. तस्करी में बड़े पैमाने पर अवैध हथियार और चोरी के वाहन काम में लिए जा रहे हैं. प्रदेश में कई जगह मादक पदार्थ तस्कर पुलिस पर हमला कर चुके हैं, पुलिस से मुठभेड में तस्कर मारे भी गए हैं. पिछले तीन साल में राजस्थान में लगातार मादक पदार्थों की तस्करी बढ़ रही है. वर्ष 2019 में मादक पदार्थ के 2592 केस दर्ज हुए, वहीं, वर्ष 2020 में 2743 और वर्ष 2021 में 2989 केस दर्ज किए गए.

ऐसे आगे बढ़ी नई यूनिट की राह
इस पर पुलिस मुख्यालय ने स्पेशल टॉस्क फोर्स एंटी ड्रग्स बनाने और प्रभावी कार्रवाई के लिए एंटी ड्रग्स की 9 चौकियां गठित करने का का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा था, लेकिन वित्त विभाग ने इस असहमति जताई थी. दूसरी ओर राज्य सरकार स्तर पर ही नशे खिलाफ कार्रवाई के लिए नई यूनिट एंटी नारकोटिक्स टास्क यूनिट गठन का प्रस्ताव तैयार किया गया है. वर्तमान में क्राइम ब्रांच में ड्रग एंड मैजिक रेमेडीज सेल और एसओजी में एनडीपीएस सैल कार्यरत हैं. इनमें ड्रग एंड मैजिक रेमेंडीजी सेल में 12 पद तथा एनडीपीस सेल में 9 पद स्वीकृत हैं, ऐसे में गृह विभाग ने ड्रग एंड मैजिक रेमेंडीजी सेल को एटीएस के अधीन किए जाने पर पीएचक्यू से टिप्पणी मांगी. पद ट्रांसफर में विधिक कठिनाई तो नहीं आने पर पूछा गया, लेकिन जवाब नहीं मिला है. इसके बाद गृह विभाग स्तर से ड्रग एंड मैजिक रेमेडीज सेल तथा एसओजी में एनडीपीएस सैल को एक कर नई यूनिट गठन का प्रस्ताव तैयार किया. इस नई यूनिट को एंटी नारकोटिक्स टास्क यूनिट गठन का प्रस्ताव तैयार कर गृह राज्यमंत्री राजेंद्र यादव से अनुमोदन कराया. नई यूनिट के गठन का प्रस्ताव की फाइल वित्त विभाग को भेजी गई है, यूनिट में 12 पद ड्रग्स एण्ड मैजिक रैमिडीज तथ 9 पद एन.डी.पी.एस. सैल के मिलकर 21 पद होंगे. यह यूनिट आईजी एसओजी के अधीन कार्य करेगी, इसमें दो इंस्पेक्टर, पांच एसआई-एएसआई के पद और अन्य कांस्टेबलों के पद शामिल होंगे.

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