Jaipur Rural Lok Sabha Election Results 2024: जयपुर ग्रामीण सीट पर राव राजेंद्र सिंह के लिए कितनी बड़ी चुनौती हैं अनिल चोपड़ा?
Advertisement

Jaipur Rural Lok Sabha Election Results 2024: जयपुर ग्रामीण सीट पर राव राजेंद्र सिंह के लिए कितनी बड़ी चुनौती हैं अनिल चोपड़ा?

Jaipur Rural Lok Sabha Chunav Result 2024 Rajasthan : राजस्थान की जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट पर बीजेपी ने राव राजेंद्र सिंह पर दांव खेला है, तो कांग्रेस ने युवा नेता अनिल चोपड़ा को मैदान में उतारा है, अब देखान ये है, कि इस सीट पर कौन बाजी मारता है.

 

Lok Sabha Election Results 2024

Jaipur Rural Lok Sabha Election Results 2024 : जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट का इतिहास ज्यादा पुराना तो नहीं है, पर ये सीट काफी महत्वपूर्ण है. इस बार जयपुर ग्रामीण से बीजपी ने राव राजेंद्र सिंह को मैदान में उतारा है. तो कांग्रेस ने युवा नेता अनिल चोपड़ा पर दांव खेला है. जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट पर एक बार कांग्रेस और दो बार बीजेपी जीत चुकी है. अब देखाना ये है, कि इस सीट पर कौन बाजी मारता है. बता दें, कि 4 जून को लोकसभा रिजल्ट आएगा, जिसके बाद पूरी तस्वीर साफ हो जाएगी.

कौन हैं राव राजेन्द्र सिंह?

राव राजेन्द्र सिंह को 2009 में भाजपा ने जयपुर ग्रामीण क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया था लेकिन उनकी कांग्रेस के तत्कालीन उम्मीदवार लालचंद कटारिया से हार हुई. राव राजेन्द्र सिंह 2003, 2008 और 2013 में लगातार विधायक रहे, लेकिन 2018 में शाहपुरा से चुनाव हार गए. राव राजेन्द्र सिंह को 2023 विधानसभा चुनाव में पार्टी ने टिकट नहीं दिया लेकिन लोकसभा चुनाव में उन्हें उम्मीदवार बनाया है.

कौन हैं अनिल चोपड़ा?

कांग्रेस प्रत्याशी अनिल चोपड़ा की बात करें तो वह छात्र जीवन से ही राजनीति कर रहे हैं. वह सचिन पायलट के करीबी माने जाते हैं. अनिल चोपड़ा 2004 में एनएसयूआई के बेनर तले राजस्थान विश्वविद्यालय (RU)के अध्यक्ष बने. अनिल चोपड़ा युवा नेता हैं जिनको राव राजेन्द्र सिंह सिंह से कड़ी चुनौती मिल सकती है.

क्या है जयपुर ग्रीमण में सीट का समीकरण?

सीट पर सबसे ज्यादा 15.7 फीसदी आबादी अनुसूचित जाति की है, इसके बाद अनुसूचित जनजाति की आबादी 8.7 फीसदी है. मुसलमानों की आबादी 3.1 फीसदी और जैन की आबादी 1.12 प्रतिशत है. सिखों की बात करें तो 0.47 फीसदी और बौद्ध 0.04 प्रतिशत है.  

जयपुर ग्रामीण सीट पर किसका रहा दबदबा?

जानकारी के अनुसार, साल 2009 में इस सीट पर कांग्रेस के लालचंद कटारिया जीते. इसके बाद 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में राज्यवर्धन सिंह राठौर को जीत मिली. 2009 के चुनाव में लालचंद कटारिया को 278,266 वोट और बीजेपी के राव राजेंद्र सिंह को 2,26,029 वोट मिले थे. 2014 में बीजेपी ने राज्यवर्धन सिंह राठौर को इस सीट से टिकट दिया और उनको 6,32,930 वोट मिले. जबकि कांग्रेस के सीपी जोशी 3,00,034 वोटों पर ही सिमट गए. 2019 में प्रचंड मोदी लहर दिखी और राज्यवर्धन सिंह को 8,20,132 वोट मिले. जबकि कांग्रेस के कृष्णा पूनिया 4.26,961 वोट ही हासिल कर पाए.

लोकसभा चुनाव को अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है. चुनाव आयोग तारीखों का ऐलान कर ही चुका है और ऐसे में तमाम राजनीतिक पार्टियों ने कमर कस ली है. दांव-पेच से लेकर रणनीति को अब धरातल पर उतारा जा रहा है. राजस्थान का मुकाबला भी इस बार दिलचस्प माना जा रहा है.

Trending news