वरिष्ठ अध्यापक पेपर रद्द होने पर सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने गहलोत सरकार पर कसा तंज, कहा- यह फैसला ED के डर से तो नहीं
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1742461

वरिष्ठ अध्यापक पेपर रद्द होने पर सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने गहलोत सरकार पर कसा तंज, कहा- यह फैसला ED के डर से तो नहीं

Rajasthan politics: राज्य सरकार की ओर से वरिष्ठ अध्यापक भर्ती के दो पेपर शनिवार को निरस्त कर दिए.  इसी मामले पर बाजेपी के दोनों नेता राजेद्र राठोड़ और सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने प्रदेश की गहलोत सरकार को निशाने पर लिया है. साथ ही कहा कि ED के डर से तो फैला नहीं लिया. 

Rajendra Rathore, Kirodi Lal Meena

Rajasthan politics: राज्य सरकार की ओर से वरिष्ठ अध्यापक भर्ती के दो पेपर शनिवार को निरस्त कर दिए. सरकार के पेपर निरस्त  करने के बाद बीजेपी नेताओं ने इस मामले को लेकर जबरदस्त प्रतिक्रिया दी. इसी कड़ी में सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने भी बयान जारी कर  राजस्य सरकार पर निशाना साधा है . कहा कि  उन्होंने 21- 22 दिसंबर को वरिष्ठ अध्यापक की परीक्षा लीक के पुख़्ता सबूत दिए थे. मुखिया ने अपने चहेतों-डकैतों को काली कमाई करने की खुली छूट दी. आखिर आज  2 पेपर और रद्द कर दिए, कहीं सरकार ने ED के डर से तो यह फ़ैसला तो नहीं लिया ?

लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहा हूं- किरोड़ी लाल मीणा

इसी मामले पर आगे सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि इसीलिए मैं लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहा हूं, जिससे मुख्यमंत्री कतरा रहे हैं.  यदि SI, RAS सहित सभी पेपरों की भी जांच हो जाए तो बड़े पैमाने पर नकल सामने आएगी. बेरोजगार युवाओं की पीड़ा को थोड़ा तो समझो सरकार. सांसद किरोड़ी लाल मीणा के साथ ही भाजपा के नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने भी इस विषय पर ट्वीट कर राज्य की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाए है.

 परीक्षाओं की पवित्रता हुई भंग - राजेंद्र राठौड़

राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस राज में परीक्षाओं की पवित्रता भंग हुई है. अधिकतर भर्तियां पेपर माफियाओं के संरक्षण में ही सम्पन्न हुई है . राठौड़ ने कहा, सरकार को बार-बार चेताया था कि पूर्व की तारीखों की परीक्षाओं का भी पेपर लीक हुआ है. लेकिन सरकार ने संवेदनहीनता दिखाते हुए ये पेपर निरस्त नहीं किये थे. कांग्रेस सरकार आज ईडी के भय से अब गलती मानकर दो पेपर निरस्त कर हमारे दावों पर मुहर लगा रही है. राजस्थान में पेपर लीक होना कांग्रेस राज की परम्परा बन गई है. आरपीएससी द्वारा कराई गई परीक्षाएं संदेह के घेरे में है. ऐसी कई भर्ती परीक्षाएं हैं जो एसओजी के संज्ञान में नहीं है, क्या वो भी निरस्त होंगी? 

 

हैरानी की बात है कि बाबूलाल कटारा एसआई भर्ती के इंटरव्यू बोर्ड में शामिल था. इसके बावजूद भी परीक्षा परिणाम जारी कर दिया गया.  आरपीएससी में कटारा जैसे कई किरदार है जो पैसों के खातिर सरकारी नौकरियों की बोली लगा रहे हैं. प्रदेश के लाखों मेहनतकश बेरोजगारों के सपनों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. पेपर लीक का यह कलंक युवाओं के भविष्य पर ग्रहण लगा रहा है.

 

Trending news