कंचन सिंह की बेटी की अगले महीने ही शादी होनी थी. घर में शादी की तैयारियां चल रही थीं कि अचानक कंचन सिंह ने आत्महत्या कर ली.
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आगरा : उत्तर प्रदेश के आगरा में एक किसान द्वारा आत्महत्या का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि एक आलू किसान ने कर्ज से तंग आकर मौत को गले लगा लिया. अगले महीने किसान की बेटी की शादी थी. उधर, स्थानीय प्रशासन का कहना है कि किसान ने पारिवारिक वजह से आत्महत्या की है ना कि कर्ज से तंग आकर.
जानकारी के मुताबिक, आगरा के शमशाबाद में एक किसान कंचन सिंह ने मंगलवार को आत्महत्या कर ली. मृतक किसान के बेटे ने बताया कि उसके पिता आलू किसान थे और उनके ऊपर बैंक का 5 लाख और साहूकार का दो लाख रुपये कर्जा था. उसने बताया कि अगले महीने ही उसकी बहन की शादी है. पिता के अचानक इस तरह चले जाने से परिवार के सामने संकट खड़ा हो गया है. मृतक के बेटे ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है.
आगरा के एसडीएम प्रथमेश कुमार ने इस घटना पर बताया कि पूरे मामले की जांच की गई है. यह बात सही है कि किसान के ऊपर कर्जा था, लेकिन उसने आत्महत्या कर्ज की वजह से नहीं बल्कि घरेलू वजहों से की है.
According to our investigation, the farmer committed suicide due to some personal problems or some family enmity, it was not related to debt or potato produce: Prathmesh Kumar,SDM pic.twitter.com/TFbfzlsadS
— ANI UP (@ANINewsUP) 20 मार्च 2018
मथुरा में खुद को गोली मारी
इससे पहले फरवरी में मथुरा में एक किसान द्वारा आत्महत्या का मामला सामने आया था. शहजादपुर निवासी तेजपाल सिंह ने 4 फरवरी की रात करीब साढ़े दस बजे तमंचे से गोली मारकर खुदकुशी कर ली. उसकी मौत के पीछे की वजह भी कर्ज बताई गई थी.
कम कीमत मिलने से नाराज किसानों ने मुख्यमंत्री योगी के आवास पर फेंके आलू
आगरा है आलू बेल्ट
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बड़ी मात्रा में आलू पैदा होता है. आगरा और फर्रुखाबाद में ज्यादातर किसान आलू की खेती करते हैं. लेकिन इस बार आलू का सही दाम नहीं मिलने के कारण किसानों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. आलम यह हो गया कि आलू की नई फसल तैयार होकर बाजार में आ गई, लेकिन सही कीमत नहीं मिलने के कारण किसानों में कोल्ड स्टोर में रखे पुराने आलू ही नहीं निकाले हैं.
मुख्यमंत्री आवास पर फेंके आलू
6 जनवरी को आलू की सही कीमत नहीं मिलने से नाराज किसानों ने लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास और विधानसभा भवन के बाहर सड़कों पर आलू फेंक कर अपना विरोध जताया था. यहां रात में ट्रैक्टर-ट्रॉली में आलू लद कर लाए किसानों ने रात में ही सड़कों पर आलू बिखरे दिए. सुबह होने पर जब प्रशासन को इस बारे में पता चला तो उन्होंने फौरन सड़क की सफाई करवाई. इस मामले में कई पुलिसकर्मचारियों को निलंबित भी किया गया था.