BJP सरकार में न तो लोकतंत्र सुरक्षित है और न ही महिलाएं- अखिलेश
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BJP सरकार में न तो लोकतंत्र सुरक्षित है और न ही महिलाएं- अखिलेश

अखिलेश ने कहा कि समाजवादी सरकार के कामों को अपना बताना और उद्घाटन करना बीजेपी की पराजय है.

बीजेपी असली मुद्दों से ध्यान भटकाने में माहिर. (फाइल फोटो)

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी का लोकतंत्र में विश्वास है, क्योंकि जनता की असली ताकत लोकतंत्र ही है. बीजेपी राज में लोकतंत्र को जानबूझकर कमजोर किया जा रहा है. कानून व्यवस्था बदतर हुई है. नौजवान कुंठित है और महिलाएं-बच्चियां तक असुरक्षित हैं. अल्पसंख्यक दहशत में हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश के राज्यपाल के भी बार-बार यह कहने के बावजूद कि कानून व्यवस्था में सुधार की जरूरत है, राज्य सरकार ने इसको कभी गंभीरता से नहीं लिया. बीजेपी मनमानी कर रही है.

अखिलेश यादव पार्टी मुख्यालय, लखनऊ में एकत्र कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने इतना झूठ बोला है कि अब उसका कोई विश्वास नहीं करता है. लोगों का बीजेपी सरकार से मोहभंग हो गया है. जनता को धोखा देने में वे माहिर हैं. न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों को धोखे में रखा जा रहा है. समाजवादी सरकार के कामों को अपना बताना और उद्घाटन करना बीजेपी की पराजय है.

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उन्होंने कहा कि असली मुद्दों से ध्यान हटाने की ताकत बीजेपी के पास है. वह भटकाव करने की कला जानती है. राजनीति के लिए, वोट के लिए, वह समाज में नफरत फैलाने में लगी है. उसने समाज में अविश्वास पैदा किया है जिससे सामाजिक सद्भाव बिगड़ा है. नोटबंदी-जीएसटी से कारपोरेट को तो लाभ मिला है, जबकि उससे भारत की अर्थव्यवस्था बर्बाद हो गई है.

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यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री जी विदेशों के दौरों में व्यस्त रहते हैं जबकि किसान यहां कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर रहे हैं. विदेश में कहीं किसानों द्वारा आत्महत्या किए जाने की बात सुनने को नहीं मिलती है. बीजेपी सरकार ने किसानों के उत्पाद विपणन के लिए मंडी पर कोई काम नहीं किया. समाजवादी सरकार में मंडियों की व्यवस्था की गई थी. बीजेपी सरकार राग-द्वेष से काम कर रही है. 

उन्होंने कहा कि महाकवि नीरज मुख्यमंत्री के पास दो बार यशभारती सम्मान की बहाली और पेंशन जारी करने की मांग करने के लिए गए थे. उनके निधन के बाद आधी अधूरी पेंशन की घोषणा की गई. सरकारों को बड़े दिल से निर्णय करना चाहिए.

(इनपुट-भाषा)

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