Barabanki News: बाराबंकी में ज्योति मौर्य जैसा मामला; खेत बेचकर पत्नी को पढ़ाया, लेखपाल बनते ही हुई बेवफा
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand1803493

Barabanki News: बाराबंकी में ज्योति मौर्य जैसा मामला; खेत बेचकर पत्नी को पढ़ाया, लेखपाल बनते ही हुई बेवफा

Barabanki News: यूपी के बाराबंकी जिले में भी एसडीएम ज्योति मौर्य जैसा मामला सामने आया है. यहां पति का आरोप है कि पत्नी ने लेखपाल की नौकरी लगते ही उसे छोड़ दिया. साथ ही पति के खिलाफ कोर्ट में तलाक का मुकदमा दाखिल कर दिया. 

Barabanki News: बाराबंकी में ज्योति मौर्य जैसा मामला; खेत बेचकर पत्नी को पढ़ाया, लेखपाल बनते ही हुई बेवफा

नितिन श्रीवास्तव/बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले से भी ज्योति मौर्या का जिन्न बाहर आया है. यहां एक युवक पत्नी को लेखपाल बनाने के बाद उससे हाथ धो बैठा. पति का आरोप है कि लेखपाल की नौकरी हासिल करने के बाद पत्नी ने उससे सभी संबंध खत्म कर लिए. जिसके बाद से पत्नी ने पति के खिलाफ कोर्ट में तलाक का मुकदमा दाखिल कर दिया. हालांकि जज ने मामले की सुनवाई करते हुए पत्नी की तरफ से दाखिल तलाक के मुकदमे को आधारहीन पाते हुए खारिज करने का फैसला सुना दिया.

वहीं पीड़ित पति अभी भी पत्नी से साथ रहने के लिये मिन्नतें करने में लगा है, लेकिन पत्नी किसी भी कीमत पर वापस आने के लिये तैयार नहीं है. पति का आरोप है कि उसके किसी दूसरे लेखपाल युवक से संबंध हो गए हैं और दोनों ने इंगेजमेंट भी कर ली है. अब वह उसे जान से मारने की धमकी भी दे रहा है.

 बता दें कि यह पूरा मामला बाराबंकी जिले में थाना सतरिख क्षेत्र के ग्राम मोहम्मदपुर मजरे गाल्हामऊ से जुड़ा है. यहां के निवासी अमरीश रावत का विवाह जिले में ही थाना जैदपुर के ग्राम याकूतगंज निवासी रामचरन की बेटी दीपिका के साथ 20 फरवरी 2009 को हुआ था. शादी के बाद सबकुछ ठीक-ठाक चल रहा था. 2010 में दोनों की एक बेटी पैदा हुई. पत्नी दीपिका इंटर पास होकर ससुराल आई थी. उसने आगे और पढ़ने की बात कही, तो पति अमरीश ने उसकी इच्छा का सम्मान किया. 

अमरीश ने दीपिका की पढ़ाई के लिये दिन-रात मेहनत करना शुरू कर दिया. उसे आर्थिक दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा. इससे निपटने के लिए उसने एक-एक पैसा जोड़ा और उसे अपना खेत भी बेचना पड़ा. जिसके बाद उसका सेलेक्शन लेखपाल पद पर हो गया. फिर क्या था लेखपाल बनते ही दीपिका के तेवर एकदम बदल गये. इसके कुछ माह बाद वह अपनी आठ साल बच्ची को लेकर मायके चली गई. फिर उसने पति अमरीश व उसके परिवार के साथ रहने से साफ इनकार कर दिया. पति पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कोर्ट में तलाक का मुकदमा दाखिल कर दिया.

हालांकि पारिवारिक न्यायालय कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश दुर्ग नारायण सिंह ने मामले की सुनवाई करते हुए पत्नी की तरफ से दाखिल तलाक के मुकदमे को आधारहीन पाते हुए खारिज कर दिया है. पति का आरोप है कि दीपिका का संबंध किसी कौशल पाल मिश्रा नाम के लेखपाल से हो गये हैं, अब वह उसे जान से मारने की धमकी भी दे रहा है.

पति अमरीश रावत के मुताबित उसकी मां की मृत्यु वर्ष 2011 में हो गई थी, लेकिन फिर भी उसने कभी दीपिका पर घर-ग्रहस्थी संभालने के लिये जोर नहीं डाला. उसने दीपिका की पढ़ाई जारी रखी और उसका ग्रेजुएशन पूरा कराया. फिर उसे एमए और बीएड भी कराया. इसके बाद प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग में एडमिशन करवा दिया.

अमरीश ने बताया कि वह दीपिका को कोचिंग लाने और ले जाने के साथ ही दूसरी पारिवारिक जिम्मेदारियां भी लगातार निभाता रहा. कोचिंग कराकर पत्नी को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाई. इसके बाद साल 2018 दीपिका का सेलेक्सन लेखपाल पद पर हो गया. दीपिका को बस्ती जिले के हरैया तहसील में मिली. अमरीश ने आरोप लगाया कि किसी कौशल पाल मिश्रा नाम के लेखपाल ने फोन पर उसे बताया कि उसने दीपिका के साथ इंगेजमेंट कर ली है. अब कौशल पाल फोन करके उसे जान से मारने की धमकी भी दे रहा है.

पति के मुताबिक उसने दीपिका से साथ रहने और पारिवारिक जीवन के साथ गृहस्थी को बचाने के लिए कई बार मिन्नत भी की. दीपिका के परिवार से भी मिला, लेकिन उसकी सारी कोशिशें बेकार हो गईं. यहां तक कि उसे अपनी पुत्री से भी मिलने नहीं दिया गया.

Watch Astro Remedies: अगर बेवजह के शत्रुओं ने कर दिया है आपका जीना दुश्वार, तो ज्योतिष के उपाय करेंगे बेड़ा पार

Trending news