शरारती गतिविधियों में शामिल 50 छात्रों के खिलाफ BHU प्रशासन ने अनुशासनात्मक कार्रवाई की है. सभी छात्रों के दोबारा प्रवेश पर रोक लगा दी गई है.
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वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में बीते कुछ सालों में हुए उपद्रवों को लेकर अब प्रशासन ने सख्त रवैया अख्तियार कर लिया है. विश्वविद्यालय प्रशासन की मानें तो कड़ा फैसला लेकर भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने का प्रयास किया गया है. BHU प्रशासन से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि प्रवेश प्रक्रिया के बीच अलग-अलग संकायों और विभागों में 50 छात्रों के दोबारा प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. इन पर पिछले तीन साल में घटी घटनाओं को आधार बनाते हुए कार्रवाई की गई है.
अधिकारी ने बताया कि छात्रों के निलंबन के साथ ही इन्हें प्रवेश सहित अन्य सुविधाओं से वंचित करते हुए इसकी सूचना संबंधित संकायों, विभागों के प्रमुख, परीक्षा नियंत्रक आदि को भी दी गई है. उप कुलसचिव (शिक्षण) की ओर से छात्रों की सूची सभी संस्थानों के निदेशक, संकाय प्रमुख, विभागाध्यक्ष, कॉलेजों के प्रिंसपल, परीक्षा नियंत्रक, चीफ प्रॉक्टर को भी भेजी गई है.
From 2016 till April 2017, 20-25 students were suspended and debarred for cases against them in connection with law and order situation in the campus: Royana Singh, chief Proctor, BHU, Varanasi pic.twitter.com/pCA1IHdxZI
— ANI UP (@ANINewsUP) 18 July 2018
BHU की चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर रोयाना सिंह के मुताबिक, पूर्व में हुई घटनाओं में जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर ही कार्रवाई हुई है. परिसर का माहौल अशांत करने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई होगी, इसलिए छात्रों को इस तरह की गतिविधियों में संलिप्तता से बचना चाहिए.
(इनपुट-आईएएनएस)