सीएम योगी की सिक्‍योरिटी का 'नया प्‍लान', मुख्‍यमंत्री की सुरक्षा के लिए पहली बार होगी ऐसी व्‍यवस्‍था
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सीएम योगी की सिक्‍योरिटी का 'नया प्‍लान', मुख्‍यमंत्री की सुरक्षा के लिए पहली बार होगी ऐसी व्‍यवस्‍था

एडीजी सुरक्षा विजय कुमार मे इस बाबत डीजीपी ओपी सिंह को प्रस्ताव भेजा है. उनकी सहमति के मिलते ही इस पर अमल किया जाएगा. 

पुलिस की विभिन्न इकाइयों से युवा व तेजतर्रार पुलिसकर्मियों को चिह्नित कर सीएम सिक्योरिटी में लगाया जाएगा. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली/लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा को और ज्यादा पुख्ता करने के लिए पुलिस महकमा तैयारी कर रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर खतरे को देखते अब उनकी सुरक्षा-व्यवस्था और चुस्त दुरुस्त किया जाएगा. नई गाइड लाइन के तहत सीएम की सुरक्षा में अब 40 साल से ज्यादा उम्र के जवान तैनात नहीं किए जाएंगे. यानि, जिन जवानों की उम्र 40 साल से कम होगी, अब सिर्फ वहीं सीएम के सुरक्षा घेरे में तैनात रहेंगे. मुख्यमंत्री सुरक्षा में इस तरह का बदलाव पहली बार किया जा रहा है. एडीजी सुरक्षा विजय कुमार मे इस बाबत डीजीपी ओपी सिंह को प्रस्ताव भेजा है. उनकी सहमति के मिलते ही इस पर अमल किया जाएगा. 

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जानकारी के मुताबिक, प्रदेश पुलिस की विभिन्न इकाइयों से युवा व तेजतर्रार पुलिसकर्मियों को चिह्नित कर सीएम सिक्योरिटी में लगाया जाएगा. एडीजी सुरक्षा द्वारा भेजे गए प्रस्ताव में कहा गया है कि सीएम योगी की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत बनाए रखने के लिए उनकी सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मियों का चुस्त-दुरुस्त होना बहुत जरूरी है. क्योंकि वर्तमान में मुख्यमंत्री के प्रदेश एवं बाहरी प्रदेश के जिलों में अधिक संख्या में हो रहे दौरे हो रहे हैं. 

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इन दौरों को देखते हुए उनकी सुरक्षा में नियुक्त सुरक्षाकर्मियों की कार्यदक्षता का आकलन करने के बाद मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात अधिक उम्र के सुरक्षाकर्मियों को हटाते हुए उनके स्थान पर चुस्त-दुरुस्त सुरक्षाकर्मियों को नियुक्त किए जाने की जरूरत महसूस की जा रही है. 

दरअसल, मुख्यमंत्री सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को कड़ी धूप से लेकर हर मौसम में मुस्तैदी से ड्यूटी करनी पड़ती है. लंबे समय तक खड़े रहने के साथ ही तेज गति से मूवमेंट बड़ी उम्र के पुलिसकर्मी के साथ उतनी सतर्कता से नहीं कर पाते. इन व्यवहारिक दिक्कतों को देखते हुए पहली बार सीएम सिक्योरिटी में पुलिस की युवा ब्रिगेड लगाए जाने की योजना है. वीवीआईपी की सुरक्षा ट्रेनिंग देने के बाद इन्हें मुख्यमंत्री की सुरक्षा में लगा दिया जाएगा.

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