पेपर लीक होने के बाद रद्द हुआ BTC एग्जाम, अधर में 72 हजार प्रशिक्षुओं का भविष्य
Advertisement

पेपर लीक होने के बाद रद्द हुआ BTC एग्जाम, अधर में 72 हजार प्रशिक्षुओं का भविष्य

इस मामले पर कौशांबी के डीआईओएस से मामले की रिपोर्ट मांगी गई थी. 

बीटीसी-2015 के चौथे सेमेस्टर की सभी परीक्षाएं  8-10 अक्टूबर को होनी थी. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली/कौशांबी: उत्तर प्रदेश में बीटीसी परीक्षा को रद्द कर दिया गया है. सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने बीटीसी-2015 के चौथे सेमेस्टर की सभी परीक्षाएं निरस्त कर दी हैं. इन परीक्षाओं का आयोजन 8 से 10 अक्टूबर के बीच होना था, लेकिन रविवार (07 अक्टूबर) को ही कौशांबी में इस परीक्षा के पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ा. इस मामले पर कौशांबी के डीआईओएस से मामले की रिपोर्ट मांगी गई थी. 

इसी के साथ 72 हजार से अधिक बीटीसी प्रशिक्षुओं का भविष्य अधर में पड़ गया है. चौथे सेमेस्टर की परीक्षा टलने की वजह से सभी प्रशिक्षु दिसंबर में प्रस्तावित 95 हजार से अधिक सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए लिखित परीक्षा से बाहर हो जाएंगे. 

fallback

डीआईओएस कौशांबी सतेन्द्र कुमार सिंह को एफआईआर दर्ज कराने को भी कहा गया है. सचिव ने अपने आदेश पत्र में लिखा कि वायरल हुए फर्स्ट पेपर का मिलान करने पर पाया गया है कि दोनों पेपर एक समान हैं. इसके साथ ही कई और पेपर के वॉट्सऐप पर लीक होने की खबर है. इस सबको ध्यान में रखते हुए 8 अक्टूबर से 10 अक्टूबर के बीच होने वाली बीटीसी-2015 के चौथे सेमेस्टर की सभी परीक्षाएं निरस्त की जाती हैं.' 

जानकारी के मुताबिक, ये सभी ट्रेनी अपीयरिंग के आधार पर चार नवंबर को प्रस्तावित टीईटी 2018 में तो शामिल हो जाएंगे, लेकिन शिक्षक भर्ती की परीक्षा नहीं दे सकेंगे. क्योंकि उसके लिए बीटीसी चौथे सेमेस्टर पूरा होना जरूरी है और इतने कम समय में चतुर्थ सेमेस्टर का परिणाम आना संभव नहीं है.  

आपको बता दें कि 8 से 10 अक्टूबर तक प्रस्तावित परीक्षा के लिए 72688 प्रशिक्षुओं को प्रवेश पत्र जारी हुआ था. सोमवार (08 अक्टूबर) की परीक्षा से पहले रविवार (07 अक्टूबर) की रात को ही तीन दिनों में होने वाले सातों विषयों के पेपर कौशाम्बी में व्हाट्सएप पर वायरल हो गए थे. परीक्षा की अगली तिथि जल्द ही घोषित की जाएगी. 

Trending news