शहीद दीपक नैनवाल का अंतिम संस्कार आज, मासूम बेटी बोली- 'पापा अब आसमान में स्टार बन गए'
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शहीद दीपक नैनवाल का अंतिम संस्कार आज, मासूम बेटी बोली- 'पापा अब आसमान में स्टार बन गए'

10 अप्रैल को दक्षिणी कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान गोलियां लगने से जख्मी हो गए थे. पुणे में ही इलाज के दौरान उन्होंने आखिरी सांस ली. 

मासूम अपने शहीद पिता को श्रद्धाजंलि देते हुए फूट-फूटकर रोई. (फोटो एएनआई)

नई दिल्ली/ देहरादून: शहीद दीपक नैनवाल का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए देहरादून में उनके घर के बाहर रखा गया, जहां शहीद को श्रद्धाजंलि देने के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ा. शहीद की मासूम बेटी ने भी अपने पिता को श्रद्धाजंलि दी, जिसको देखकर सभी की आखें भर आईं. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी शहीद दीपक नैनवाल को श्रद्धांजलि देने पहुंचें. मुख्यमंत्री ने शहीद के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी. आपको बता दें कि दीपक नैनवाल 10 अप्रैल को दक्षिणी कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान गोलियां लगने से जख्मी हो गए थे. दीपक का इलाज पहले दिल्ली के सैना अस्पताल में किया गया और बाद में उन्हें पुणे भेजा गया था. दीपक ने पुणे में ही इलाज के दौरान आखिरी सांस ली. मंगलवार (22 मई) को शहीद का अंतिम संस्कार हरिद्वार में होगा. 

  1. अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे सीएम त्रिवेंद्र रावत
  2. शहीद दीपक नैनवाल का अंतिम संस्कार आज
  3. अंतिम दर्शन के लिए उमड़ा जन सैलाब

सीएम ने दी शहीद को श्रद्धाजंलि
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भी शहीद दीपक नैनवाल के घर उन्हें भावभीन श्रद्धांजलि देने पहुंचें. मुख्यमंत्री ने शहीद के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी.
सीएम ने परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया. इसके अलावा सीएम ने परिवार को हर संभव मदद करने का भी भरोसा दिया. 

मासूम बेटी ने रोकर दी पापा को श्रद्धाजंलि
शहीद दीपक की मासूम बेटी ने अपने शरीद पापा को श्रद्धाजंलि दी. मासूम ने बच्चे अपनी मम्मी और दादी के साथ बाकी रिश्तेदारों को देखकर मायूस थे. शहीद दीपक की मासूम बेटी समृद्धि ने ऐसी बात कही की सबकी आंखें भर आई. मासूम ने कहा, 'पापा आसमान में स्टार बन गए हैं'.

 

बेटे की शहादत पर पिता को गर्व
पूर्व सेना अधिकारी पिता चक्रधर नैनवाल को बेटे के हमेशा के लिए संसार से जाने का दुख है, लेकिन बेटे की शहादत पर गर्व है. उन्होंने कहा कि इस उम्र में बेटे के शव को कंधा देने से बढ़कर जिंदगी का बड़ा दुख और क्या होगा. शहीद के दो बच्चे हैं.

मां और पत्नी बेसुध
शहीद की मां और उनकी पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है. दोनों बेसुध हैं, परिजन और रिश्तेदार लगातार सांत्वना दे रहे हैं. मां को बेटे की शहादत पर गर्व हैं, लेकिन दुख इस बात का है कि इतनी कम उम्र में उन्हें और अपने बच्चों को छोड़ गया. 

पुणे के अस्पताल में ली अंतिम सांस
आपको बता दें कि 10 अप्रैल को कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में घायल नायक दीपक नैनवाल के पुणे के पैराप्लेजिक रिहैब सेंटर में रविवार (20 मई) को अंतिम सांस लेने के बाद सोमवार (21 मई) को उनका पार्थिव शरीर देहरादून लाया गया. मूलरूप से चमोली जिले के दीपक नैनवाल का परिवार देहरादून में रहता है. 

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