आतंकी यहां गणेश चतुर्थी के मौके पर मंदिरों पर हमला करने की साजिश बना रहे थे और इसी साजिश के तहत कमरु जमां को रेकी करने के लिए कानपुर भेजा गया था.
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कानपुर : उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स (एटीएस) को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. एटीएस ने गुरुवार की सुबह कानपुर से एक आतंकी को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आतंकी हिज्बुल मुजाहिदीन संगठन का सदस्य है. पुलिस ने बताया कि आतंकी गणेश चतुर्थी के मौके पर एक बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे और उसी साजिश के तहत आतंकी को यहां रेकी करने के लिए भेजा गया था.
उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि पुलिस ने कानपुर से हिजबुल मुजाहिदीन के एक आतंकी को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आतंकी का नाम कमरु जमां है. उन्होंने बताया कि पुलिस को गणेश चतुर्थी के मौके पर आतंकी साजिश के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी. आतंकियों की साजिश का पर्दाफाश करने के लिए यूपी एटीएस और एनआईए की मदद ली गई और कमरु जमां को गिरफ्तार किया गया.
आतंकी को कानपुर के चकेरी थाना एरिया से गिरफ्तार किया गया है. डीजीपी ने बताया कि कमरु जमां असम के नौगांव का रहने वाला है. उसके पास से मोबाइल फोन और अन्य संदिग्ध सामग्री बरामद हुई है. आतंकी के फोन से कानपुर के मंदिरों के वीडियो मिले हैं.
डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि पूछताछ से पता चला है कि आतंकी यहां गणेश चतुर्थी के मौके पर मंदिरों पर हमला करने की साजिश बना रहे थे और इसी साजिश के तहत कमरु जमां को रेकी करने के लिए कानपुर भेजा गया था.
ATS has arrested a Hizbul Mujahideen terrorist from Kanpur. He apparently had plans to attack on occasion of Ganesh Chaturthi. During questioning he told us that he had gone for training to Kashmir in April 2017. He is of Indian nationality & is a literate person: OP Singh, DGP pic.twitter.com/EP0s4j1MXE
— ANI UP (@ANINewsUP) 13 सितंबर 2018
पुलिस अधिकारी ने बताया कि कमरु जमां ने कश्मीर के किश्तवाड़ा में आतंकी होने की ट्रेनिंग ली थी और वह चार साल विदेश में भी रहा था. वह फिलिपिंस और आयरलैंड में रहा था. कश्मीर में ओसामा नाम के युवक ने उसे हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी थी. हिजबुल से जुड़ने के बाद उसने अपना नाम भी बदल लिया था. आतंकी के फोन से उसकी एक तस्वीर भी मिली है जिसमें वह एके-47 के साथ खड़ा दिखाई दे रहा है.
पुलिस ने बताया कि कमरु जमां एक पढ़ा-लिखा नौजवान है और उसे कंप्यूटर आदि की अच्छी जानकारी है. उसके एक बेटा भी है. डीजीपी ने बताया कि इस कामयाबी के लिए एटीएस की टीम को पुरस्कृत किया जाएगा.