कानपुर शहर और देहात में जहरीली शराब पीने हुई मौतों के मामले में 11 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं.
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कानपुर : कानपुर नगर और कानपुर देहात में दो दिनों में जहरीली शराब पीने से दस लोगों की मौत हो चुकी है. मामले में कानपुर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए घटना के मुख्य आरोपी और पूर्व सपा विधायक राम स्वरूप सिंह गौर के दूसरे नाती विनय सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. यह कार्रवाई कानपुर की फजलगंज पुलिस ने की है. मामले में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है. जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह के अनुसार कानपुर के सचेंडी में हुई घटना में जहरीली शराब पीने से पांच लोगों की मौत हुई है जबकि 6 लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. साथ ही आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. इनमें अवैध शराब भी बरामद हुई है.
Four people arrested after 5 people died and 6 were hospitalised due consumption of poisonous alcohol yesterday in Kanpur. District Magistrate Surendra Singh says, 'We have raided the house of one of the accused from where cartons of illegal liquor have been found.' pic.twitter.com/uLqbtYOJSg
— ANI UP (@ANINewsUP) May 20, 2018
बता दें कि शनिवार को कानपुर के सचेंडी थाना इलाके के ढूल गांव में जहरीली शराब पीने से 5 लोगों की मौत हो गई थी. रविवार को भी ऐसी ही घटना में कानपुर देहात के रूरा थाना क्षेत्र के मंडौली गांव में जहरीली शराब पीने से 5 लोगों की मौत हो गई. हादसे में दो लोगों को बेहोशी की हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने ठेके की तलाशी भी ली है. मामले में ठेके के एक सेल्समैन सरवन को गिरफ्तार किया गया था. शाम को कानपुर पुलिस ने मुख्य आरोपी विनय सिंह को भी गिरफ्तार किया है. जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचकर जांच कर रहे हैं. वहीं जहरीली शराब पीने से रूरा के मंडौली गांव में मारे गए पांचों लोगों के परिजनों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से दो-दो लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है.
शनिवार को सचेंड़ी थाना इलाके के ढूल गांव में जहरीली शराब पीने से 4 लोगों की मौत हो गई थी. घटना में दो लोगों की हालत नाजुक थी. इसमें से भी एक ही मौत हो गई. घटना की सूचना मिलने पर आनन-फानन में ठेकेदार श्याम बालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया था. वहीं क्षेत्रीय आबकारी अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया. जानकारी के मुताबिक सभी ने शुक्रवार (18 मई) की शाम को सरकारी ठेके से शराब खरीद कर पी थी, लेकिन सुबह होते-होते सभी की हालत बिगड़ी और चार लोगों की मौत हो गई, जबकि दो की हालत नाजुक बताई जा रही है.
मृतकों के परिजनों ने बताया कि शराब पीते ही उन लोगों को उल्टियां होने लगीं. हालत बिगड़ती देख उन्होंने मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया. जहां पहले चार लोगों ने दम तोड़ दिया, बाद में एक और की मौत हो गई. मामला सामने आने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए और बीमारों को 50 हजार रुपए की आर्थिक मदद का ऐलान किया था और अधिकारियों को जांच के आदेश देते हुए आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे.
पुलिस को शुरुआती जांच में पता चला है कि समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक राम स्वरूप सिंह गौर के पहले नाती नीरज सिंह द्वारा ये शराब सप्लाई की गयी थी. ये शराब सरकारी देशी शराब के ठेकों पर बेची जा रही थी. हालांकि कानपुर देहात में रविवार को शराब का बड़ा जखीरा नष्ट करने की कार्यवाही की गई है. कानपुर देहात के मामले में सेल्समैन सरवन को गिरफ्तार किया जा चुका है. कानपुर पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत सभी फरार आरोपियों पर 25-25 हजार का ईनाम घोषित किया गया था.