गोमती किनारे 'योगी दरबार', अफसरों के साथ की समीक्षा बैठक, लगाई क्लास!
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गोमती किनारे 'योगी दरबार', अफसरों के साथ की समीक्षा बैठक, लगाई क्लास!

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के गोमती रिवर फ्रंट पर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने परियोजना के बारे में जानकारी ली.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के गोमती रिवर फ्रंट पर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की.

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के गोमती रिवर फ्रंट पर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने परियोजना के बारे में जानकारी ली.

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गोमती रिवर फ्रंट पहुंचे सीएम आदित्यनाथ

सोमवार सुबह करीब 11.15 पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोमती रिवर फ्रंट पहुंचे. उनके साथ रीता बहुगुणा जोशी और दिनेश शर्मा भी मौजूद थे. साथ ही इस दौरान गोमती रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारी भी मौजूद थे. वहां पर योगी आदित्यनाथ ने गोमती रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट पर हुए खर्च का ब्योरा मांगा.  

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40 मिनट तक अफसरों से की बात

गोमती रिवर फ्रंट पर योगी आदित्यनाथ से करीब 40 मिनट तक अधिकारियों से बात की. उन्होंने वहां नदी में गिर रहे नाले पर सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर यह नाला गोमती नदी में क्यों गिर रहा है. उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि एक भी गंदा नाला गोमती नदी में ना गिरे. 

अफसरों की लगाई क्लास

उन्होंने इस दौरान अफसरों की क्लास भी लगाई. योगी ने पूछा गोमती का पानी क्यों गंदा है? क्या सारे पैसे पत्थरों मे लगा दिए. प्रोजेक्ट की लागत इतनी ज्‍यादा क्यों हुई? कहा प्रोजेक्ट कॉस्ट ज्यादा है इसे संशोधित करें. मई तक गोमती का पानी साफ हो जाना चाहिए. उन्होंने प्रोजेक्ट को एक साल के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए. योगी ने पूछा कि रिवर फ्रंट परियोजना में 6 किमी नदी को 3 मीटर गहराई में गहरा किया गया है, लेकिन कागज पर, इतनी मिट्टी निकली तो फेंकी कहां गई? गोमती को कितना गहरा किया गया?

क्या है गोमती रिवर फ्रंट?

इस प्रोजेक्ट का लोकार्पण 16 नवंबर 2016 को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किया था. इस स्टेडियम का नाम मशहूर टेनिस खिलाड़ी गौस मोहम्मद के नाम पर है. इस प्रोजेक्ट के तहत नदी किनारे फुटबॉल और क्रिकेट स्टेडियम बना है.  जॉगिंग और साइकिल ट्रैक भी बनाए गए हैं. यहां फब्बारे भी लगे हैं. गोमती नदी के दोनों किनारों का सौंदर्यीकरण किया गया है. नदी किनारे योग स्थल, विवाह भवन, ओपन थियेटर और बच्चों के खेलने के लिए पार्क भी बनाया गया है. इस प्रोजेक्ट की कुल लागत करीब 1400 करोड़ रुपए है, जिसमें से लगभग 900 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं

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