मथुरा व्यापारियों की हत्या के आरोपी गिरफ्तार, हथियार तथा लूटा गया माल बरामद
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मथुरा व्यापारियों की हत्या के आरोपी गिरफ्तार, हथियार तथा लूटा गया माल बरामद

उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में सोमवार (15 मई) की रात दो व्यापारियों की हत्या कर करोड़ों रपये के आभूषणों एवं नकदी की लूट मामले में पुलिस ने रातभर दबिश देकर बदमाशों से मुठभेड़ के बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे लूटकाण्ड में इस्तेमाल किए गए हथियार एवं लूटा गया माल तथा नकदी बरामद कर ली है. पुलिस की इस उपलब्धि पर जहां मुख्यमंत्री ने उन्हें बधाई दी है, वहीं पीड़ित परिवारों सहित व्यापारियों ने राहत की सांस ली है.

पुलिस की इस उपलब्धि पर जहां मुख्यमंत्री ने उन्हें बधाई दी है, वहीं पीड़ित परिवारों सहित व्यापारियों ने राहत की सांस ली है. (एएनआई फोटो)

मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में सोमवार (15 मई) की रात दो व्यापारियों की हत्या कर करोड़ों रपये के आभूषणों एवं नकदी की लूट मामले में पुलिस ने रातभर दबिश देकर बदमाशों से मुठभेड़ के बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे लूटकाण्ड में इस्तेमाल किए गए हथियार एवं लूटा गया माल तथा नकदी बरामद कर ली है. पुलिस की इस उपलब्धि पर जहां मुख्यमंत्री ने उन्हें बधाई दी है, वहीं पीड़ित परिवारों सहित व्यापारियों ने राहत की सांस ली है.

उत्तर प्रदेश पुलिस के प्रवक्ता के अनुसार पुलिस को घटना के बाद से ही जो सूत्र हाथ लग रहे थे, वे लूटे गए व्यापारी की दुकान के निकट ही स्थित हनुमान गली में ही बदमाशों के होने का अंदेशा जता रहे थे.
उन्होंने बताया कि पुलिस ने जेल में बंद एक अभियुक्त अनिल चतुर्वेदी तथा राकेश उर्फ रंगा की पत्नी सोना से मिले सुराग के आधार पर शुक्रवार शाम से पूरे इलाके की सघन तलाशी एवं दबिश के बाद मुख्य अभियुक्त रंगा, उसके साथी कामेश उर्फ चीनी, यूसुफ, आदित्य, आयुध तथा धीरज को गिरफ्तार कर लिया.

पुलिस और बदमाशों के बीच घंटों चली गोलीबारी में दो बदमाश तथा सात पुलिसकर्मी घायल हुए हैं जिनका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है. लूटकाण्ड में मारे गए व्यापारी मेष अग्रवाल के पिता महेश अग्रवाल ने पुलिस और सरकार की तारीफ करते हुए कहा, ‘अब मेरे बेटे की आत्मा को भी यह जानकर बड़ी शांति मिली होगी.’

मथुरा के ही निकले व्यापारियों की हत्या करने वाले

उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में सोमवार (15 मई) की रात शहर के अत्यधिक भीड़भाड़ वाले इलाके में दो सर्राफा व्यापारियों की हत्या कर लाखों रुपये के सोने-चांदी एवं हीरों से बने जेवरात तथा नकदी की लूटे जाने के मामले का पुलिस ने शनिवार (20 मई) को यहां खुलासा कर दिया.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार मिश्रा ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि इस अपराध में शामिल सभी लुटेरे घटना वाली गली से कुछ सौ मीटर के फासले पर ही रहने वाले थे. बस केवल एक युवक विष्णु उर्फ छोटी पुत्र मुन्नालाल, राधापुरम एस्टेट के निकट का रहने वाला है. इसीलिए वे सभी अपने लक्ष्य (घटनास्थल) के चप्पे-चप्पे से भलीभांति परिचित थे.

उन्होंने बताया कि इस घटना को थाना कोतवाली के हनुमान गली निवासी 15 हजार रुपये के इनामी बदमाश राकेश उर्फ रंगा के गिरोह ने अंजाम दिया. उसके खिलाफ पहले से ही हत्या, हत्या के प्रयास, लूट और गैंगस्टर आदि के कई मामले चल रहे हैं. उसके गैंग में दो सगे भाई कामेश उर्फ चीना एवं नीरज तथा तीन अन्य आयुष पुत्र जितेन्द्र, निवासी रतनकुण्ड, विष्णु और आदित्य पुत्र अरुणेश चतुर्वेदी शामिल हैं.

एसएसपी ने बताया कि इस लूटपाट के बाद पूरा गैंग भागा नहीं था, बल्कि मौके के के इंतजार में आदित्य के घर पर सबसे ऊपरी मंजिल पर बने एक कमरे में छिपा हुआ था. शनिवार तड़के इन सभी को वहीं पर घेरकर पकड़ा गया.

जघन्य हत्याकाण्ड के आरोपियों को पकड़ने के लिए चलाए गए अभियान का नेतृत्व कर रहे अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) अशोक कुमार सिंह ने बताया कि बदमाशों से 20 लाख रुपए मूल्य के हीरे और सोने के लूटे गए आभूषण बरामद किए गए हैं तथा एक पिस्टल, चार तमंचे 315 बोर के खाली और भरे कारतूस तथा मैगजीन के बरामद की गई हैं.

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने घटना का खुलासा करने वाली इंस्पेक्टर उदयभान सिंह की टीम को पांच हजार रुपए का पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की है. उम्मीद जताई जा रही है कि इस मामले में रेंज, जोन तथा डीजीपी के स्तर से और भी ज्यादा राशि का इनाम घोषित किया जा सकता है.

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