मुजफ्फरनगर ट्रेन हादसा: हादसे की जगह से कुछ दूरी पर ट्रैक पर चल रहा था मरम्मत का काम
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मुजफ्फरनगर ट्रेन हादसा: हादसे की जगह से कुछ दूरी पर ट्रैक पर चल रहा था मरम्मत का काम

मुजफ्फरनगर ट्रेन हादसे में लापरवाही की बात सामने आ रही है. रेल प्रशासन से जुड़े सूत्रों का कहना है कि खतौली में जहां पर शनिवार को रेल दुर्घटना हुई वहां से कुछ दूरी पर पटरी के मरम्मत का काम चल रहा था. मीडिया रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि रेल ट्रैक पर ऐसा कोई संकेत नहीं बनाया गया था जिससे ट्रेन के ड्राइवर को यह पता चल सके कि आगे पटरी पर मरम्मत का काम चल रहा है. ऐसे में ड्राइवर को अचानक से इमेरजेंसी ब्रेक लगाना पड़ा जिसके चलते कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन पटरी से उतर गयी.

मुजफ्फरनगर ट्रेन हादसे में लापरवाही की बात सामने आई.                फोटो-एएनआई

मुजफ्फरनगर : मुजफ्फरनगर ट्रेन हादसे में लापरवाही की बात सामने आ रही है. रेल प्रशासन से जुड़े सूत्रों का कहना है कि खतौली में जहां पर शनिवार को रेल दुर्घटना हुई वहां से कुछ दूरी पर पटरी के मरम्मत का काम चल रहा था. मीडिया रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि रेल ट्रैक पर ऐसा कोई संकेत नहीं बनाया गया था जिससे ट्रेन के ड्राइवर को यह पता चल सके कि आगे पटरी पर मरम्मत का काम चल रहा है. ऐसे में ड्राइवर को अचानक से इमेरजेंसी ब्रेक लगाना पड़ा जिसके चलते कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन पटरी से उतर गयी.

  1. मुजफ्फरनगर ट्रेन हादसे में लापरवाही की बात सामने आई
  2. हादसे की जगह से कुछ दूरी पर ट्रैक पर चल रहा था मरम्मत का काम
  3. ड्राइवर को लगाना पड़ा था इमेरजेंसी ब्रेक

मौके पर मौजूद कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि ट्रैक पर कई दिनों से काम चल रहा था और शनिवार को भी काम जारी था. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि रेल की पटरी कई जगहों पर टूटी हुई भी मिली.  

गौरतलब है कि शनिवार शाम कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन मुजफ्फरनगर में खतौली के पास पटरी से उतर गयी. इस हादसे में कम से कम 23 लोगों की मौत हो गयी जबकि 40 से ज्यादा घायल हो गए. 

पुलिस महानिदेशक कार्यालय से शनिवार रात जारी बयान के अनुसार शाम करीब पौने छह बजे पुरी से हरिद्वार जा रही ट्रेन संख्या 18477 कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस खतौली के पास पटरी से उतर गयी जिसके आठ डिब्बे पटरी से उतरकर एक दूसरे पर चढ़ गये. दुर्घटना में 23 यात्रियों की मौत हो गयी तथा 40 लोग घायल हो गये है जिन्हें उपचार हेतु अस्पताल भेजा गया है. बचाव और राहत कार्य जारी है.   

राहत एवं बचाव कार्य में तेजी

रेल मंत्रालय राहत और बचाव अभियान में समन्वय कायम करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के संपर्क में भी है. उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) आनंद कुमार ने कहा कि तेजी से राहत और बचाव का काम सुनिश्चित करने को प्राथमिकता दी जा रही है. उन्होंने कहा कि पीएसी और एनडीआरएफ की टीमों को मौके पर रवाना किया गया है. कुमार ने कहा कि अंधेरे की वजह से बचाव अभियान में बाधा आने के कारण बिजली विभाग के अधिकारियों से कहा गया है कि वे सुनिश्चित करें कि बिजली आपूर्ति में कोई कमी नहीं हो.

उन्होंने कहा कि मेरठ जोन में इंडियन मेडिकल असोसिएशन (आईएमए) की शाखाओं को अलर्ट कर दिया गया है और घायलों को उचित इलाज सुनिश्चित कराने के लिए कहा गया है. एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुर्घटना की जानकारी ली और अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे हरसंभव कदम उठाएं. आदित्यनाथ ने अपने दो मंत्रियों को घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं ताकि राहत और बचाव के काम में तेजी लाई जा सके.

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