हंगामा करने वाले संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर जिन्ना की तस्वीर नहीं हटाई गई तो अगले 24 घंटे में ये आंदोलन देशभर में होगा.
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नई दिल्ली/ अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र संघ हॉल में मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर चल रहा हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है. हंगामे को देखते हुए शहर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए. पुलिस ने बाबा-ए-सैयद के गेट चारों तरफ से बंद कर दिए हैं और सुरक्षा को देखते हुए पीएसी तैनात की गई है. आपको बता दें कि अलीगढ़ से बीजेपी सांसद सतीश गौतम की चिट्ठी से उठा विवाद के बाद बुधवार (2 मई) को अलीगढ़ में जमकर हंगामा हुआ. हिंदूवादी संगठनों ने बुधवार (2 मई) को एएमयू के सामने प्रदर्शन किया. पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों को लाठीचार्ज किया. लाठीचार्ज और हंगामे में 15 से ज्यादा लोग घायल हो गए.
Aligarh: 28 Aligarh Muslim University(AMU) students & 13 cops injured in clash which ensued when students were marching to police station after Hindu groups protested outside University campus y'day. Students allege they were targeted by police, demand ban on Hindu groups (02.05) pic.twitter.com/4wVoAyruRW
— ANI UP (@ANINewsUP) May 2, 2018
...तो देशभर में होगा आंदोलन
कई संगठनों ने अल्टीमेटम दिया है कि अगर 24 घंटे में एएमयू से जिन्ना की तस्वीर नहीं हटाई जाती तो वो हंगामा करेंगे. हंगामा करने वाले संगठनों का कहना है कि अगर जिन्ना की तस्वीर नहीं हटाई गई तो ये आंदोलन देशभर में होगा.
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने की कार्रवाई की मांग
विवि प्रशासन ने घायल छात्रों के साथ गहरी सहानुभूति जताते हुए जिला प्रशासन से हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है. टीचर्स एसोसिएशन ने कहा कि हंगामा करने वालों के खिलाफ मजिस्ट्रेट जांच होनी चाहिए, ताकि आरोपियों का सजा मिल सके. एएमयू ने हिंदूवादी संगठनों की ओर से विश्वविद्यालय सीमा के उल्लंघन, आपत्तिजनक नारे लगाने की कड़े शब्दों में निंदा की है.
क्यों हुआ बवाल
जिन्ना का विवाद बीजेपी सांसद और एएमयू कोर्ट मेंबर सतीश गौतम के सोमवार (30 अप्रैल) को एएमयू कुलपति प्रो. तारिक मंसूर को पत्र लिखने से शुरू हुआ. सांसद ने पत्र में पूछा था कि किन कारणों से जिन्ना की तस्वीर लगी है और कहां-कहां?. उन्होंने लिखा था कि जिन्ना भारत और पाकिस्तान के बंटवारे के मुख्य सूत्रधार थे. इस पत्र के सुर्खियां बनने के बाद अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय जिन्ना की तस्वीर को लेकर बवाल शुरू हो गया.