सीतापुर नरसंहार के पीछे की क्‍या है कहानी?, पड़ोसी और रिश्‍तेदारों से अलग पुलिस की थ्‍योरी
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सीतापुर नरसंहार के पीछे की क्‍या है कहानी?, पड़ोसी और रिश्‍तेदारों से अलग पुलिस की थ्‍योरी

Sitapur Murder Case : पाल्हापुर गांव निवासी अनुराग ठाकुर ने शनिवार तड़के अपनी पत्नी प्रियंका, बेटी अश्विनी, बेटा और मां सावित्री की हत्या कर दी. 4 लोगों की हत्या करने के बाद युवक ने खुद को भी गोली मार दी. 

सीतापुर नरसंहार के पीछे की क्‍या है कहानी?, पड़ोसी और रिश्‍तेदारों से अलग पुलिस की थ्‍योरी

Sitapur Murder Case : सीतापुर में रामपुर मथुरा इलाके के पाल्‍हापुर गांव में पांच लोगों की हत्‍या की गुत्‍थी उलझती जा रही है. पुलिस की कहानी कुछ और ही बयां कर रही है. घर वालों का कहना है कि अनुराग पाठक परिवार के किसी सदस्‍य को मार सकता है, लेकिन बच्‍चों की हत्‍या नहीं कर सकता. वहीं, अनुराग के ससुराल वालों का मानना है कि प्रॉपर्टी के लिए नरसंहार किया गया है. 

सवालों की झड़ी लगी 
बता दें कि पाल्हापुर गांव निवासी अनुराग ठाकुर ने शनिवार तड़के अपनी पत्नी प्रियंका, बेटी अश्विनी, बेटा और मां सावित्री की हत्या कर दी. 4 लोगों की हत्या करने के बाद युवक ने खुद को भी गोली मार दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने  शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है. रविवार को पुलिस ने बताया कि घटना के पीछे का कारण पारिवारिक विवाद लग रहा है. 

पड़ोसियों को भनक तक नहीं 
अनुराग पाठक के पड़ोस में रहने वाले लोगों का कहना है कि पांच लोगों की गोली मारकर हत्‍या कर दी गई और उन्‍हें गोली की आवाज तक नहीं सुनाई दी. इतना ही नहीं बच्‍चों की हत्‍या कर शव को छत से नीचे फेंका दिया गया, तब भी भनक नहीं लगी. ये सब सवाल आस पड़ोस के लोगों को पच नहीं पा रही है. इसके अलावा इतने लोगों की हत्‍या एक आदमी एक के बाद एक कैसे करता गया. 

कार की चाबी नहीं मिली 
वहीं, अनुराग के एक पड़ोसी का यह भी कहना है कि घटना की जानकारी होने पर वह तुरंत वहां पहुंच गए. अनुराग के भाई अजीत से कार की चाबी मांगी तो आंधे घंटे तक चाबी मिली ही नहीं. बाद में अनुराग के कार की चाबी मिल जाती है. वह पहले तीनों बच्‍चों को महमूदाबाद सीएचसी ले गए, इसके बाद लखनऊ ले जा रहे थे तभी तीनों बच्‍चों की मौत हो जाती है. 

बच्‍चों को नहीं मार सकता 
अनुराग के चचेरे भाई का कहना है कि तड़के करीब पौने पांच बजे उन्‍हें घटना की जानकारी हुई. इस पर वह बाइक से अनुराग के घर पहुंच गए. चचेरे भाई का कहना है कि अनुराग शराब पीते थे, लेकिन वह बच्‍चों को गोली नहीं मार सकते. बेड पर बैठे हुए गोली चलने की बात कही जा रही है. ऐसे हाल में गोली लगने से वह पीछे गिरता न कि औंधे मुंह गिरता. खून के छींटे दीवार पर लगे हैं. अनुराग आईएएस की तैयारी भी कर चुका था. 

अलग-अलग चोट के निशान मिले 
वहीं, एसपी चक्रेश मिश्रा का कहना है कि पड़ोसियों का कहना है कि अनुराग शराब का आदी था. परिवार में उसका झगड़ा हुआ था. इनके बाद अनुराग ने पत्‍नी, मां और तीन बच्‍चों की हत्‍या कर दी. इसके बाद खुद भी जान ले ली. पुलिस ने मौके से तमंचा और हथौड़ा बरादम किया है. अलग-अलग शव पर अलग-अलग चोट के निशान हैं. वहीं, अनुराग के साले के मुताबिक, प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा था. 

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