Gorkhpur news: रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार योगी पहुंचे गोरखधाम, लोगों ने किया जमकर स्वागत
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Gorkhpur news: रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार योगी पहुंचे गोरखधाम, लोगों ने किया जमकर स्वागत

Gorkhpur news: अयोध्याधाम में श्रीरामजन्मभूमि मंदिर में श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सफल आयोजन के बाद सीएम योगी पहली बार गोरखधाम पहुंचे. गुरु की प्रतिमा समक्ष भावुक हो गए सीएम योगी 

 

Gorakhpur (File Photo)

Gorkhpur news: अयोध्याधाम में श्रीरामजन्मभूमि मंदिर में श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सफल आयोजन के बाद सीएम योगी पहली बार गोरखधाम पहुंचे.  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भव्य स्वागत हुआ. योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री बनने के बाद भी बीते करीब सात साल से अपने गृह क्षेत्र गोरखपुर में जाते ही रहते हैं. पर, शनिवार (27 जनवरी) को उनका आगमन प्राण प्रतिष्ठा के बाद हुआ. श्रीरामजन्मभूमि की मुक्ति के लिए आंदोलन को रणनीतिक रूप देना हो, आंदोलन को विश्वव्यापी बनाकर निर्णायक दिशा देनी हो या फिर मंदिर को मूर्त रूप देकर श्रीरामलला के नूतन विग्रह की प्रतिष्ठा, हर विषम-सम स्थिति-परिस्थिति में नेतृत्व गोरक्षपीठ का ही रहा है.

साकार हुआ गोरक्षपीठ की पीढ़ियों का सपना
1949 में श्रीरामलला के प्राकट्य की दैवीय घटना के समय ब्रह्मलीन गोरक्षपीठाधीश्वर महंत दिग्विजयनाथ की पूर्वाभासी उपस्थिति तो नब्बे के दशक में आंदोलन का नेतृत्व व मार्गदर्शन ब्रह्मलीन गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ ने किया. श्रीरामजन्मभूमि मुक्ति यज्ञ के आजीवन अध्यक्ष रहे महंत अवेद्यनाथ का सपना और जीवन की आखिरी इच्छा ही श्रीराम मंदिर निर्माण की रही. उनकी इस इच्छा को, राम मंदिर आंदोलन की प्रेरणा से सन्यास मार्ग चुनने वाले उनके उत्तराधिकारी योगी आदित्यनाथ ने अपने जीवन का मिशन ही बना लिया. अपने संसदीय कार्यकाल में योगी ने सड़क से सदन तक राम मंदिर के लिए अलख जगाई तो मुख्यमंत्री बनने के बाद और राम मंदिर के लिए सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय आने के बाद अपने गुरु के सपने को पूरा करने में प्राणपण से कार्य किया. उनकी ही देखरेख में श्रीराम मंदिर का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों हुआ तो 22 जनवरी 2024 को श्रीरामलला इस मंदिर में विराजमान भी हुए. इसके साथ ही साकार हुआ गोरक्षपीठ की पीढ़ियों का सपना.
लोगों ने हाथ व मशीनों से पुष्प वर्षा की 

पांच दिन की प्रतीक्षा के बाद शनिवार को जैसे ही योगी के कदम गोरखधाम पर पड़े, लोगों ने स्वागत, अभिनंदन में पलक पांवड़े बिछा दिए. एयरपोर्ट से लेकर गोरखनाथ मंदिर तक सीएम योगी के स्वागत की ऊष्मा ऐसी तपी की कड़ाके की ठंड ने भी मानों अपने पैर पीछे खींच लिए हों. मुख्यमंत्री के एयरपोर्ट से निकलते ही इसके बाहर, नन्दा नगर, एम्स के सामने, कूड़ाघाट गुरुंग तिराहा, मोहद्दीपुर स्मार्ट व्हील्स के सामने, नहर रोड, गुरुद्वारा के सामने, मोहद्दीपुर चौराहा, रेल म्यूजियम के सामने, विश्वविद्यालय चौराहा, पुलिस लाइन मोड़, यातायात तिराहा, धर्मशाला बाजार, विश्वकर्मा मंदिर, तरंग क्रासिंग, तरंग-गोरखनाथ ओवरब्रिज रोड, झूलेलाल मंदिर, श्रीरामजानकी हनुमान मंदिर, गोरखनाथ मंदिर के गेट और मंदिर परिसर में प्रवेश तक हर उम्र के लोगों ने हाथ व मशीनों से पुष्प वर्षा की, केसरिया ध्वज लहराकर अपने गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री का जोरदार स्वागत किया. स्वागत में फूलों की बारिश तो इतनी हो रही थी कि सुरक्षा कर्मियों को बार-बार सीएम की सवारी को साफ करना पड़ रहा था .

स्वागत में खड़े सबकी जुबां पर जय श्रीराम का उद्घोष था तो रामकाज के सुफल परिणाम के लिए धन्यवाद योगी जी का नारा. एयरपोर्ट गेट के सामने, मोहद्दीपुर चौराहा, विश्वविद्यालय चौराहा, यातायात तिराहा, तरंग क्रासिंग, झूलेलाल मंदिर और श्रीरामजानकी हनुमान मंदिर के सामने लोक कलाकारों ने गायन व नृत्य के बीच लोक परंपरा जीवंत कर मुख्यमंत्री का जोरदार अभिनंदन किया. कई जगहों पर एनसीसी व स्काउट के कैडेट्स ने बैंड की धुन के बीच स्वागत के इस समारोह को नई ऊंचाई दी.

गुरु की प्रतिमा समक्ष भावुक हो गए सीएम योगी 
गोरखनाथ मंदिर पहुंचने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंदिर के गर्भगृह में शंख ध्वनि, वेदपाठी विद्यार्थियों के मंगलाचरण के बीच शीश नवाकर गुरु गोरखनाथ जी का दर्शन पूजन किया. इसके बाद वह ब्रह्मलीन पीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ की समाधि स्थल पर आए और श्रद्धा सुमन अर्पित किए. अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की प्रतिमा के समक्ष योगी काफी भावुक हो गए.  इन्हीं भावों के साथ सीएम योगी ने अयोधयाधाम से धारण किए श्रीराम नाम की पट्टिका गुरु प्रतिमा पर श्रद्धाभाव से समर्पित कर दी.

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