Barabanki: मुख्तार गैंग पर फिर चला हंटर, बाराबंकी में गुर्गे मुजाहिद की करोड़ों की संपत्ति कुर्क, गैंगस्टर ऐक्ट के तहत ऐक्शन
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand1676986

Barabanki: मुख्तार गैंग पर फिर चला हंटर, बाराबंकी में गुर्गे मुजाहिद की करोड़ों की संपत्ति कुर्क, गैंगस्टर ऐक्ट के तहत ऐक्शन

Barabanki News: यूपी के बाराबंकी में पुलिस मुख्तार अंसारी गैंग के सदस्य की करोड़ों की संपत्ति कुर्क करने जा रही है. पुलिस गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने जा रही है. 

फाइल फोटो

नितिन श्रीवास्तव/बाराबंकी: सरकार अपराधियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है. उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में पुलिस मुख्तार अंसारी गिरोह के शातिर अपराधी मोहम्मद सुहैब मुजाहिद की डेढ़ करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क करेगी. इसको लेकर जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने आदेश दे दिया है. दरअसल, अप्रैल 2021 में एआरटीओ द्वारा नगर कोतवाली में फर्जी कागजों से एंबुलेंस पंजीकरण कराने के मामले में मुकदमा दर्ज कराया गया था. इस मामले में बाराबंकी पुलिस चार्जशीट दाखिल कर चुकी है. इसके अलावा अभी तक बाराबंकी पुलिस मुख्तार गैंग के बदमाशों की 50 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति कुर्क कर चुकी है.

जानकारी के मुताबिक मुख्तार अंसारी फर्जी एंबुलेंस प्रकरण में मोहम्मद सुहैब मुजाहिद का नाम सामने आया था. सुहैब मऊ जिले के ही थाना घोसी क्षेत्र के मोहल्ला मलिक टोला जमाल मिर्जापुर का निवासी है. पुलिस ने उस पर भी गैंगस्टर एक्ट लगाया था, जिसके खिलाफ अब कुर्की की कार्रवाई होने जा रही है. गिरोह के बाकी सदस्यों की संपत्ति के खिलाफ भी कार्रवाई जारी है. बाराबंकी के एसपी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि मऊ जिले के कस्बा खास मलिक टोला में सुहैब ने 70 लाख रुपये की जमीन खरीदी थी. वर्ष 2022 तक जमीन पर करीब 80 लाख रुपये का निर्माण कराया था. अब इस संपत्ति को कुर्क किया जाएगा. बाराबंकी पुलिस मऊ जाकर यह कार्रवाई करेगी.

Virat Kohli vs Gautam Gambhir: मैदान में विराट और गंभीर के बीच गर्मा-गर्मी, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

दरअसल, बांदा से पहले मुख्तार अंसारी पंजाब की रोपड़ जेल में करीब 26 महीने तक बंद रहा था. जानकारी के मुताबिक, यहां वह पेशी पर जाने के लिए बाराबंकी एआरटीओ ऑफिस में फर्जी कागजों से रजिस्टर्ड निजी एंबुलेंस का सहारा लेता था, जिसका नंबर यूपी 41 एटी 7171 था. बीते 31 मार्च 2021 को पहली बार यह मामला सामने आया था. इसके बाद बाराबंकी के तत्कालीन एआरटीओ पंकज सिंह ने कार्रवाई की. उन्होंने शहर कोतवाली में मुख्तार अंसारी समेत मऊ की संजीवनी अस्पताल की संचालिका डॉ. अलका राय और अन्य लोगों पर केस दर्ज कराया था. इस मामले में पुलिस ने 13 लोगों को आरोपी बनाया था. साथ ही सभी आरोपियों को जेल भेजकर चार अप्रैल 2021 को चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की थी.

सपा नेता भूले शब्दों की मर्यादा, बीजेपी के लोगों को बताया दंगाई, देखें Video

 

Trending news