Kanpur Metro: कानपुर रेलवे स्टेशन से मेट्रो पकड़ेगी रफ्तार, नयागंज बाजार में भी व्यापारियों के चेहरे खिले
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Kanpur Metro: कानपुर रेलवे स्टेशन से मेट्रो पकड़ेगी रफ्तार, नयागंज बाजार में भी व्यापारियों के चेहरे खिले

Kanpur News: कानपुर में मेट्रो रेल की शुरूआत हो चुकी है. कानपुर सेंट्रल से नयागंज मेट्रो स्टेशन के बीच जल्द ही अंडरग्राउंड टनल बनाने का काम शुरू होने वाला है. जिलाधिकारी ने मेट्रो परियोजना का निरीक्षण किया और जरूरी दिशा-निर्देश दिए. अंडरग्राउंड टनल में बैलेस-लेस ट्रैक का इस्तेमाल किया जाएगा. 

 

Kanpur Metro (File Photo)

कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर (Kanpur News) में बीते दिनों मेट्रो रेल की शुरुआत हो चुकी है. शहर में अभी भी मेट्रो के विस्तार का काम जारी है. शहर की बाकी स्थानों पर भी जल्द ही मेट्रो ट्रेन पहुंचाने की कवायद चल रही है. सितंबर महीने की शुरुआत में कानपुर सेंट्रल स्टेशन से नयागंज के बीच मेट्रो टनल बनाने का काम शुरू किया जाएगा. इसके लिए तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. कानपुर मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के अधिकारियों ने इसकी जानकारी जिलाधिकारी विशाख जी को दी. डीएम ने नवीन मार्केट से बड़ा चौराहा और नयागंज सेंट्रल स्टेशन के बीच चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया और जरूरी दिशा-निर्देश दिए. 

जानकारी के मुताबिक नवीन मार्केट मेट्रो स्टेशन के कॉनकोर्स लेवल और पब्लिक एरिया में विद्युत और मैकेनिकल फिटिंग का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है. नवीन मार्केट स्टेशन से बड़ा चौराहा स्टेशन के बीच अंडरग्राउंड टनल बनाने का काम चल रहा है. टनल बोरिंग मशीन सुरंग बनाने का काम कर रही हैं. इसके बाद टनल के अंदर मेट्रो ट्रैक बिछाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. बीते कुछ दिन पहले एफबीडब्ल्यू (फ्लैश बट्ट वेल्ड) प्लांट को सुरंग में उतारा गया था. इसका प्रयोग ट्रैक की वेल्डिंग करने के लिए किया जाता है. बताया जा रहा है निर्माण कार्य को तय समय पर पूरा कर लिया जाएगा. अंडरग्राउड टनल में बैलेस-लेस ट्रैक बिछाया जाएगा.

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बैलेस-लेस ट्रैक का फायदा

बताया जा रहा है बैलेस-लेस में गिट्टी नहीं होती. साथ ही इसका मेंटेनेंस भी आसान होता है. मेट्रो की आवाजाही अधिक होने के कारण ट्रैक के मेंटेनेंस के लिए ज्यादा समय नहीं मिल पाता. इसलिए इसे दूसरे ट्रैक्स के मुकाबले ज्यादा उपयोगी माना जाता है. बैलेस-लेस ट्रैक की खासियत यह है कि इससे मेट्रो में यात्रा कर रहे यात्रियों को वाइब्रेशन या झटका महसूस नहीं होता. बैलेस ट्रैक के मुकाबले इस ट्रैक की लाइफ भी अधिक होती है और यह यात्रा को भी सुविधाजनक बनाता है. 

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