'UP में नहीं चलतीं डग्गामार बसें', कमाई डबल होने के साथ पूरे एक लाख गांवों तक पहुंचेगी यूपी रोडवेज-परिवहन मंत्री
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'UP में नहीं चलतीं डग्गामार बसें', कमाई डबल होने के साथ पूरे एक लाख गांवों तक पहुंचेगी यूपी रोडवेज-परिवहन मंत्री

UP News: उत्तर प्रदेश के हर गांव में जल्द रोडबेज बस पहुंचेगी. इसकी जानकारी यूपी विधानसभा के सत्र में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने दी. उन्होंने कहा जल्द ही प्रदेश का एक भी गांव ऐसा नहीं होगा जहां परिवहन निगम की बस सेवा उपलब्ध न हो. साथ ही परिवहन मंत्री ने यूपी परिवहन की प्रतिदिन कमाई की भी जानकरी दी.

Roadways Bus (File Photo)

अजीत सिंह/लखनऊ: उत्तर प्रदेश स्टेट रोडवेज ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन यानी यूपी रोडवेज खटारा और डग्गामार बसों का तमगा पीछे छोड़ चुकी है. यूपी रोडवेज ने पांच सालों में कमाई दोगुनी कर ली है और जल्द ही प्रदेश के एक लाख दस हजारों गांव तक उसकी बस सेवा पहुंचेगी, जो अभी 82 हजार गांवों तक ही है. यूपी के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने शुक्रवार को विधानसभा में एक सवाल के जवाब में ये जानकारी दी.

बढ़ाई जाएगी अनुबंधित बसों की संख्या 
विधानसभा सदस्य द्वारा पूछे गए प्रश्न के जवाब में परिवहन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने बताया कि सरकार मुहिम के तहत कार्य कर रही है. जल्द ही प्रदेश का एक भी गांव ऐसा नहीं होगा जहां परिवहन निगम की बस सेवा उपलब्ध न हो. उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है कि लोगों को रोजगार देने के लिए अनुबंधित बसों की संख्या बढ़ाई जाए, ताकि हर गांव तक बस सेवा को पहुंचाया जा सके. परिवहन मंत्री ने कहा कि प्रदेश में परिवहन निगम की कुल 110118 बसें संचालित हैं. इनमें 81070 निगम की बसें हैं और 29048 अनुबंधित बसें हैं यानी 26 प्रतिशत बसें अनुबंधित हैं और 74 प्रतिशत बसें रोडवेज की हैं. 

परिवहन मंत्री ने इस दौरान परिवहन निगम की आय से संबंधित सवाल का भी जवाब दिया. उन्होंने बताया कि पहले जहां परिवहन निगम को प्रतिदिन 11 से 12 करोड़ की आमदनी हो रही थी तो अब यह 18 करोड़ से 21 करोड़ के बीच प्रतिदिन तक पहुंच गई है.

उत्तर प्रदेश में एक भी बस डग्गामार नहीं 
प्रदेश में डग्गामार बसों से संबंधित प्रश्न के जवाब में परिवहन मंत्री ने जोर देकर कहा कि एक भी डग्गामार बस प्रदेश में संचालित नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक भी बस ऐसी नहीं मिलेगी जो बिना नेशनल परमिट के चल रही हो. हर बस को इंश्योरेंस और फिटनेट टेस्ट के बाद ही चलाने की अनुमति है. उन्होंने कहा कि जो लोग नियमों का उल्लंघन करके बसें चला रहे हैं उनके खिलाफ परिवहन विभाग कड़ी कार्रवाई कर रहा है. इस मामले में संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि सरकार हर गांव तक बसें चलाना चाहती है, लेकिन नियमों का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

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एयरपोर्ट की तर्ज पर बन रहे बस अड्डे  

परिवहन मंत्री ने एक अन्य प्रश्न के जवाब में बताया कि उत्तर प्रदेश में बस अड्डों को एयरपोर्ट की तरह आधुनिक बनाने का काम शुरू हो चुका है. इसके लिए 5 बस अड्डों (गाजियाबाद, कौशांबी, आगरा, प्रयागराज, लखनऊ) के विभिन्न बस अड्डों के कायाकल्प के लिए एमओयू हो चुका है और जल्द ही सीएम इसका शिलान्यास करेंगे. इसके अतिरिक्त 8 बस अड्डों के आधुनिकीकरण के लिए एमओयू साइन होने हैं और 18 के लिए टेंडर जारी करने जा रहे हैं. इसके अतिरिक्त परिवहन निगम की बसों में 60 वर्ष से ऊपर की महिलाओं को निशुल्क यात्रा की योजना मुख्यमंत्री के संकल्प में है और जल्द ही इसकी घोषणा की जाएगी.

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