पोस्टमार्टम में उनके शरीर पर गंभीर चोट के निशान भी मिले हैं.
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लखनऊ: बुलंदशहर हिंसा में मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की पत्नी को योगी सरकार मुआवजे के तौर पर 40 लाख रुपये देगी. 10 लाख रुपये उनके माता-पिता को भी दिया जाएगा. सीएम योगी ने एक परिजन को सरकारी नौकरी देने का भी ऐलान किया है. इधर 2 डॉक्टरों के पैनल ने उनका पोस्टमार्टम किया. पोस्टमार्टम के दौरान उनके सिर में 32mm की गोली मिली. इसके अलावा उनके सिर, कमर, घुटना समेत शरीर के कई जगहों पर डंडों से चोट के निशान भी मिले हैं. जानकारी के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने सुबोध कुमार की सरकारी पिस्टल और 3 मोबाइल फोन लूट लिए.
बता दें, इंस्पेक्टर सुबोध कुमार अखलाक हत्याकांड के इंवेस्टिगेशन ऑफिसर भी रह चुके थे. जब वे जारजा थाना प्रभारी थे तब उन्होंने अखलाक हत्याकांड की दो महीने तक जांच की थी. बाद में उनका ट्रांसफर हो गया था. उस दौरान ग्रेटर नोएडा कोर्ट ने जारचा थाने को आदेश दिया था कि पहले वह मामला दर्ज करके जांच रिपोर्ट अदालत में जमा कराएं. वे इस मामले में 28 सितंबर 2015 से 9 नवंबर 2015 तक इंवेस्टिगेशन ऑफिसर थे. मार्च 2016 में दूसरे इंवेस्टिगेशन ऑफिसर ने चार्जशीट फाइल की थी.
Chief Minister Yogi Adityanath declares a compensation of Rs 40 lakh for wife, Rs 10 lakh for parents & a government job for a kin of Police Inspector Subodh Kumar who died in violence in #Bulandshahr. (File pic) pic.twitter.com/DF3QsAzwAW
— ANI UP (@ANINewsUP) 3 December 2018
प्रदेश सरकार ने इस मामले की जांच एडीजी इंटेलिजेंस को सौंपी है जो 48 घंटे के अंदर रिपोर्ट सौंपेगी. इसके साथ ही मेरठ रेंज के महानिरीक्षक की अध्यक्षता में एक एसआईटी का भी गठन किया गया है. बुलंदशहर में हुई घटना में पांच पुलिसकर्मी और करीब आधा दर्जन आम लोगों को भी मामूली चोटें आई हैं. इस हिंसा में करीब 400 लोग शामिल थे जिन्होंने 15 गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया.
एडीजी आनंद ने बताया कि इस संबंध में एक मामला गोकशी का दर्ज किया गया है जिसमें सात नामजद हैं, लेकिन अभी सुरक्षा की दृष्टि से इन लोगों के नाम नहीं बताये जा सकते हैं. उपद्रव के दौरान सुमित नाम के एक युवक की भी मौत इलाज के दौरान मेरठ के अस्पताल में हो गयी है. उसे गोली लगी थी. अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि उसकी मौत किसकी गोली से हुई है.