लखनऊ में युवा कुंभ आज से, सियासत, सिनेमा, खेल के सितारों का लगेगा संगम
Advertisement

लखनऊ में युवा कुंभ आज से, सियासत, सिनेमा, खेल के सितारों का लगेगा संगम

विचार कुंभ कार्यक्रमों में चौथा ‘युवा कुंभ’ 22 और 23 दिसंबर को प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित हो रहा है.

लखनऊ में युवा कुंभ की तैयारी पूरी कर ली गई है.

लखनऊ/नई‍ दिल्‍ली (वासुदेव त्रिपाठी)  : अगले साल जनवरी में संगम नगरी प्रयागराज में होने वाले कुंभ से पहले उत्‍तर प्रदेश के कुछ शहरों में पांच कुंभ कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है. इसके तहत आज से लखनऊ में युवा कुंभ की शुरुआत हो रही है. दो दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम में संगीत, सिनेमा और खेल जगत के सितारे शिरकत करेंगे. इससे पहले मथुरा, वृंदावन में विचार कुंभ और अयोध्‍या में समरसता कुंभ का आयोजन हो चुका है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगामी प्रयागराज कुंभ के आयोजन को दुनिया का सबसे बड़ा आयोजन बनाने की मुहिम में लगे हैं. योगी सरकार की इसी मुहिम के तहत उत्तर प्रदेश के अलग अलग स्थानों पर 5 वैचारिक कुंभ कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. इन विचार कुंभ कार्यक्रमों में चौथा ‘युवा कुंभ’ 22 और 23 दिसंबर को प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित हो रहा है.

लखनऊ के आशियाना स्थित स्मृति उपवन में दो दिनों तक चलने वाले ‘युवा कुंभ’ में गृह मंत्री राजनाथ सिंह, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल रामनाईक समेत राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक क्षेत्र के साथ-साथ खेल, कला, उद्योग और फिल्म जगत की दिग्गज हस्तियां जुटेंगी. यूपी सरकार और लखनऊ विश्वविद्यालय की पार्टनरशिप में आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री ने संघ में युवा प्रचारक रह चुके शत्रुरुद्र प्रताप को सौंपी है.

fallback

क्या है युवा कुंभ?
कुंभ को हिन्दू धर्म और भारतीय परंपरा की भव्यता के एक ब्रांड के तौर पर पेश करने की कोशिश मे जुटे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के शीर्ष नेतृत्व ने पांच विचार कुंभ कार्यक्रमों का फैसला किया था. इन विचार कुंभ कार्यक्रमों के जरिए सरकार कुंभ की धार्मिक आध्यात्मिक परंपरा और सामाजिक सरोकार के मुद्दों पर विमर्श के साथ साथ कुंभ का प्रचार करना चाहती है.

इस कड़ी में पहला ‘पर्यावरण कुंभ’ वाराणसी में, दूसरा ‘मातृशक्ति कुंभ’ वृन्दावन में और तीसरा ‘समरसता कुंभ’ अयोध्या में आयोजित किया जा चुका है. इसके बाद चौथा ‘युवा कुंभ’ लखनऊ में आयोजित हो रहा है और आखिरी कार्यक्रम ‘सर्वसमावेशी कुंभ’ के नाम से 30 जनवरी को प्रयागराज में आयोजित होना है.
 
युवा कुंभ के संयोजक शतरुद्र प्रताप सिंह के मुताबिक प्रयागराज कुंभ के महापर्व से पहले युवा कुंभ युवाओं को भारत की भावना से जोड़ने का अभियान है. युवा कुंभ के जरिए न केवल सदियों पुरानी संस्कृति की मशाल अगली पीढ़ी के हाथ मे सौंपने का काम होगा बल्कि कुंभ और भारतीय संस्कृति को आधुनिक संदर्भ में दुनिया के सामने पेश करने का काम भी युवा पीढ़ी के जरिए किया जाएगा.

शतरुद्र ने आरएसएस के साथ देश भर मे कई जगहों पर काम किया है और वर्तमान में अलग अलग आईआईटी, आईआईएम और मेडिकल कॉलेजों के साथ साथ देश के शीर्ष शिक्षा संस्थानों के युवाओं के साथ सामाजिक काम कर रहे हैं. युवा कुंभ में शोध, विकास और सेवा विषयों पर विशेष चर्चा और मंथन का आयोजन किया जाएगा और चर्चा के बाद एक विजन डॉक्युमेंट भी जारी किया जाएगा.

जुटेंगे दिग्‍गज 
कार्यक्रम के पहले दिन इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में बैठक और विमर्श का आयोजन किया गया है और शाम को बॉलीवुड कलाकार मनोज जोशी द्वारा नाटक ‘चाणक्य’ का मंचन किया जाएगा. दूसरे दिन 23 दिसंबर को राज्यपाल रामनाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस के सहसरकार्यवाह डॉ कृष्णगोपाल कार्यक्रम का उदघाटन करेंगे. इसके अलावा कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, राजवर्धन राठौड़, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, दिनेश शर्मा, संघ के सहसरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले और मुकुन्द, योगगुरु स्वामी रामदेव, आचार्य बालकृष्ण, गायत्री परिवार के चिन्मय पाण्ड्या कार्यक्रम मे शामिल होंगे.

इसके साथ ही खेल, कला और सिने जगत समेत अहम क्षेत्रों से गौतम गंभीर, पीयूष चावला, मधुर भंडारकर, मनोज तिवारी, राजू श्रीवास्तव, रंजन सोढ़ी, आरपी सिंह, विवेक ओबरॉय, विजेंद्र सिंह, सुशील कुमार, शिफूजी भारद्वाज, हिमा दास, मोनिका अरोड़ा और रवि किशन जैसी प्रसिद्ध हस्तियाँ शामिल होंगी.

विचार कुंभ के इस संगम में न केवल भारतीय संस्कृति के गौरव का प्रचार किया जाएगा बल्कि संघ इसके जरिए भारतीय संस्कृति पर वैचारिक सांस्कृतिक हमले करने वालों को जवाब भी देना चाहता है. खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में आयोजित समरसता कुंभ के मौके पर बोलते हुए कहा था कि सिंहस्थ कुंभ के आयोजन के दौरान जिस तरह से कुंभ को पर्यावरण विरोधी, दलित विरोधी और महिला विरोधी बताने का अभियान चलाया गया था उसे लेकर उनके मन मे गुस्सा था. जाहिर है कि कुंभ की वैश्विक ब्रांडिंग करने मे जुटे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बीजेपी और संघ वैचारिक कुंभ के जरिए विचारधारा की लड़ाई को आगे बढ़ाना चाहते हैं.

Trending news