नई दिल्ल: 'खामोश...' ये सिर्फ एक शब्द नहीं, बल्कि अपने आप में पूरा एक डायलॉग है, जिसे शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) से बेहतर कोई बोल ही नहीं सकता. अक्सर आम से खास तक, कई लोगों ने इसे बोलने का प्रयास किया है, लेकिन जिस जिंदादिली और दमदार अंदाज में शत्रुघ्न बोलते हैं, वो मुकाबला तो कोई कर ही नहीं सकता. उन्होंने सिर्फ एक शब्द को ही नहीं, बल्कि कई फिल्मों और किरदारों को भी यादगार बना दिया है.
हीरो बनने मुंबई आए थे शत्रुघ्न सिन्हा
हिन्दी सिनेमा में शॉटगन के नाम से मशहूर हुए शत्रुघ्न सिन्हा बेशक आउटसाइडर रहे हों, लेकिन उन्होंने अपनी अदाकारी से बड़े-बड़े कलाकारों के पसीने छुड़ा दिए. बतौर खलनायक अपने करियर की शुरुआत करने वाले शत्रुघ्न अपनी आंखों में हीरो बनने का सपने सजाए मुंबई आए थे. आज एक्टर के 77वें जन्मदिन के खास मौके पर चलिए शत्रुघ्न की जिंदगी से जुड़े कुछ दिलचस्प किस्सों पर नजर डालते हैं.
साइंस कॉलेज से की ग्रेजुएशन
15 जुलाई, 1945 को बिहार की राजधानी पटना में जन्में शत्रुघ्न सिन्हा के पिता एक डॉक्टर थे. परिवार में 4 बेटे थे और माता-पिता ने रामायण के आधार पर चारों बेटों का नाम राम, लखन, भरत और शत्रुघ्न रखा. वहीं, एक्टर ने पटना के साइंस कॉलेज से ग्रेजुएट की और बाद में FTII से पढ़ाई शुरू कर दी. उनका झुकाव हमेशा से ही फिल्मों की ओर था. कड़े संघर्ष के बाद आखिरकार शत्रुघ्न को फिल्मों में किस्मत आजमाने का मौका मिला.
इस सीन में फूल गए थे शत्रुघ्न सिन्हा के हाथ-पांव
शत्रुघ्न का करियर खलनायक के तौर पर शुरू हुआ, लेकिन यह सफल नहीं रहा. इसके बाद उन्हें हीरो के रूप कास्ट किया जाने लगा और शत्रुघ्न ने ऐसी अदाकारी दिखाई कि हर कोई उनका दीवाना हो. वह एक के बाद एक जबरदस्त किरदार कर रहे थे, लेकिन उन्हें एक रोल ऐसा भी मिला जिसे करने में एक्टर के हाथ-पांव फूल गए. यह किस्सा है 1974 में आई फिल्म 'बदला' का.
भीड़ देखकर घबरा गए थे एक्टर
शत्रुघ्न फिल्म में लीड एक्टर थे और उन्हें इसका एक गाना 'शोर मच गया शोर' शूट करना था. इस गाने के लिए मेकर्स से हजारों लोगों की भीड़ जुटाई, जिसे देख शत्रुघ्न बेहद घबरा गए. उनके लिए यह पहली बार था जब वह इतनी भारी भीड़ के साथ कोई सीन शूट करने वाले थे. गाने के लिए उन्हें भीड़ में से निकलकर एंट्री करनी थी.
धर्मेंद्र ने की थी मदद
इस वाकये का जिक्र एक्टर ने खुद 'द कपिल शर्मा शो' के दौरान किया था. शत्रुघ्न ने बताया कि उन्होंने अपनी ये समस्या धर्मेंद्र के सामने रखी. इसके बाद उन्होंने बहुत मजेदार सी एक सलाह दी. दरअसल, धर्मेंद्र ने कहा, 'तुम वही करो जो मैंने किया था. यानी शराब पीकर परफॉर्मेंस दो.' एक्टर के इस खुलासे के बाद कई लोग दंग रह गए.
शत्रुघ्न को हमेशा मिला साथी कलाकारों का साथ
शत्रुघ्न का सफर बेशक इंडस्ट्री में काफी संघर्षपूर्ण रहा, लेकिन उन्हें अपने साथी कलाकारों का भी हमेशा ही सहयोग मिला. जैसे एक्टर ने एक बार बताया था कि उन्हें गाल पर गले कट की वजह से हीरो के रोल ऑफर नहीं होने थे. ऐसे में उन्होंने प्लास्टिक सर्जरी का मन बना लिया, लेकिन इसी दौरान उन्हें देव आनंद ने ऐसा करने से रोक दिया.
देव आनंद ने समझाई थी ये बात
देव आनंद ने उस समय शत्रुघ्न सिन्हा को समझाया कि वह अपने इस निशान के कारण निराश न हों. उन्हें इस निशान को ही अपनी कमजोरी नहीं, बल्कि ताकत की तरह इस्तेमाल करना चाहिए. इसके बाद उन्होंने प्लास्टिक सर्जरी का इरादा बदल लिया और इसी निशान के साथ वो दर्शकों के दिलों पर छा जाने के लिए तैयार हो गए.
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